भारत–अमेरिका ट्रेड डील पर कब लगेगी मुहर?

वाशिंगटन। भारत और अमेरिका के बीच लंबे समय से अटकी ट्रेड डील पर अब सकारात्मक संकेत मिलने शुरू हो गए हैं। अमेरिकी प्रशासन के एक वरिष्ठ अधिकारी ने पुष्टि की है कि दोनों देशों के बीच व्यापार वार्ता बेहद सकारात्मक दिशा में आगे बढ़ रही है। अधिकारी के अनुसार हालिया चर्चाओं में कई अहम मुद्दों पर प्रगति दर्ज की गई है और यदि यही रफ्तार जारी रही, तो इस वर्ष के अंत तक एक पारस्परिक व्यापार समझौते पर मुहर लग सकती है।

अधिकारी बोले — साल के अंत तक मिल सकता है बड़ा परिणाम

अमेरिकी अधिकारी ने पत्रकारों से बातचीत में कहा कि बातचीत रफ्तार पकड़ चुकी है और अगले कुछ महीनों में ठोस परिणाम सामने आ सकते हैं। उन्होंने कहा, *“मुझे लगता है कि हाल ही में भारत के साथ हमारी कई सकारात्मक प्रगतियां हुई हैं। दो मुद्दों पर हम समानांतर रूप से काम कर रहे हैं— पारस्परिक व्यापार वार्ता और रूसी तेल को लेकर चिंता। दोनों क्षेत्रों में सुधार देखने को मिला है, और साल के अंत तक और भी प्रगति हो सकती है।” अधिकारियों के अनुसार अमेरिका भारत के साथ एक व्यापक व्यापार समझौता तैयार कर रहा है, जिसका मकसद दोनों देशों के बीच टैरिफ संतुलन, बाजार तक पहुंच और वस्तुओं—सेवाओं के आदान–प्रदान को आसान बनाना है।

रूसी तेल पर भी जारी है बातचीत

अमेरिकी अधिकारी ने यह भी स्पष्ट किया कि भारत द्वारा रूस से तेल खरीदने को लेकर अमेरिका की चिंताएं अभी पूरी तरह समाप्त नहीं हुई हैं, लेकिन बाजार में सुधार और ऊर्जा कीमतों में स्थिरता के बाद इस मुद्दे पर बातचीत सहज तरीके से आगे बढ़ रही है। अमेरिका नहीं चाहता कि रूस पर लगाए गए प्रतिबंधों का प्रभाव कमजोर पड़े, वहीं भारत का कहना है कि उसका तेल आयात पूरी तरह आर्थिक आवश्यकताओं और ऊर्जा सुरक्षा से जुड़ा है। दोनों देशों के बीच इस विषय पर संवाद जारी है।

190 अरब डॉलर पहुंच चुका है व्यापार

भारत और अमेरिका के बीच व्यापार वर्ष 2024 में करीब 190 अरब डॉलर तक पहुंच गया है, जो द्विपक्षीय वाणिज्यिक साझेदारी की मजबूती का स्पष्ट संकेत है। दोनों देश इस व्यापार को और बढ़ाने पर सहमत हैं और नई ट्रेड डील इसी दिशा में बड़ा कदम मानी जा रही है। ट्रेड डील की सफलता से भारतीय उद्योगों के लिए अमेरिकी बाजार में नई संभावनाएँ खुल सकती हैं, वहीं अमेरिकी कंपनियों को भी भारत जैसे विशाल उपभोक्ता बाजार में और आसान पहुंच मिलेगी।

डील के लिए माहौल है अनुकूल

कूटनीतिक हलकों का मानना है कि भारत–अमेरिका के बीच बढ़ते रणनीतिक संबंध, रक्षा सहयोग, तकनीकी साझेदारी और इंडो–पैसिफिक में दोनों की साझा भूमिका ने ट्रेड डील को आगे बढ़ने में मदद की है। यदि यह समझौता वर्ष के अंत तक अंतिम रूप ले लेता है, तो यह द्विपक्षीय संबंधों में एक बड़ा आर्थिक मील का पत्थर साबित होगा।