अमेरिका के कैलिफोर्निया राज्य में जंगलों में लगी भयंकर आग अब लॉस एंजिल्स शहर तक पहुंच चुकी है। मंगलवार से फैली इस आग ने 3 दिनों के भीतर 4,856 हेक्टेयर इलाके को अपनी चपेट में ले लिया है। इस आपदा ने अब तक करीब 1,900 इमारतों को पूरी तरह से नष्ट कर दिया है और 28,000 से अधिक घरों को भारी नुकसान पहुंचा है।
आग से बढ़ा जन-जीवन का संकट
इस भयावह स्थिति के कारण अब तक 5 लोगों की जान जा चुकी है। अधिकारियों ने 50,000 से ज्यादा लोगों को तुरंत अपने घर खाली करने का आदेश दिया है, जबकि लगभग 3 लाख लोगों को सुरक्षित स्थानों पर जाने के निर्देश दिए गए हैं। शहर में इमरजेंसी घोषित कर दी गई है, और प्रशासन हर संभव प्रयास कर रहा है कि आग को रोका जा सके।
तेज हवाओं ने बढ़ाई मुसीबत
तेज हवा के कारण आग का फैलाव और तेजी से हो रहा है। कुछ क्षेत्रों में आग ने इतना विकराल रूप ले लिया है कि तेज हवाओं की वजह से ‘आग के टॉरनेडो’ जैसी स्थिति बन गई है। इससे न केवल आग पर काबू पाना मुश्किल हो गया है, बल्कि राहत और बचाव कार्य भी बाधित हो रहे हैं।
हॉलीवुड पर मंडरा रहा खतरा
इस आग ने लॉस एंजिल्स के जंगलों से सटे इलाके, जिनमें हॉलीवुड के कई मशहूर घर और बंगले शामिल हैं, को भी अपनी चपेट में ले लिया है। रिपोर्ट्स के मुताबिक, पेरिस हिल्टन समेत कई बड़ी हस्तियों के आलीशान बंगले जलकर खाक हो गए हैं। हॉलीवुड के कई अन्य इलाकों पर भी आग का खतरा मंडरा रहा है।
राष्ट्रपति जो बाइडेन ने रद्द किया इटली दौरा
आग की गंभीरता को देखते हुए राष्ट्रपति जो बाइडेन ने अपना निर्धारित इटली दौरा रद्द कर दिया है। उन्होंने कैलिफोर्निया में राहत कार्यों की निगरानी के लिए विशेष टीम तैनात की है और प्रभावित लोगों के लिए हर संभव सहायता का वादा किया है।
सामाजिक और आर्थिक प्रभाव
इस आपदा ने न केवल लोगों की जान-माल का नुकसान किया है, बल्कि आर्थिक और पर्यावरणीय संकट भी खड़ा कर दिया है। सैकड़ों घर जलने के कारण हजारों लोग बेघर हो गए हैं। इसके अलावा, क्षेत्र की वन संपदा और पर्यावरण पर भी बड़ा असर पड़ा है।
प्रशासन का बचाव और राहत कार्य
दमकलकर्मी और राहत दल पूरी तत्परता से आग पर काबू पाने और प्रभावित लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाने में जुटे हुए हैं। स्थानीय प्रशासन ने प्रभावित इलाकों में अस्थाई आश्रय स्थल बनाए हैं, जहां भोजन और स्वास्थ्य सेवाओं की व्यवस्था की गई है।
कैलिफोर्निया में हर साल जंगलों में आग लगने की घटनाएं होती हैं, लेकिन इस बार की आग का पैमाना और प्रभाव दोनों ही अभूतपूर्व हैं। विशेषज्ञों का कहना है कि अगर जल्द ही इस आग पर काबू नहीं पाया गया, तो यह और भयावह रूप ले सकती है।