इंदौर के नवविवाहित दंपती राजा और सोनम रघुवंशी की मेघालय के शिलॉन्ग में हनीमून ट्रिप पर रहस्यमय ढंग से हुई गुमशुदगी अब एक दुखद मोड़ पर आ गई है। सोमवार को राजा रघुवंशी का शव एक गहरी खाई में पाया गया, जबकि उनकी पत्नी सोनम का अब तक कोई सुराग नहीं लग पाया है। दोनों 23 मई की शाम से शिलॉन्ग के ओसरा हिल्स से लापता थे।
भाई ने शव की पुष्टि की
राजा के भाई सचिन रघुवंशी ने शव की पहचान उनके हाथ पर गुदे हुए नाम ‘राजा’ से की। वहीं दूसरे भाई विपिन ने बताया कि शव उस जगह से लगभग 20-25 किलोमीटर दूर मिला है, जहां कपल का स्कूटर पहले बरामद हुआ था। अभी इस बात की जांच जारी है कि राजा की मौत किन परिस्थितियों में हुई और वे वहां तक कैसे पहुंचे।
सोनम की तलाश में जारी है सर्च ऑपरेशन
वर्तमान में सोनम की तलाश के लिए राहत और बचाव टीमें लगातार प्रयासरत हैं। घटनास्थल पहाड़ी और दुर्गम है, जिससे खोज अभियान में काफी दिक्कतें आ रही हैं। खराब मौसम, लगातार बारिश और कोहरे के कारण सर्चिंग ऑपरेशन प्रभावित हो रहा है। सेना की मदद की मांग की गई है, लेकिन अभी तक कोई सैन्य सहायता नहीं मिली है।
परिवार की पीड़ा और सवाल
राजा के भाई सचिन और विपिन, और सोनम के भाई गोविंद भी सर्चिंग टीमों के साथ मौके पर मौजूद हैं। परिवार इस घटना को लेकर बेहद व्यथित है और सरकार पर लापरवाही के आरोप लगा रहा है। खासतौर पर मेघालय के पर्यटन मंत्री पॉल लिंगदोह के बयान से परिवार में नाराजगी है।
मंत्री ने कहा था कि “पर्यटक बिना अधिकृत गाइड के सेंसिटिव इलाकों में ना जाएं।” इस पर विपिन रघुवंशी ने तीखी प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि, “अगर कोई इलाका संवेदनशील है, तो सरकार को चेतावनी बोर्ड लगाने चाहिए थे। किसी की जान जाने के बाद ऐसी जिम्मेदारियों से बचना गलत है।”
बढ़ता डर और सन्नाटा
स्थानीय लोगों का कहना है कि शिलॉन्ग जैसे पर्यटन स्थलों पर इस घटना के बाद माहौल डर का बन गया है। बाहर से आने वाले सैलानी अब शाम होते ही अपने होटलों में लौटने लगे हैं। लोग अकेले बाहर निकलने से कतरा रहे हैं। एक स्थानीय निवासी ने बताया कि कुछ दिन पहले भी एक विदेशी पर्यटक की हत्या हुई थी, लेकिन उसे मीडिया और प्रशासन ने सामने नहीं आने दिया।

कैसे हुई थी यात्रा की शुरुआत
राजा और सोनम की शादी 11 मई को इंदौर में हुई थी। 20 मई को दोनों हनीमून के लिए निकले और बेंगलुरु होते हुए गुवाहाटी पहुंचे। वहां मां कामाख्या देवी के दर्शन करने के बाद 23 मई को शिलॉन्ग गए। शुरुआत में परिवार का दोनों से संपर्क बना रहा, लेकिन 24 मई के बाद उनके मोबाइल बंद हो गए। जब कई प्रयासों के बाद भी संपर्क नहीं हो सका तो परिजन इमरजेंसी फ्लाइट से शिलॉन्ग पहुंचे और स्थानीय प्रशासन के साथ मिलकर खोजबीन शुरू की।

अब राजा की मौत की पुष्टि हो चुकी है, लेकिन सोनम की सलामती को लेकर परिवार के मन में आशंका और बेचैनी बनी हुई है।
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