दमकल की कड़ी मशक्कत के बाद पाया काबू, आधा दर्जन से अधिक दुकानें जलकर राख
इंदौर। इंदौर के प्रसिद्ध क्लॉथ मार्केट में गुरुवार तड़के भीषण आग लग गई, जिससे इलाके में अफरा-तफरी मच गई। इस आग में करीब 15 दुकानें जलकर खाक हो गईं, जिससे लगभग 5 से 7 करोड़ रुपये के नुकसान का अनुमान लगाया जा रहा है। सूचना मिलते ही दमकल की कई गाड़ियां मौके पर पहुंचीं और आग बुझाने में जुट गईं।
कैसे लगी आग? चौकीदार ने दी पहली सूचना
घटनास्थल पर मौजूद चौकीदार के अनुसार, उसने सुबह करीब 5:30 बजे मार्केट में लपटें उठती देखीं और तुरंत अधिकारियों को सूचित किया। इसके बाद 6:30 बजे दमकल विभाग को आग लगने की सूचना दी गई। दमकल की टीम महज 15 मिनट में मौके पर पहुंच गई, लेकिन तब तक आग विकराल रूप ले चुकी थी।
किन दुकानों को हुआ सबसे ज्यादा नुकसान?
इस भीषण आग की चपेट में क्लॉथ मार्केट की कई प्रतिष्ठित दुकानें आ गईं। इनमें शामिल हैं:
- सोनम कलेक्शन
- दिलीप मैचिंग सेंटर
- लोटस फैशन
- नर्सिंग की दुकान
- दीप टेक्सटाइल्स
- पूजा श्री फैब्रिक
- राज श्री फैब्रिक
- कुइया टेलर
कपड़ा और अन्य ज्वलनशील सामग्रियों की अधिकता के कारण आग तेजी से फैली, जिससे नुकसान भी भारी हुआ।
दमकल को आग बुझाने में आई दिक्कतें
इंदौर कपड़ा मार्केट संकरी गलियों में स्थित है, जिससे दमकल वाहनों को अंदर पहुंचने में कठिनाइयों का सामना करना पड़ा। भारी धुएं के कारण दमकल कर्मियों को आग बुझाने में अतिरिक्त चुनौतियों का सामना करना पड़ा। स्थानीय लोगों ने भी दमकल कर्मियों की मदद की और पाइप डालकर आग पर काबू पाने में योगदान दिया।
अब भी उठ रहा है धुआं, नुकसान का आंकलन जारी
हालांकि दमकल कर्मियों ने आग पर काबू पा लिया है, लेकिन दुकानों में अब भी धुआं बना हुआ है। दमकलकर्मी लगातार पानी का छिड़काव कर रहे हैं ताकि आग दोबारा न भड़के। प्रारंभिक जांच में शॉर्ट सर्किट को आग लगने की वजह माना जा रहा है, लेकिन प्रशासन ने जांच के आदेश दे दिए हैं।
व्यापारियों में आक्रोश, मुआवजे की मांग
क्लॉथ मार्केट के व्यापारियों ने प्रशासन से मुआवजे की मांग की है। उनका कहना है कि आग से हुए नुकसान से उबरने में वर्षों लग सकते हैं। प्रशासन ने व्यापारियों को आश्वासन दिया है कि जांच के बाद उचित मुआवजे पर विचार किया जाएगा।
आग से बचाव के लिए नए सुरक्षा उपायों की जरूरत
इंदौर का क्लॉथ मार्केट भीड़भाड़ और संकरी गलियों के कारण पहले भी अग्निकांडों का शिकार हो चुका है। व्यापारियों का कहना है कि प्रशासन को अत्यधिक ज्वलनशील सामग्री वाली दुकानों में आग से बचाव के लिए सख्त उपाय करने चाहिए। इस हादसे के बाद नगर निगम और दमकल विभाग अब फायर सेफ्टी नियमों की समीक्षा कर रहा है, ताकि भविष्य में ऐसे हादसों को रोका जा सके।
👉 जांच जारी है, प्रशासन ने फायर सेफ्टी नियमों को सख्त करने के संकेत दिए हैं।