July 4, 2025 4:54 PM

इंडिगो की उड़ान में तकनीकी गड़बड़ी, चेन्नई लौटना पड़ा विमान68 यात्रियों की जान बची, इंडिगो की चुप्पी बनी चिंता

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चेन्नई। शुक्रवार को चेन्नई से मदुरै जा रही इंडिगो एयरलाइंस की एक उड़ान में उस वक्त हड़कंप मच गया जब उड़ान के दौरान बीच हवा में तकनीकी खराबी आ गई। विमान में कुल 68 यात्री सवार थे। उड़ान भरने के करीब आधे घंटे बाद पायलट ने किसी तकनीकी असामान्यता का पता लगाया और तत्परता दिखाते हुए चेन्नई एयर ट्रैफिक कंट्रोल से लौटने की अनुमति मांगी।

एयरपोर्ट अधिकारियों के मुताबिक, विमान को प्राथमिकता के साथ रनवे अलॉट किया गया और कुछ ही देर में वह सुरक्षित चेन्नई हवाई अड्डे पर उतरा। सभी यात्रियों को विमान से सुरक्षित बाहर निकाल लिया गया और किसी के घायल होने की कोई सूचना नहीं है।

हालांकि यह राहत की बात रही कि हादसा टल गया, लेकिन यात्रियों की जान खतरे में पड़ने से इंडिगो की तकनीकी जांच और मेंटेनेंस प्रक्रिया पर सवाल उठने लगे हैं। अभी तक एयरलाइन की ओर से कोई आधिकारिक प्रतिक्रिया नहीं आई है, जिससे यात्रियों में असमंजस और बढ़ गया है।

यात्रियों ने बताया कि विमान के अचानक दिशा बदलने और जमीन पर लौटने की घोषणा के बाद सभी बेहद घबरा गए थे। कुछ यात्रियों ने एयरलाइन के स्टाफ से खराबी की वजह जानने की कोशिश की, लेकिन उन्हें संतोषजनक जानकारी नहीं दी गई।

DGCA कर सकती है जांच शुरू
इस पूरे घटनाक्रम के बाद नागरिक उड्डयन महानिदेशालय (DGCA) की ओर से जांच के आदेश दिए जा सकते हैं। आमतौर पर इस तरह की घटनाओं में विमान की उड़ान लॉग, मेंटेनेंस रिकॉर्ड और पायलट के रिपोर्ट पर गहनता से अध्ययन किया जाता है।

विशेषज्ञों का मानना है कि तकनीकी खराबियों के पीछे कई बार एयरक्राफ्ट के नियमित रख-रखाव में लापरवाही भी कारण बन सकती है। इस मामले में यदि DGCA की जांच में कुछ गड़बड़ी पाई जाती है तो इंडिगो को जुर्माना या कार्रवाई का सामना करना पड़ सकता है।

पिछले एक साल में तीसरी बड़ी तकनीकी घटना
गौरतलब है कि यह पिछले एक वर्ष में इंडिगो के साथ तीसरी बड़ी तकनीकी घटना है जिसमें उड़ान को बीच में रोककर लौटना पड़ा है। इससे पहले भी हैदराबाद और गुवाहाटी की उड़ानों में ऐसी घटनाएं सामने आ चुकी हैं।

यात्रियों की सुरक्षा पर चिंता
इस घटना के बाद एक बार फिर घरेलू उड़ानों में यात्रियों की सुरक्षा को लेकर सवाल खड़े हो गए हैं। यात्रियों का कहना है कि उन्हें अब उड़ानों में चढ़ने से पहले डर लगता है, क्योंकि विमान की सुरक्षा जांच और मेंटेनेंस का भरोसा कमजोर होता जा रहा है।


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