October 15, 2025 3:31 PM

चेन्नई में बड़ा हादसा टला — इंडिगो विमान की विंडशील्ड में आई दरार, 79 यात्री बाल-बाल बचे

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चेन्नई में बड़ा हादसा टला, इंडिगो विमान की विंडशील्ड में आई दरार; पायलट की सतर्कता से 79 यात्री सुरक्षित

पायलट की सतर्कता से टला बड़ा खतरा, एयर ट्रैफिक कंट्रोल की त्वरित प्रतिक्रिया से सुरक्षित लैंडिंग
चेन्नई। शुक्रवार देर रात तमिलनाडु में एक बड़ा विमान हादसा टल गया जब इंडिगो एयरलाइंस के एक यात्री विमान की विंडशील्ड उड़ान के दौरान दरक गई। यह विमान मदुरै से चेन्नई के बीच यात्रा पर था और बोर्ड पर कुल 79 लोग सवार थे, जिनमें 74 यात्री और 5 चालक दल के सदस्य शामिल थे। पायलट की समय रहते दिखाई गई सूझबूझ और एयर ट्रैफिक कंट्रोल (एटीसी) की तत्परता के चलते सभी यात्रियों को सुरक्षित लैंड करा लिया गया।

उड़ान के दौरान अचानक दिखी दरार, बढ़ सकता था खतरा
विमान शुक्रवार रात 10:07 बजे मदुरै हवाई अड्डे से उड़ा था। उड़ान के दौरान सब कुछ सामान्य था, लेकिन चेन्नई के करीब पहुंचते समय पायलट की नजर कॉकपिट के सामने के शीशे पर गई। उसने देखा कि विंडशील्ड पर हल्की दरारें दिखाई दे रही हैं, जो धीरे-धीरे बढ़ती जा रही थीं। विमान उस समय लगभग 15,000 फीट की ऊंचाई पर था। पायलट ने तुरंत स्थिति को गंभीर मानते हुए एयर ट्रैफिक कंट्रोल (ATC) को इसकी सूचना दी और आपात स्थिति की घोषणा कर दी।

एटीसी ने तुरंत की कार्रवाई, सुरक्षित उतराया गया विमान
सूचना मिलते ही चेन्नई एयरपोर्ट का एटीसी नियंत्रण कक्ष अलर्ट मोड में आ गया। रनवे को खाली कराया गया, फायर टेंडर और मेडिकल टीम को मौके पर तैनात कर दिया गया। एटीसी ने पायलट को निर्देश दिया कि वह विमान को धीरे-धीरे नीचे लाएं और अतिरिक्त दबाव से बचें। लगभग 15 मिनट की सावधानीपूर्वक प्रक्रिया के बाद विमान को चेन्नई अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर सुरक्षित उतारा गया।

विमान के उतरते ही यात्रियों ने राहत की सांस ली। कुछ यात्रियों ने बताया कि उतरने से ठीक पहले उन्हें हल्का कंपन और आवाज महसूस हुई, लेकिन क्रू ने उन्हें शांत रखा। इंडिगो की ग्राउंड टीम और विमानन सुरक्षा अधिकारियों ने यात्रियों को तुरंत सुरक्षित बाहर निकाला और मेडिकल जांच की, सभी यात्री पूरी तरह सुरक्षित पाए गए।

डीजीसीए ने शुरू की जांच, तकनीकी कारणों की तलाश जारी
दिल्ली स्थित नागरिक उड्डयन महानिदेशालय (DGCA) ने इस घटना को गंभीर मानते हुए तत्काल जांच के आदेश दिए हैं। डीजीसीए के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि विमान की विंडशील्ड में आई दरार का कारण जानने के लिए तकनीकी विशेषज्ञों की टीम गठित की गई है। प्रारंभिक जांच में माना जा रहा है कि यह प्रेशर डिफरेंस या बाहरी तापमान में अचानक बदलाव के कारण हुआ हो सकता है।

इंडिगो की प्रतिक्रिया — यात्रियों की सुरक्षा हमारी प्राथमिकता
इंडिगो एयरलाइंस ने इस घटना पर बयान जारी करते हुए कहा कि “हमारे पायलट और चालक दल ने तय मानकों के अनुसार पूरी सावधानी बरती। यात्रियों की सुरक्षा हमारी सर्वोच्च प्राथमिकता है और हमने तुरंत सभी आवश्यक कदम उठाए।” एयरलाइन ने यह भी कहा कि संबंधित विमान को सेवा से हटा दिया गया है और संपूर्ण तकनीकी निरीक्षण जारी है।

पायलट की त्वरित सूझबूझ ने बचाई 79 जानें
इस घटना में पायलट की सतर्कता निर्णायक साबित हुई। विमानन विशेषज्ञों का कहना है कि यदि पायलट ने थोड़ी भी देर की होती, तो हवा के दबाव के कारण विंडशील्ड टूट सकती थी और स्थिति खतरनाक हो सकती थी। उड़ान के दौरान विंडशील्ड में दरार विमान के लिए अत्यंत जोखिमपूर्ण मानी जाती है, क्योंकि इससे कॉकपिट में हवा का दबाव असंतुलित हो सकता है और पायलट की दृश्यता प्रभावित होती है।

चेन्नई हवाई अड्डे पर मॉक ड्रिल जैसी स्थिति
चेन्नई हवाई अड्डे पर जैसे ही घटना की सूचना मिली, आपात स्थिति घोषित कर दी गई। हवाई अड्डे की सुरक्षा टीम, अग्निशमन विभाग, चिकित्सा इकाई और तकनीकी स्टाफ तुरंत रनवे पर पहुंच गए। कुछ देर के लिए रनवे पर उड़ानों को रोका गया। घटना के बाद हवाई अड्डे पर लगभग 30 मिनट तक परिचालन बाधित रहा, जिसके बाद सामान्य स्थिति बहाल की गई।

यात्रियों ने जताया आभार, कहा — “क्रू ने नहीं घबराने दिया”
विमान में सवार यात्रियों ने उतरने के बाद अपने अनुभव साझा किए। एक यात्री ने बताया, “हमने जब कॉकपिट से आवाज सुनी तो थोड़ा डर लगा, लेकिन एयरहोस्टेस ने हमें भरोसा दिलाया कि सब ठीक है। उन्होंने हमें नहीं घबराने दिया।” कई यात्रियों ने पायलट और एयरलाइन की सतर्कता की सराहना की और कहा कि उनकी सूझबूझ ने बड़ा हादसा टाल दिया।

विंडशील्ड क्रैक की घटनाएं क्यों खतरनाक होती हैं?
विमान की विंडशील्ड कई परतों वाली मजबूत संरचना से बनी होती है, जो तापमान, दबाव और वायु प्रवाह का संतुलन बनाए रखती है। किसी भी दरार या क्रैक से न केवल दृश्यता प्रभावित होती है, बल्कि केबिन प्रेशर का असंतुलन भी हो सकता है। इसलिए विमानन सुरक्षा नियमों के तहत ऐसे मामलों में तुरंत आपात लैंडिंग की जाती है।

इंडिगो के लिए यह पहली नहीं, पहले भी हो चुके हैं ऐसे मामले
हाल के वर्षों में इंडिगो एयरलाइंस के विमानों में तकनीकी खराबियों के कई मामले सामने आए हैं। इससे पहले भी जुलाई 2023 में दिल्ली से पटना जा रहे एक एटीआर विमान की विंडशील्ड में हल्की दरार आई थी, जिसके चलते विमान को बीच रास्ते से लौटा दिया गया था। हालांकि, उस समय भी कोई जनहानि नहीं हुई थी।

चेन्नई हादसे ने फिर उठाए सुरक्षा सवाल
यह घटना भारतीय विमानन क्षेत्र में रखरखाव और सुरक्षा प्रबंधन को लेकर नए सवाल खड़े करती है। विशेषज्ञों का कहना है कि हवाई यात्रा की संख्या बढ़ने के साथ-साथ विमानों के रखरखाव पर और सख्ती की जरूरत है।

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