- अमित शाह ने चर्चा के दौरान कहा कि भारत अब आपदा प्रबंधन में वैश्विक नेतृत्वकर्ता बन चुका है
नई दिल्ली। राज्यसभा में मंगलवार को आपदा प्रबंधन (संशोधन) विधेयक, 2024 पारित हो गया। केंद्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री अमित शाह ने चर्चा के दौरान कहा कि भारत अब आपदा प्रबंधन में वैश्विक नेतृत्वकर्ता बन चुका है। सरकार आपदा प्रबंधन को प्रोएक्टिव तरीके से संचालित कर रही है, जिससे जीरो कैजुअल्टी का लक्ष्य रखा जा सके। राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (एनडीआरएफ) की वर्तमान में 16 बटालियन कार्यरत हैं, जो आपदा राहत और बचाव कार्यों में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रही हैं। गृह मंत्री ने बताया कि एनडीआरएफ ने नेपाल, इंडोनेशिया, तुर्की, सीरिया, म्यांमार और वियतनाम जैसे देशों में राहत अभियान चलाए, जिससे वैश्विक स्तर पर भारत के आपदा प्रबंधन तंत्र को पहचान मिली है। ‘ऑपरेशन मैत्री’, ‘ऑपरेशन समुद्र मैत्री’, ‘ऑपरेशन दोस्त’, ‘ऑपरेशन करुणा’ और ‘ऑपरेशन सद्भाव’ जैसे अभियानों ने एनडीआरएफ को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर प्रशंसा दिलाई है।
‘आपदा मित्र’ योजना का विस्तार
सरकार अब ‘आपदा मित्र’ योजना के तहत दो लाख से अधिक वॉलंटियर्स को प्रशिक्षित करने जा रही है, जिससे कम्युनिटी वॉलंटियर्स की संख्या बढ़कर 3.37 लाख हो जाएगी। इस योजना के तहत 350 आपदा संभावित जिलों में 370 करोड़ रुपये की लागत से कम्युनिटी वॉलंटियर्स की फोर्स तैयार की गई है। इन वॉलंटियर्स का रजिस्ट्रेशन भारत आपदा संसाधन नेटवर्क पोर्टल पर किया गया है और जिला प्रशासन के पास इनका पूरा रिकॉर्ड उपलब्ध है। अमित शाह ने बताया कि अब तक इस योजना के तहत 78 हजार लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया और 129 लोगों की जान बचाई गई। इस पहल को और प्रभावी बनाने के लिए 470 करोड़ रुपये के बजट से 1300 प्रशिक्षित ‘आपदा मित्र’ को मास्टर ट्रेनर के रूप में नियुक्त किया गया है। इसके अलावा, एनसीसी, एनएसएस, नेहरू युवा केंद्र संगठन और भारत स्काउट्स एंड गाइड्स के माध्यम से युवाओं को जोड़ा जा रहा है।
अंतरराष्ट्रीय सहयोग से मजबूत होगा आपदा प्रबंधन
भारत ने आपदा जोखिम न्यूनीकरण और प्रबंधन को मजबूत बनाने के लिए जापान, ताजिकिस्तान, मंगोलिया, बांग्लादेश, इटली, तुर्कमेनिस्तान, मालदीव और उज्बेकिस्तान के साथ समझौते किए हैं। इन देशों के भौगोलिक हालात को देखते हुए भारत के साथ आपसी सहयोग से आपदा प्रबंधन के क्षेत्र में मजबूती आएगी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा 2019 में संयुक्त राष्ट्र जलवायु सम्मेलन में ‘आपदा-रोधी अवसंरचना गठबंधन’ की स्थापना की गई थी। अब तक 42 देश और 7 अंतरराष्ट्रीय संगठन इस गठबंधन में शामिल हो चुके हैं। यह पहल भारत की वैश्विक नेतृत्वकारी भूमिका को दर्शाती है। गृह मंत्री ने कहा कि आपदा प्रबंधन में मातृशक्ति की भागीदारी भी बढ़ रही है। वर्तमान में ‘आपदा मित्र’ वॉलंटियर्स में 20% महिलाएं शामिल हैं, जो इस महत्वपूर्ण कार्य में कंधे से कंधा मिलाकर काम कर रही हैं।