18 हजार भारतीयों की होगी देश वापसी
वॉशिंगटन। भारत के विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने अमेरिका में अवैध रूप से रह रहे भारतीय नागरिकों की वापसी पर भारत की प्रतिबद्धता दोहराई है। बुधवार देर रात वॉशिंगटन में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान जयशंकर ने कहा कि भारत का रुख इस मुद्दे पर स्थिर और सैद्धांतिक है। अगर यह साबित हो जाता है कि वे अवैध प्रवासी भारतीय हमारे नागरिक हैं, तो भारत उनकी वापसी के लिए पूरी तरह से तैयार है।
विदेश मंत्री जयशंकर ने इस मामले पर अमेरिकी विदेश मंत्री मार्को रुबियो और राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (एनएसए) से बातचीत की। जयशंकर ने यह भी कहा कि भारत अवैध प्रवासन का कड़ा विरोध करता है, क्योंकि यह देशों की छवि को नुकसान पहुंचाता है और अवैध गतिविधियों को बढ़ावा देता है।
अमेरिका से 18 हजार भारतीयों की होगी वापसी
अमेरिका में अवैध रूप से रह रहे 18 हजार भारतीय नागरिकों की देश वापसी का फैसला लिया गया है। अमेरिकी वेबसाइट ब्लूमबर्ग की रिपोर्ट के अनुसार, इन प्रवासियों के पास अमेरिका की नागरिकता नहीं है और वे सही दस्तावेज पेश नहीं कर सकते।
पिछले महीने, अमेरिकी सरकार की एक संस्था ने 15 लाख अवैध प्रवासियों की सूची तैयार की थी, जिनमें 18 हजार भारतीय शामिल हैं। इन लोगों को अमेरिकी कानून के तहत देश छोड़ने का आदेश दिया जाएगा।
अमेरिकी वीजा और भारतीय नागरिकों की स्थिति
अमेरिकी सरकार के आंकड़ों के अनुसार, 2023 में लगभग 3,86,000 लोगों को एच-1बी वीजा दिया गया था, जिनमें तीन-चौथाई भारतीय नागरिक थे। हालांकि, इनमें से कुछ लोग वीजा अवधि समाप्त होने के बाद भी अमेरिका में अवैध रूप से रह रहे हैं।
अवैध प्रवासन पर भारत का रुख
जयशंकर ने कहा कि भारत अवैध प्रवासन के खिलाफ सख्त कदम उठाने का समर्थन करता है। उन्होंने यह भी कहा कि यह प्रवृत्ति उन देशों की छवि को नुकसान पहुंचाती है, जहां से प्रवासी आते हैं।
जयशंकर ने कहा, “हम मानते हैं कि अवैध प्रवासन न केवल कानून के उल्लंघन को बढ़ावा देता है, बल्कि अवैध गतिविधियों का कारण भी बनता है। यह प्रवासन की वैध प्रक्रिया पर भी असर डालता है।”
डोनाल्ड ट्रम्प के शपथ ग्रहण में शामिल हुए जयशंकर
जयशंकर अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प के शपथ ग्रहण समारोह में भाग लेने पहुंचे थे। इस दौरान उन्होंने भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का एक पत्र ट्रम्प को सौंपा। पत्र में दोनों देशों के बीच द्विपक्षीय संबंधों को और मजबूत करने की बात कही गई है।
अवैध प्रवासन की रोकथाम पर जोर
जयशंकर ने कहा कि भारत और अमेरिका दोनों अवैध प्रवासन को रोकने और वैध प्रक्रियाओं को बढ़ावा देने पर सहमत हैं। उन्होंने यह भी कहा कि दोनों देशों को प्रवासियों की पहचान और उनकी सुरक्षित वापसी सुनिश्चित करने के लिए सहयोग करना चाहिए।
अमेरिका में अवैध रूप से रह रहे भारतीय नागरिकों की वापसी भारत और अमेरिका के बीच बढ़ते सहयोग का हिस्सा है। यह कदम न केवल दोनों देशों के बीच आपसी संबंधों को मजबूत करेगा, बल्कि अवैध प्रवासन पर कड़ी कार्रवाई की दिशा में भी एक महत्वपूर्ण कदम होगा।