अमेरिका के नए कस्टम नियमों से इंडिया पोस्ट ने रोकी डाक सेवा, पार्सल और गिफ्ट आइटम की बुकिंग बंद
लखनऊ/नई दिल्ली। अमेरिका के नए कस्टम नियमों की अस्पष्टता ने भारतीय डाक सेवा (इंडिया पोस्ट) के लिए गंभीर स्थिति पैदा कर दी है। रविवार को डाक विभाग ने एक बड़ा फैसला लेते हुए अमेरिका जाने वाली सभी श्रेणियों की डाक बुकिंग को अस्थायी रूप से बंद कर दिया। अब न तो पत्र, न दस्तावेज़ और न ही गिफ्ट आइटम अमेरिका भेजे जा सकेंगे। इससे पहले केवल 100 अमेरिकी डॉलर से अधिक मूल्य के गिफ्ट आइटम की बुकिंग पर रोक लगाई गई थी, लेकिन अब स्थिति और जटिल हो गई है।
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नियमों की अस्पष्टता बनी बड़ी समस्या
डाक विभाग ने अपने आधिकारिक बयान में स्पष्ट किया कि यह कदम 22 अगस्त को जारी नोटिस की समीक्षा के बाद उठाया गया है। अमेरिका के कस्टम विभाग द्वारा लागू की गई नई प्रक्रिया को लेकर स्पष्ट दिशा-निर्देश अभी तक तय नहीं किए गए हैं। नतीजतन, एयरलाइंस भी अमेरिका के लिए पार्सल ले जाने को तैयार नहीं हैं। यही कारण है कि फिलहाल सभी श्रेणियों की डाक सेवाओं पर रोक लगाने के अलावा कोई विकल्प नहीं बचा।
ग्राहकों को मिलेगा पूरा पैसा वापस
डाक विभाग ने ग्राहकों को आश्वस्त किया है कि जिनका सामान पहले से बुक हो चुका है, लेकिन भेजा नहीं जा सका है, उन्हें पूरा पैसा वापस कर दिया जाएगा। विभाग ने यह भी कहा है कि वह लगातार स्थिति पर नज़र बनाए हुए है और जैसे ही समस्या का समाधान निकलता है, डाक सेवा को दोबारा बहाल कर दिया जाएगा।
ट्रंप प्रशासन के फैसले से बिगड़ा संतुलन
इस पूरी समस्या की जड़ अमेरिका के ट्रंप प्रशासन का वह कार्यकारी आदेश है, जो 30 जुलाई को जारी किया गया था। इस आदेश के तहत 29 अगस्त से अमेरिका में 100 अमेरिकी डॉलर से अधिक मूल्य के सामान पर कस्टम ड्यूटी अनिवार्य कर दी गई है। इतना ही नहीं, इस ड्यूटी की वसूली की जिम्मेदारी अब कैरियर्स और 'क्वालिफाइड पार्टीज' को दी गई है।
दिशा-निर्देश अधूरे, एयरलाइंस पीछे हटीं
हालांकि, 15 अगस्त को अमेरिकी कस्टम एंड बॉर्डर प्रोटेक्शन ने इसके लिए कुछ दिशा-निर्देश जारी किए थे। लेकिन इनमें कई अहम बिंदुओं पर अस्पष्टता बनी रही। विशेषकर, 'क्वालिफाइड पार्टीज' की नियुक्ति और ड्यूटी वसूली की तकनीकी व्यवस्था के बारे में स्पष्ट प्रावधान नहीं किए गए। इसी असमंजस के चलते एयरलाइंस ने 25 अगस्त से अमेरिका जाने वाले पार्सलों को ले जाने से इनकार कर दिया।
भारत से अमेरिका जाने वाले व्यापार व व्यक्तिगत पार्सलों पर असर
इस निर्णय का असर न केवल व्यक्तिगत पत्राचार और गिफ्ट आइटम पर पड़ेगा, बल्कि भारत से अमेरिका जाने वाले छोटे व्यवसायों पर भी इसका सीधा असर दिखेगा। जो व्यापारी नियमित रूप से अमेरिका में ग्राहकों को पार्सल भेजते हैं, उनके ऑर्डर अटक गए हैं। विशेषज्ञों का कहना है कि यदि स्थिति जल्द नहीं सुधरी तो यह भारतीय ई-कॉमर्स कारोबारियों के लिए बड़ा झटका साबित हो सकता है।
समाधान की उम्मीद, लेकिन अनिश्चितता बरकरार
फिलहाल, भारतीय डाक विभाग ने साफ किया है कि यह रोक अस्थायी है और समस्या का समाधान निकलने के बाद सेवाएं बहाल कर दी जाएंगी। लेकिन सवाल यह है कि अमेरिका कब तक अपने नए कस्टम नियमों को लेकर स्पष्ट दिशा-निर्देश जारी करेगा। जब तक यह स्थिति साफ नहीं होती, तब तक भारत से अमेरिका जाने वाली डाक सेवाएं ठप रहेंगी।
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