जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकवादी हमले के बाद भारत और पाकिस्तान के बीच बढ़ते तनाव की लहर अब विदेशों तक पहुंच गई है। ब्रिटेन की सड़कों पर इसका जबरदस्त असर देखने को मिला, जहां भारतीय और पाकिस्तानी समर्थक आमने-सामने आ गए।
ब्रिटिश पाकिस्तानी समुदाय के कुछ लोगों ने लंदन स्थित भारतीय उच्चायोग के बाहर प्रदर्शन किया, लेकिन भारतीय मूल के लोगों ने इस प्रदर्शन का तीखा और जबर्दस्त जवाब दिया। 'पाकिस्तान जिंदाबाद' के नारों के बीच भारतीयों ने 'वंदे मातरम', 'भारत माता की जय' और 'जय श्री राम' जैसे गगनभेदी नारे लगाए, जिससे माहौल पूरी तरह से बदल गया।
भारतीय समर्थकों का जबरदस्त प्रदर्शन
रविवार को ब्रिटेन में हुए इस घटनाक्रम में शुरुआती तौर पर करीब 50 पाकिस्तानी समर्थक भारतीय उच्चायोग के बाहर जमा हुए थे। वे पाकिस्तान के समर्थन में नारेबाजी कर रहे थे। लेकिन कुछ ही देर में वहां सैकड़ों भारतीय मूल के लोग पहुंच गए। भारतीय तिरंगे के साथ आए इन लोगों ने न केवल संख्या में पाकिस्तानी समर्थकों को पीछे छोड़ा, बल्कि अपने जोश और राष्ट्रभक्ति से माहौल को पूरी तरह अपने पक्ष में कर लिया।
लाउडस्पीकर पर 'वंदे मातरम' गूंजने लगा और सैकड़ों लोगों की आवाज़ से पूरा इलाका भारतमय हो गया। स्थानीय पुलिस को स्थिति को नियंत्रण में रखने के लिए अतिरिक्त बल तैनात करना पड़ा।
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पाकिस्तान उच्चायोग के बाहर भी गुस्सा
इससे पहले, 25 अप्रैल को लंदन स्थित पाकिस्तान उच्चायोग के बाहर भारतीय और यहूदी समुदाय के करीब 500 लोगों ने पाकिस्तान प्रायोजित आतंकवाद के खिलाफ प्रदर्शन किया था। 'आतंकवाद बंद करो' और 'Save Kashmir from Terror' जैसे संदेशों वाले प्लेकार्ड्स लहराए गए थे।
इसी दौरान पाकिस्तान उच्चायोग के वरिष्ठ अधिकारी कर्नल तैमूर रहत ने प्रदर्शनकारियों की ओर गला काटने जैसा इशारा किया था। इसका वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो गया और पाकिस्तान की अंतरराष्ट्रीय छवि को गहरा धक्का लगा।
भारतीय मूल के लोगों का आक्रोश
प्रदर्शन में शामिल भारतीय मूल के लोगों ने पाकिस्तानी समर्थकों के रवैये की कड़ी आलोचना की। धीरज नामक एक व्यक्ति ने कहा, "वे भारतीय उच्चायोग के सामने प्रदर्शन क्यों कर रहे हैं? यह शर्मनाक है।"
वहीं, गौरव ने कहा, "ये लोग पीड़ित होने का नाटक कर रहे हैं, जबकि असली पीड़ित वे लोग हैं जिनके अपनों को आतंकवाद ने छीन लिया।"
इंद्रनील ने कहा, "पाकिस्तान जम्मू-कश्मीर के विकास को देख नहीं पा रहा। आतंकियों ने बच्चों के सामने नरसंहार किया, यह मानवता के खिलाफ अपराध है।"
कूटनीतिक हलचल भी तेज
घटना के राजनीतिक प्रभाव भी सामने आने लगे हैं। भारत के विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने ब्रिटेन के विदेश मंत्री डेविड लैमी से फोन पर बातचीत की। दोनों नेताओं ने पहलगाम हमले के बाद उत्पन्न हुए तनाव और विदेशों में बढ़ती संवेदनशीलता पर चर्चा की।
लैमी ने पाकिस्तान के उपप्रधानमंत्री इशाक डार से भी बातचीत कर क्षेत्रीय हालात पर चिंता जताई। इससे साफ है कि अब भारत-पाकिस्तान के बीच बढ़ता तनाव केवल दक्षिण एशिया तक सीमित नहीं रह गया है, बल्कि इसका असर वैश्विक मंच पर भी दिखाई दे रहा है।
स्वदेश ज्योति के द्वारा
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