July 10, 2025 8:01 PM

पाकिस्तानी सेना की प्रेस कॉन्फ्रेंस: दावा किया भारतीय ड्रोन का उल्लंघन और ब्रह्मोस फैसिलिटी पर हमला

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भारत और पाकिस्तान के बीच सीज़फायर के बाद पाकिस्तान की सेना ने प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान कई अहम खुलासे किए। पाकिस्तान सेना के प्रवक्ता अहमद शरीफ चौधरी ने कहा कि पाकिस्तान ने कभी युद्धविराम की मांग नहीं की थी, बल्कि यह भारत था जिसने युद्धविराम की अपील की थी। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान ने अपनी सेना की कार्रवाई के दौरान तीन महत्वपूर्ण वादों को निभाया। इन वादों के मुताबिक, पाकिस्तान ने भारत के खिलाफ जवाबी कार्रवाई की, जो उसकी अपनी चुनी हुई जगह, वक्त और तरीके से की गई।

चौधरी ने यह भी दावा किया कि पाकिस्तान ने भारत की ब्रह्मोस फैसिलिटी पर हमला किया, जिससे इन फैसिलिटी को पूरी तरह से नष्ट कर दिया गया। पाकिस्तान की सेना, वायुसेना और नौसेना ने मिलकर यह हमले किए। पाकिस्तान ने इस ऑपरेशन में अपनी फतह मिसाइलों, सटीक हथियारों और लंबी दूरी की तोपों का इस्तेमाल किया।

भारत के खिलाफ कार्रवाई और आतंकवाद

चौधरी ने यह भी बताया कि पाकिस्तान को भारत द्वारा प्रायोजित आतंकवाद का सामना करना पड़ा। पाकिस्तान ने यह दावा किया कि भारतीय सेना ने पाकिस्तान के भीतर आतंकवाद को बढ़ावा दिया है और पाकिस्तान ने अपनी पश्चिमी सीमा (बलूचिस्तान) में आतंकवादियों के खिलाफ ऑपरेशन जारी रखा। पाकिस्तान ने यह भी कहा कि उसने कभी भी आम नागरिकों को निशाना नहीं बनाया, क्योंकि यह उसकी धार्मिक और सांस्कृतिक मान्यताओं के खिलाफ है।

भारत द्वारा ड्रोन उल्लंघन

चौधरी ने आरोप लगाया कि भारत ने पाकिस्तान के हवाई क्षेत्र का उल्लंघन करते हुए ड्रोन का इस्तेमाल किया। उनका कहना था कि यह ड्रोन आम नागरिकों को डराने और दहशत फैलाने के उद्देश्य से भेजे गए थे। ऑपरेशन बुनयान-उल-मर्सूस के दौरान पाकिस्तान ने भारत के बड़े शहरों और संवेदनशील ठिकानों के ऊपर ड्रोन भेजे।

इसके साथ ही पाकिस्तान ने साइबर हमले का भी जिक्र किया, जिससे भारत के सैन्य ढांचे को अस्थायी रूप से नुकसान हुआ। इस हमले का उद्देश्य भारत की सैन्य गतिविधियों को रोकना था।

युद्धविराम पर पाकिस्तान की स्थिति

चौधरी ने यह स्पष्ट किया कि पाकिस्तान ने कभी युद्धविराम की मांग नहीं की थी। उन्होंने कहा कि भारत ने ही युद्धविराम की अपील की थी, और पाकिस्तान ने उसे तब तक मानने से इंकार किया जब तक भारतीय हमले का सही तरीके से जवाब नहीं दिया जाएगा। 10 मई को पाकिस्तान की जवाबी कार्रवाई पूरी होने के बाद, और अंतरराष्ट्रीय मध्यस्थों की अपील पर, पाकिस्तान ने भारत की युद्धविराम की मांग का सकारात्मक उत्तर दिया।

चौधरी ने यह भी कहा कि पाकिस्तान के पास कोई भारतीय पायलट हिरासत में नहीं है, और यह केवल सोशल मीडिया पर फैलाई गई अफवाहें हैं।

इस बयान से यह स्पष्ट होता है कि पाकिस्तान ने भारत के खिलाफ अपनी सैन्य कार्रवाई को पूरी तरह से जायज ठहराया है। पाकिस्तान की सेना का कहना है कि कश्मीर मुद्दे का हल होने तक दोनों देशों के बीच शांति स्थापित नहीं हो सकती। दोनों देशों के बीच तनाव अभी भी कायम है और आने वाले समय में इस पर और बढ़ी हुई बातचीत की जरूरत महसूस होगी।


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