- कप्तान शुभमन गिल के नेतृत्व में टीम इंडिया ने 2-0 से क्लीन स्वीप कर जीती पहली टेस्ट सीरीज
नई दिल्ली। भारतीय क्रिकेट टीम ने वेस्टइंडीज को दिल्ली टेस्ट में 7 विकेट से पराजित कर दो मैचों की टेस्ट सीरीज में 2-0 से शानदार जीत दर्ज की। इस जीत के साथ कप्तान शुभमन गिल ने बतौर कप्तान अपनी पहली टेस्ट सीरीज में विजय का परचम लहराया। भारत ने पहला टेस्ट मैच पारी और 140 रन से जीता था, जबकि दूसरे टेस्ट में भी पूरी तरह अपना दबदबा बनाए रखा।
भारत ने तीन विकेट खोकर हासिल किया लक्ष्य
दिल्ली के फिरोजशाह कोटला मैदान पर खेले गए दूसरे टेस्ट में वेस्टइंडीज ने भारत को 121 रन का लक्ष्य दिया था। भारत ने यह लक्ष्य महज तीन विकेट के नुकसान पर हासिल कर लिया। केएल राहुल ने चौका लगाकर भारत को जीत दिलाई। वे 58 रन बनाकर नाबाद रहे, जबकि उनके साथ अक्षर पटेल 14 रन पर नाबाद लौटे।
भारतीय पारी की शुरुआत हालांकि थोड़ी धीमी रही, लेकिन शुभमन गिल की रणनीति और राहुल की संयमित बल्लेबाजी ने जीत सुनिश्चित की। गिल ने टीम को लगातार प्रोत्साहित किया और दबाव में भी संयम बनाए रखा।
वेस्टइंडीज दूसरी पारी में 390 पर ढेर
मैच के तीसरे दिन फॉलो ऑन खेल रही वेस्टइंडीज की टीम ने दूसरी पारी में संघर्ष किया, लेकिन पूरी टीम 390 रन पर ऑलआउट हो गई। भारत को पहली पारी में मिली 270 रन की बढ़त के कारण वेस्टइंडीज की वापसी असंभव सी हो गई थी।
वेस्टइंडीज की ओर से कप्तान क्रेग ब्रैथवेट ने सबसे ज्यादा 102 रन बनाए, जबकि ब्लैकवुड ने 76 रन का योगदान दिया। भारतीय गेंदबाजों में मोहम्मद सिराज और रविंद्र जडेजा ने प्रभावशाली प्रदर्शन करते हुए तीन-तीन विकेट लिए।
पहली पारी में भारतीय बल्लेबाजों का शानदार प्रदर्शन
भारत की पहली पारी शानदार रही। टीम ने 518 रन का विशाल स्कोर खड़ा किया। कप्तान शुभमन गिल ने नाबाद 129 रन की बेहतरीन कप्तानी पारी खेली, जबकि युवा बल्लेबाज यशस्वी जायसवाल ने 175 रन ठोककर एक बार फिर चयनकर्ताओं का विश्वास मजबूत किया।
इसके अलावा श्रेयस अय्यर और केएल राहुल ने भी उपयोगी पारियां खेलकर टीम को मजबूत स्थिति में पहुंचाया। भारत की बल्लेबाजी में संयम और आक्रामकता का बेहतरीन मिश्रण देखने को मिला।
गिल की कप्तानी में टीम का आत्मविश्वास चरम पर
यह श्रृंखला कप्तान शुभमन गिल के लिए ऐतिहासिक साबित हुई। बतौर कप्तान यह उनकी पहली टेस्ट सीरीज थी और उन्होंने अपने शांत नेतृत्व और रणनीतिक सोच से सबका दिल जीत लिया। टीम संयोजन, गेंदबाजी में बदलाव और बल्लेबाजी क्रम में लचीलापन उनकी नेतृत्व क्षमता को दर्शाता है।
मैच के बाद शुभमन गिल ने कहा, “यह जीत पूरी टीम के सामूहिक प्रयास का परिणाम है। गेंदबाजों ने अनुशासन दिखाया और बल्लेबाजों ने जिम्मेदारी के साथ रन बनाए। इस टीम की सबसे बड़ी ताकत एकजुटता और आत्मविश्वास है।”
भारतीय गेंदबाजों ने किया शानदार प्रदर्शन
सीरीज के दोनों मैचों में भारतीय गेंदबाजों का प्रदर्शन उल्लेखनीय रहा। मोहम्मद सिराज ने अपनी स्विंग और लाइन-लेंथ से विपक्षी बल्लेबाजों को परेशान किया, जबकि रविंद्र जडेजा और अश्विन ने स्पिन से विकेट झटके।
विशेषकर जडेजा ने दोनों पारियों में मिलाकर छह विकेट लेकर मैन ऑफ द मैच का पुरस्कार जीता।
वेस्टइंडीज के लिए चिंता का विषय
वेस्टइंडीज की टीम इस पूरी सीरीज में बल्लेबाजी क्रम में स्थिरता नहीं ला पाई। कप्तान ब्रैथवेट के अलावा कोई भी बल्लेबाज लंबे समय तक टिक नहीं सका। गेंदबाजी में भी टीम भारतीय बल्लेबाजों को रोकने में विफल रही।
विशेषज्ञों का मानना है कि वेस्टइंडीज को टेस्ट क्रिकेट में प्रतिस्पर्धी बनने के लिए घरेलू क्रिकेट ढांचे को मजबूत करना होगा और युवाओं को अधिक अवसर देने होंगे।
भारत की अगली चुनौती
इस जीत के साथ भारत ने विश्व टेस्ट चैम्पियनशिप (डब्ल्यूटीसी) अंक तालिका में अपनी स्थिति और मजबूत कर ली है। टीम का अगला मुकाबला न्यूजीलैंड के खिलाफ घरेलू मैदान पर होगा, जहां कप्तान शुभमन गिल के नेतृत्व की फिर परीक्षा होगी।
टीम मैनेजमेंट को उम्मीद है कि युवा खिलाड़ियों की यह ऊर्जा और जीत का सिलसिला आगे भी जारी रहेगा।
/swadeshjyoti/media/agency_attachments/2025/11/09/2025-11-09t071157234z-logo-640-swadesh-jyoti-1-2025-11-09-12-41-56.png)
/swadeshjyoti/media/agency_attachments/2025/11/09/2025-11-09t071151025z-logo-640-swadesh-jyoti-1-2025-11-09-12-41-50.png)
/swadeshjyoti/media/post_attachments/wp-content/uploads/2025/10/delhi-test-west-indies.jpg)