नई सैटेलाइट तस्वीरों से पाकिस्तान के झूठ का पर्दाफाश
नई दिल्ली।
भारत की जवाबी सैन्य कार्रवाई में पाकिस्तान के मुरीद और नूर खान एयरबेस को गंभीर क्षति पहुंची है। यह खुलासा नई हाई-रिजॉल्यूशन सैटेलाइट तस्वीरों के जरिए हुआ है। जबकि पाकिस्तान लगातार अंतरराष्ट्रीय मंचों पर यह दावा करता आ रहा था कि उसे कोई नुकसान नहीं हुआ। मगर अब उपग्रह चित्रों ने उसकी झूठी बयानबाजी को बेनकाब कर दिया है।
क्या दिख रहा है सैटेलाइट तस्वीरों में?
- मुरीद एयरबेस के पास, जहां पाक वायुसेना की भूमिगत सैन्य सुविधा है, वहां तीन मीटर चौड़ा और गहरा गड्ढा साफ नजर आ रहा है।
- यह गड्ढा संभावित गोला-बारूद के विस्फोट से बना माना जा रहा है और यह भूमिगत संरचना के द्वार से मात्र 30 मीटर की दूरी पर है।
- यूएवी (मानवरहित हवाई वाहन) के हैंगर के पास मौजूद एक ढांचे की छत क्षतिग्रस्त हुई है।
- नूर खान एयरबेस पर भी बुनियादी ढांचे को निशाना बनाकर नुकसान पहुंचाया गया है।
हमला क्यों और कैसे हुआ?
यह हमला तब किया गया जब पाकिस्तान ने भारतीय सैन्य ठिकानों को निशाना बनाने की कोशिश की थी। भारत ने तुरंत जवाबी कार्रवाई करते हुए दोनों एयरबेस पर सटीक हमले किए।
इन हमलों का मकसद पाकिस्तान की आतंक समर्थक रणनीति को करारा जवाब देना और भारत की सैन्य क्षमताओं का प्रदर्शन करना था।

डेमियन साइमन का विश्लेषण
इंटेल लैब से जुड़े भू-स्थानिक खुफिया विश्लेषक डेमियन साइमन ने इन सैटेलाइट तस्वीरों का गहन विश्लेषण किया है। उनके अनुसार:
“हमला मुरीद एयरबेस के सबसे सुरक्षित माने जाने वाले परिसर में हुआ। गड्ढा गोला-बारूद की ही देन है और यह संरचना की संवेदनशीलता को भली-भांति दर्शाता है।”
डेमियन साइमन उपग्रह चित्रों के माध्यम से सैन्य गतिविधियों और ढांचों की निगरानी करने के लिए अंतरराष्ट्रीय स्तर पर जाने जाते हैं।
पाकिस्तान की छवि को लगा झटका
यह हमला और उसके सबूत पाकिस्तान के उस दावे को झूठा साबित करते हैं जिसमें वह खुद को अक्षम्य क्षति से बचा हुआ बता रहा था। इससे न सिर्फ उसकी सैन्य तैयारी पर सवाल उठे हैं बल्कि अंतरराष्ट्रीय स्तर पर उसकी विश्वसनीयता भी प्रभावित हुई है।
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