ऑपरेशन सिंदूर का लोगो और चिनाब पुल का वॉटरमार्क इन्विटेशन कार्ड पर, गार्ड ऑफ ऑनर में तीनों सेनाएं और दिल्ली पुलिस

स्वतंत्रता दिवस 2025: लाल किले से पीएम मोदी का नया भारत संदेश, पहली बार अग्निवीर बैंड में शामिल

नई दिल्ली। 15 अगस्त 2025 को देश 79वां स्वतंत्रता दिवस मनाएगा। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी दिल्ली के लाल किले की प्राचीर से लगातार 12वीं बार तिरंगा फहराएंगे और राष्ट्र को संबोधित करेंगे। इस बार समारोह की थीम “नया भारत” रखी गई है। पीएम का संबोधन इस बार सेना के शौर्य को समर्पित होगा और इसमें अंतरराष्ट्रीय बिरादरी के सामने भारत का भविष्य दृष्टिकोण भी पेश किया जाएगा।

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इस वर्ष के आमंत्रण पत्र पर ऑपरेशन सिंदूर का लोगो और चिनाब पुल का वॉटरमार्क होगा, जो नए भारत के उदय और प्रगति का प्रतीक है। पहली बार राष्ट्रगान बजाने वाले बैंड में 11 अग्निवीर शामिल होंगे, जो भारतीय सेना में नई भर्ती प्रणाली के अंतर्गत चुने गए जवान हैं।

गार्ड ऑफ ऑनर की विशेष तैयारियां

समारोह में गार्ड ऑफ ऑनर की कमान विंग कमांडर ए.एस. सेखों संभालेंगे।

  • थलसेना दस्ते की कमान मेजर अर्जुन सिंह के पास होगी।
  • नौसेना दस्ते की कमान लेफ्टिनेंट कमांडर कोमलदीप सिंह के पास होगी।
  • वायुसेना दस्ते की कमान स्क्वाड्रन लीडर राजन अरोड़ा के पास होगी।
  • दिल्ली पुलिस दस्ते की कमान एडिशनल डीसीपी रोहित राजबीर सिंह संभालेंगे।

21 तोपों की सलामी और 128 जवानों की सलामी

लाल किले पर प्रधानमंत्री द्वारा तिरंगा फहराने के साथ ही 1721 फील्ड बैटरी (सेरेमोनियल) द्वारा 21 तोपों की सलामी दी जाएगी। इस बैटरी की कमान मेजर पवन सिंह शेखावत के पास होगी और इसमें स्वदेशी 105 मिमी लाइट फील्ड गन का उपयोग होगा।

राष्ट्रीय ध्वज रक्षक दल में थलसेना, नौसेना, वायुसेना और दिल्ली पुलिस के एक-एक अधिकारी और 32-32 अन्य रैंक के कर्मी शामिल होंगे। कुल 128 जवान प्रधानमंत्री के ध्वजारोहण के समय राष्ट्रीय सलामी देंगे। इस इंटर सर्विस गार्ड और पुलिस गार्ड की कमान विंग कमांडर तरुण डागर के हाथों में होगी।

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नियम विरुद्ध उड़ान: डीजीसीए ने एअर इंडिया को चेतावनी दी

नई दिल्ली। नागरिक उड्डयन महानिदेशालय (डीजीसीए) ने पायलटों के ड्यूटी समय सीमा उल्लंघन के मामले में एअर इंडिया को चेतावनी जारी की है। मामला मई 2025 में बेंगलुरु-लंदन मार्ग पर संचालित दो अंतरराष्ट्रीय उड़ानों से जुड़ा है, जिसमें पायलटों ने 10 घंटे से अधिक समय तक विमान उड़ाया, जबकि नियमानुसार यह सीमा तय समय से कम है।

जून में डीजीसीए ने एयरलाइन को कारण बताओ नोटिस जारी किया था। बुधवार को सूत्रों ने बताया कि एयरलाइन का जवाब संतोषजनक नहीं मिला, जिसके बाद चेतावनी जारी की गई कि भविष्य में ऐसा दोहराया न जाए।

एअर इंडिया के प्रवक्ता के अनुसार, यह स्थिति उस समय आई जब बॉर्डर इलाकों में एयरस्पेस बंद होने के कारण उड़ानों का समय बढ़ गया। उन्होंने कहा कि बाद में नियमों का पूरी तरह पालन किया गया और रोस्टरिंग से जुड़ी समस्याओं का समाधान कर लिया गया है।


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