पहाड़ों पर बारिश का कहर: हिमाचल-उत्तराखंड में सड़कें बंद, दिल्ली में यमुना का जलस्तर बढ़ा
नई दिल्ली। उत्तर भारत के पहाड़ी राज्यों हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड और जम्मू-कश्मीर में लगातार हो रही बारिश ने जनजीवन को पूरी तरह अस्त-व्यस्त कर दिया है। तीन दिनों से जारी मूसलाधार बारिश ने न केवल सड़कों और राजमार्गों को क्षतिग्रस्त किया है, बल्कि कई जगहों पर नदी-नाले उफान पर हैं और बाढ़ जैसे हालात बन गए हैं।
हिमाचल प्रदेश: सड़कें टूटीं, राजमार्ग बंद
हिमाचल प्रदेश में बारिश ने सबसे ज्यादा असर दिखाया है। राज्य में 353 सड़कें पूरी तरह बंद हो चुकी हैं। चंडीगढ़-मनाली फोरलेन समेत तीन राष्ट्रीय राजमार्ग यातायात के लिए ठप पड़े हुए हैं। सतलुज नदी में आई बाढ़ ने तबाही मचाई है। सुन्नी के ततापानी क्षेत्र में सड़क बह जाने से करसोग विधानसभा क्षेत्र का शिमला से संपर्क पूरी तरह टूट गया है। कई गांव बाहरी दुनिया से कट गए हैं, जिससे ग्रामीणों को भारी दिक्कतें हो रही हैं।
स्थानीय प्रशासन ने राहत कार्य शुरू कर दिए हैं, लेकिन लगातार हो रही बारिश से स्थिति नियंत्रण में लाना चुनौती बन गया है। कई जगह पेड़ और बिजली के खंभे गिरने से बिजली आपूर्ति भी बाधित हो गई है।

उत्तराखंड: टूटा गंगोत्री-यमुनोत्री हाईवे
उत्तराखंड में भी हालात बेहद गंभीर बने हुए हैं। गंगोत्री और यमुनोत्री हाईवे बहने और टूटने के कारण बंद कर दिए गए हैं। इससे चारधाम यात्रा प्रभावित हो रही है। जगह-जगह पहाड़ों से मलबा और पत्थर गिरने के कारण सड़क मार्ग अवरुद्ध हो गए हैं।
उत्तरकाशी, रुद्रप्रयाग और टिहरी जैसे जिलों में लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाने का काम जारी है। बारिश की वजह से नदी-नाले उफान पर हैं, जिससे आस-पास के गांवों में खतरा बढ़ गया है।

मुंबई: भारी बारिश से थमा जनजीवन
मैदानी इलाकों में भी बारिश का असर दिख रहा है। मुंबई में सोमवार को हुई भारी बारिश ने रेल और सड़क यातायात को प्रभावित कर दिया। कई इलाकों में पानी भर जाने से ट्रैफिक जाम की स्थिति पैदा हो गई। लोकल ट्रेनें देरी से चल रही हैं, जिससे यात्रियों को परेशानी का सामना करना पड़ा। मौसम विभाग ने शाम तक और भारी बारिश का अलर्ट जारी किया है।

दिल्ली में यमुना का जलस्तर बढ़ा
दिल्ली के लिए भी खतरे की घंटी बज रही है। रविवार शाम 4 बजे हथिनीकुंड बैराज पर यमुना नदी का जलस्तर 1 लाख 78 हजार 996 क्यूसेक तक पहुंच गया। बैराज के सभी 18 गेट खोल दिए गए, जिससे यमुना का जलस्तर दिल्ली में तेजी से बढ़ गया है। पुराने रेलवे पुल पर जलस्तर 204.80 मीटर दर्ज किया गया।
प्रशासन ने यमुना किनारे के इलाकों में अलर्ट जारी कर दिया है और बाढ़ नियंत्रण टीमें तैनात कर दी गई हैं। निचले इलाकों के लोगों को सुरक्षित स्थानों पर जाने की चेतावनी दी गई है।

उत्तर प्रदेश और मध्य प्रदेश में अलर्ट
उत्तर प्रदेश के 20 जिलों में बाढ़ जैसे हालात बन गए हैं। नदी-नाले उफान पर हैं और ग्रामीण क्षेत्रों में पानी भर गया है। वहीं मध्य प्रदेश के देवास, हरदा, खंडवा और बुरहानपुर सहित 14 जिलों में मौसम विभाग ने भारी बारिश की चेतावनी जारी की है।

उत्तर भारत में लगातार हो रही बारिश ने पहाड़ों से लेकर मैदानी इलाकों तक मुश्किलें खड़ी कर दी हैं। जहां पहाड़ी राज्यों में सड़कें और राजमार्ग बंद हैं, वहीं मैदानी इलाकों में बाढ़ और जलभराव ने लोगों का जीना मुश्किल कर दिया है। प्रशासन राहत और बचाव कार्यों में जुटा हुआ है, लेकिन प्रकृति के प्रकोप के आगे हालात फिलहाल बिगड़े ही नजर आ रहे हैं।
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