हिमाचल में बादल फटने और भूस्खलन की तबाही, 10 वाहन मलबे में दबे, कई घर प्रभावित
हिमाचल में प्राकृतिक आपदा का कहर
नई दिल्ली। हिमाचल प्रदेश में भारी बारिश और बादल फटने की घटनाओं ने राज्यवासियों के लिए कठिन समय पैदा कर दिया है। बिलासपुर जिले के नम्होल में शुक्रवार देर रात बादल फटने से सड़कों पर जलभराव हुआ और कम से कम 10 वाहन मलबे में दब गए। सड़कें बह गईं और कई घर भी प्रभावित हुए।
मंडी जिले के धर्मपुर के सपड़ी रोह गांव में शनिवार तड़के 4:00 बजे भूस्खलन हुआ, जिसमें कई घर मलबे में घिर गए। प्रशासन ने तुरंत 8 घरों को खाली करवा दिया। राहत और बचाव कार्य जारी हैं।
राज्य में इस मॉनसून सीजन में अब तक बारिश और बाढ़ से मरने वालों की संख्या 386 तक पहुंच चुकी है। इस बार हिमाचल प्रदेश में सामान्य बारिश से 43 प्रतिशत अधिक वर्षा दर्ज की गई है। 1 जून से 12 सितंबर तक सामान्य बारिश 678.4 मिमी होने की संभावना थी, लेकिन इस बार 967.2 मिमी बारिश हो चुकी है।

उत्तर प्रदेश में भी हालात गंभीर
उत्तर प्रदेश में भी बाढ़ की स्थिति गंभीर बनी हुई है। उन्नाव में गंगा का जलस्तर खतरे के निशान से 23 सेंटीमीटर ऊपर है। यहां करीब 80 गांव बाढ़ की चपेट में हैं और 100 से अधिक परिवार बेघर हो चुके हैं। फर्रुखाबाद में गंगा के किनारों का कटान तेज हो गया है, जिससे स्थानीय प्रशासन अलर्ट मोड पर है।
मौसम विभाग की चेतावनी और मॉनसून की वापसी
मौसम विभाग के अनुसार इस साल दक्षिण-पश्चिम मॉनसून की वापसी 15 सितंबर के आसपास पश्चिमी राजस्थान से शुरू हो सकती है। आमतौर पर मॉनसून 17 सितंबर के आसपास उत्तर-पश्चिम भारत में लौटना शुरू करता है और 15 अक्टूबर तक पूरे देश में सक्रिय हो जाता है।
इस साल मॉनसून ने 24 मई को केरल में दस्तक दी थी, जो 2009 के बाद सबसे जल्दी 8 दिन पहले हुई थी। 29 जून तक पूरे देश को कवर कर लिया गया था।
देश में अब तक सामान्य बारिश 778.6 मिमी होने के बावजूद 836.2 मिमी बारिश दर्ज की गई है, यानी 7 प्रतिशत अधिक। उत्तर-पश्चिम भारत में 720.4 मिमी बारिश हुई, जो सामान्य से 34 प्रतिशत ज्यादा है।
एक अध्ययन के अनुसार, पिछले 50 वर्षों में मॉनसून का पीरियड हर दशक में लगभग 1.6 दिन लंबा हुआ है, जिससे बाढ़ और भूस्खलन की घटनाओं की संभावना बढ़ गई है।

मध्यप्रदेश में चेतावनी
मध्यप्रदेश में भी शनिवार और रविवार को 11 जिलों में भारी बारिश की चेतावनी जारी की गई है। राज्य में दो मॉनसून ट्रफ सक्रिय हैं, जिनमें एक निम्न दाब का क्षेत्र बनता जा रहा है। इसके कारण 14, 15 और 16 सितंबर को इंदौर, जबलपुर और नर्मदापुरम संभाग के जिलों में बारिश होने की संभावना है। राजधानी भोपाल में मौसम अपेक्षाकृत साफ रहने की संभावना है।
हिमाचल प्रदेश और उत्तर-पश्चिम भारत में बारिश और भूस्खलन की घटनाओं ने स्थानीय प्रशासन और निवासियों के लिए अलर्ट जारी कर दिया है। बचाव और राहत कार्य जारी हैं और आगामी दिनों में मौसम विभाग की चेतावनी पर विशेष सतर्कता बरतने की आवश्यकता है।
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