शिमला: हिमाचल प्रदेश में शुक्रवार से शुरू हुआ बर्फबारी और बारिश का सिलसिला लगातार जारी है। रोहतांग, शिंकुला और बारालाचा दर्रों में भारी बर्फबारी दर्ज की गई है। इन क्षेत्रों में करीब दो फीट तक हिमपात हुआ है, जिससे सड़कों पर आवागमन पूरी तरह से ठप हो गया है। मनाली, कुफरी और नारकंडा सहित प्रदेश के अन्य ऊंचाई वाले इलाकों में भी बर्फबारी से जनजीवन प्रभावित हुआ है।
पर्यटन प्रभावित, अटल टनल बंद
अटल टनल रोहतांग को भारी बर्फबारी के कारण पर्यटकों के लिए बंद कर दिया गया है। लाहुल-स्पीति घाटी में भी बर्फबारी के कारण बस सेवाएं रोक दी गई हैं। करीब 5000 पर्यटक विभिन्न स्थानों पर फंसे हुए हैं। मौसम की इस स्थिति के चलते स्थानीय प्रशासन ने पर्यटकों को जोखिम भरे इलाकों में जाने से बचने की सलाह दी है।

निचले इलाकों में बारिश और ओले
शिमला, ऊना, नाहन और कांगड़ा जैसे निचले क्षेत्रों में हल्की बारिश दर्ज की गई है। वहीं, सोलन, ऊना और बिलासपुर जिलों में ओलावृष्टि की संभावना जताई गई है। मनाली में ओले गिरने से फसलों को नुकसान हुआ है। जुब्बड़हट्टी और डलहौजी में भी हल्की बारिश दर्ज की गई है।
कृषि और बागवानी के लिए पर्याप्त बारिश नहीं
हालांकि प्रदेश के कई हिस्सों में बारिश हुई है, लेकिन यह कृषि और बागवानी के लिए पर्याप्त नहीं है। सेब सहित अन्य फलों के लिए आवश्यक नमी अभी तक नहीं मिल पाई है। बर्फबारी और बारिश की कमी के कारण फसलों की बिजाई और पौधारोपण में देरी हो सकती है।
तापमान में गिरावट
भारी बर्फबारी और बारिश के चलते हिमाचल प्रदेश में तापमान में गिरावट दर्ज की गई है। न्यूनतम तापमान में एक से दो डिग्री सेल्सियस की कमी आई है, जबकि अधिकतम तापमान में तीन डिग्री सेल्सियस तक की गिरावट देखी गई है। मौसम विभाग के अनुसार, अगले 24 घंटों में न्यूनतम तापमान में और दो से तीन डिग्री की गिरावट का अनुमान है।
मौसम विभाग की चेतावनी
मौसम विभाग ने कुल्लू, शिमला और मंडी जिलों में भारी बर्फबारी और सोलन, ऊना और बिलासपुर में ओलावृष्टि की संभावना जताई है। विभाग ने अगले दो दिनों तक पर्यटकों को हिमस्खलन संभावित इलाकों में न जाने की सलाह दी है।
प्रदेश में बर्फबारी ने जहां पर्यटन को बाधित किया है, वहीं स्थानीय लोगों और किसानों के लिए यह चिंता का विषय बन गई है। प्रशासन स्थिति पर नजर बनाए हुए है और आवश्यक कदम उठा रहा है।