सर्दियों में बढ़ सकता है हड्डियों का दर्द, कैसे रखें अपना ध्यान?

ठंड बढ़ने पर शरीर की मांसपेशियाँ और नसें सिकुड़ने लगती हैं, जिससे हड्डियों पर दबाव बढ़ जाता है। जो लोग पहले से दर्द, गठिया या कमजोरी से जूझ रहे होते हैं, उनके लिए यह समय और कठिन हो जाता है। ऐसे में थोड़ी देखभाल बेहद ज़रूरी होती है, ताकि दर्द न बढ़े।

धूप में बैठना हड्डियों के लिए बहुत फायदेमंद

सर्दियों में धूप कम मिलती है, जिससे शरीर मज़बूत रखने वाला तत्व कम हो जाता है। रोज़ सुबह कुछ देर धूप में बैठने से हड्डियों की ताकत बढ़ती है और दर्द कम महसूस होता है। धूप शरीर को जरूरी गर्मी भी देती है, जिससे अकड़न कम होती है।

गर्म कपड़े पहनकर शरीर को बचाएं

ठंडे तापमान में हड्डियों और जोड़ों को बचाने के लिए सही गर्म कपड़े पहनना बहुत ज़रूरी है। खासकर कमर, गर्दन और घुटनों को हमेशा ढककर रखें। गरम मोज़े और मुलायम कंबल का उपयोग करने से शरीर गर्म रहता है और दर्द बढ़ने की संभावना कम हो जाती है।

हल्की गतिविधि से शरीर की जकड़न दूर करें

पूरे दिन बैठे रहने या कम चलने से हड्डियाँ और जोड़ और ज़्यादा अकड़ जाते हैं। हल्की चाल, घर में घूमना, या साधारण खिंचाव करने से शरीर में गर्माहट आती है और दर्द कम होने लगता है। दिन में थोड़ी-थोड़ी देर पर गतिविधि जरूर करें।

गर्म पानी से स्नान और सिकोाई करें

गर्म पानी से नहाने या प्रभावित जगह पर हल्की सिकोाई करने से हड्डियों और जोड़ों में आराम मिलता है। यह तरीका शरीर की जकड़न को कम करता है और सूजन में भी राहत देता है। ठंड बढ़ने पर यह उपाय रोज़ करना बहुत उपयोगी होता है।

पौष्टिक भोजन हड्डियों को मजबूत बनाता है

सर्दियों में शरीर को गर्म और मजबूत रखने के लिए पौष्टिक भोजन जरूरी है। दूध, दही, तिल, गुड़, मूंगफली और हरी सब्जियाँ हड्डियों के लिए बहुत फायदेमंद होती हैं। इनका नियमित सेवन करने से दर्द में कमी महसूस होती है और शरीर अंदर से मज़बूत बनता है।

सही पानी पीना भी जरूरी है

ठंड में लोग पानी कम पीते हैं, जिससे शरीर में सूखापन बढ़ता है और जोड़ों का दर्द तीखा महसूस होता है। दिन भर थोड़ी-थोड़ी मात्रा में गर्म या गुनगुना पानी पीने से शरीर लचीला रहता है और हड्डियों का दर्द भी कम होता है।

बहुत ज़्यादा ठंड से शरीर को बचाएं

अचानक ठंडी हवा या बहुत ठंडे स्थान पर जाने से हड्डियाँ तुरंत अकड़ जाती हैं और दर्द तेज़ हो सकता है। इसलिए बाहर जाते समय गरम कपड़े पहनें और ठंडी सतह पर बैठने से बचें। थोड़ी सावधानी दर्द को बढ़ने से रोकती है।