सिर के आधे हिस्से में तेज दर्द, उल्टी और रोशनी से परेशानी—यह साधारण सिरदर्द नहीं, माइग्रेन हो सकता है
सिर में दर्द अक्सर थकान, तनाव या नींद की कमी की वजह से होता है, लेकिन अगर यह दर्द सिर के एक ही हिस्से में तेज, धड़कन जैसा महसूस हो और बार-बार लौट आए, तो यह सामान्य सिरदर्द नहीं—माइग्रेन भी हो सकता है। माइग्रेन एक न्यूरोलॉजिकल समस्या है, जिसमें सिर में लगातार और असहनीय दर्द होता है। यह एपिसोड कभी-कभी कई घंटों से लेकर 2–3 दिनों तक चल सकता है।
माइग्रेन क्यों होता है?
माइग्रेन के कई ट्रिगर होते हैं—
- लंबे समय तक तनाव या मानसिक दबाव
- नींद पूरी न होना
- खाने-पीने की अनियमितता, जंक फूड या लंबे गैप में खाना
- हार्मोनल बदलाव (महिलाओं में पीरियड्स, गर्भावस्था, मेनोपॉज़)
- तेज रोशनी, तेज आवाज
- मौसम, तापमान या आर्द्रता में अचानक बदलाव
- अधिक स्क्रीन टाइम
- तेज परफ्यूम या तेज गंध
महिलाओं में हार्मोनल उतार-चढ़ाव और परिवार में माइग्रेन का इतिहास होने पर इसका खतरा और बढ़ जाता है।
माइग्रेन के प्रमुख लक्षण
- सिर के एक हिस्से में तेज दर्द
- रोशनी और आवाज से परेशानी
- उल्टी या जी मिचलाना
- धुंधला दिखाई देना
- तेज चिड़चिड़ापन
- थकान और कमजोरी
- चक्कर
कुछ लोगों में साइलेंट माइग्रेन होता है—इसमें सिरदर्द नहीं होता, पर मतली, चक्कर, कमजोरी और रोशनी से संवेदनशीलता बढ़ जाती है।
---
माइग्रेन से राहत देने वाले घरेलू उपाय
इन घरेलू नुस्खों से माइग्रेन के दर्द में काफी राहत मिल सकती है—
1. तुलसी या अदरक की चाय
दिमाग की नसें शांत होती हैं और सिरदर्द कम होता है।
2. पुदीने के तेल की मालिश
कनपटी और माथे पर लगाने से तुरंत ठंडक मिलती है और तनाव कम होता है।
3. ठंडी पट्टी
माथे पर ठंडी पट्टी रखने से सूजन और दर्द दोनों में आराम मिलता है।
4. आंवला और शहद
सुबह खाली पेट लेने से दिमाग शांत रहता है और सूजन कम होती है।
5. शंखपुष्पी और ब्राह्मी
ये जड़ी-बूटियाँ तनाव कम करती हैं और माइग्रेन की तीव्रता घटाती हैं।
6. नींबू के छिलके का लेप
छिलके पीसकर माथे पर लगाने से तेज दर्द में भी राहत मिलती है।
योग और प्राणायाम से भी होगा फायदा
- अनुलोम-विलोम
- भ्रामरी प्राणायाम
- शीतली प्राणायाम
ये नाड़ी तंत्र को संतुलित करते हैं, तनाव घटाते हैं और माइग्रेन की आवृत्ति कम करते हैं।
माइग्रेन से बचाव कैसे करें?
- रोज पर्याप्त नींद लें
- मसालेदार, तैलीय और प्रोसेस्ड फूड से परहेज करें
- लंबे समय तक स्क्रीन न देखें
- तनाव कम करने के लिए मेडिटेशन करें
- पर्याप्त पानी पिएं
- बहुत तेज रोशनी या तेज आवाज वाली जगहों से बचें
- खाने का समय निश्चित रखें
/swadeshjyoti/media/agency_attachments/2025/11/09/2025-11-09t071157234z-logo-640-swadesh-jyoti-1-2025-11-09-12-41-56.png)
/swadeshjyoti/media/agency_attachments/2025/11/09/2025-11-09t071151025z-logo-640-swadesh-jyoti-1-2025-11-09-12-41-50.png)
/swadeshjyoti/media/media_files/2025/11/27/headaches-2025-11-27-13-36-50.jpg)