क्या मांसपेशियों में लगातार दर्द रहता है? जानें मायल्जिया के 8 संकेत

शरीर की मांसपेशियों में लगातार दर्द रहना आम बात नहीं है। यह तनाव, कमजोरी, अधिक काम, गलत आदतों या किसी छुपी हुई बीमारी का संकेत हो सकता है। समय रहते पहचान करना शरीर और स्वास्थ्य दोनों के लिए जरूरी है।

मायल्जिया क्या होती है?

मायल्जिया वह स्थिति है जिसमें शरीर की मांसपेशियों में लगातार दर्द, जकड़न या जलन महसूस होती है। यह कई कारणों से बढ़ सकती है, जैसे मौसम का असर, थकान, तनाव या गलत लाइफस्टाइल। सही पहचान से राहत मिल सकती है।

लगातार थका हुआ महसूस होना

अगर थोड़े काम के बाद ही मांसपेशियों में थकान और भारीपन महसूस हो, तो यह मायल्जिया की शुरुआत हो सकती है। शरीर ऊर्जा नहीं बना पाता और हर गतिविधि बोझ जैसी लगने लगती है। इस संकेत को नजरअंदाज नहीं करना चाहिए।

सोकर उठने पर भी दर्द

कई लोग सुबह उठते ही शरीर में दर्द, अकड़न या खिंचाव महसूस करते हैं। यह मांसपेशियों की कमजोरी, विटामिन की कमी या गलत सोने की आदतों से जुड़ा हो सकता है। इसे समय पर समझना जरूरी है।

हल्की गतिविधि पर भी दर्द बढ़ना

अगर हल्का चलने, सीढ़ी चढ़ने या सामान उठाने पर भी दर्द तेज हो जाए, तो यह मायल्जिया का साफ संकेत है। यह शरीर की मांसपेशियों के कमजोर होने और स्वास्थ्य में गिरावट को दर्शाता है।

सर्द मौसम में दर्द बढ़ना

सर्द मौसम में मांसपेशियां जल्दी जकड़ जाती हैं और खून का बहाव धीमा हो जाता है। इससे दर्द और अकड़न बढ़ जाती है। सर्दियों में यह समस्या और ज्यादा महसूस होती है, खासकर यदि शरीर कमजोर हो।

तनाव बढ़ने पर शरीर में खिंचाव

मानसिक तनाव का सीधा असर शरीर की मांसपेशियों पर पड़ता है। तनाव बढ़ने पर शरीर में खिंचाव, दबाव और दर्द महसूस होने लगता है। यह लंबे समय में मायल्जिया का रूप ले सकता है।

कैसे पहचानें और कब डॉक्टर से मिलें?

अगर दर्द कई दिनों तक रहे, गतिविधि में दिक्कत आए, नींद खराब हो या शरीर कमजोर होने लगे, तो यह मायल्जिया का गंभीर संकेत है। सही जांच, पौष्टिक भोजन, व्यायाम और देखभाल से इसमें राहत मिल सकती है।