देशभर में दो दिनों से रक्षाबंधन का त्यौहार बहुत ही धूमधाम से मनाया गया। जिसके बाद अब सितम्बर महीने में जन्माष्टमी और गणेश चतुर्थी मनई जाएगी। जिसको लेकर भी हर तरफ काफी जोरों से तैयारियां शुरू कर दी गयी है। लेकिन इस गणेशचतुर्थी पर आप अपने घर में बाप्पा की किस दिशा में स्थापना करें इसको लेकर कुछ बातों का ध्यान अवश्य रखें।
सनातन धर्म मानने वालो के बीच मान्यता है कि विघ्न हरण भगवान गणेश का वास जिस घर में होता है उस घर में कभी भी कोई समस्या नहीं आती है। लेकिन क्या आप जानते है देवी-देवताओं को भी घर में अगर आप वास्तु के अनुसार सही स्थान नहीं देते तो इससे आपको शुभ परिणाम या तो देर से मिलते हैं या फिर नहीं मिलते।
वास्तुशास्त्र के मुताबिक, घर के लिविंग रूम में भूलकर भी गणेश जी की प्रतिमा नहीं लगानी चाहिए। आप उन्हें घर के प्रवेश द्वार पर लगा सकते हैं लेकिन बैठक में गलती से भी ना लगाए। इसके साथ ही गणपति की हर दिन धूप अगरबत्ति से पूजा जरुर करें। इसके अलावा आप घर के मेन गेट पर गणेश जी की मूर्ति को लगा सकते है जिससे घर में पॉज़िटिव एनर्जी आती है।
गणेश चतुर्थी पर जब बप्पा को विराजमान करें तो एक बात का ध्यान रखें मुर्ति की स्थापना घर पर ऐसे करें कि गणेश जी की पीठ बाहर की तरफ हो। इसके साथ ही मूर्ति लेते समय ध्यान रखें कि अगर उसकी सूंड बाईं ओर झुकी होती है तो इससे सफलता और सकारात्मकता आती है।