बाज़ार का तला-भुना भोजन कम करें और ताज़े फल-सब्ज़ियाँ खाएँ। पौष्टिक भोजन न केवल शरीर बल्कि मन को भी प्रसन्न रखता है।
हर दिन कम से कम ३० मिनट सैर करें। यह सबसे सरल उपाय है तंदुरुस्त और सक्रिय रहने का।
तनाव से दूर रहना भी जीवनशैली का हिस्सा है। संगीत सुनें, पुस्तक पढ़ें या कुछ समय विश्राम करें।
दिन भर पर्याप्त मात्रा में जल पीना न भूलें। पर्याप्त जल पीने से त्वचा और पाचन दोनों बेहतर रहते हैं।
विचारों और आदतों में छोटे परिवर्तन लाकर अपने जीवन को संतुलित और प्रसन्न बनाइए।
सकारात्मक सोच और मुस्कान के साथ प्रत्येक दिन को विशेष बनाइए। अंततः प्रसन्न रहना ही सच्ची जीवनशैली है!