July 31, 2025 7:58 PM

एचडीएफसी बैंक के सीईओ शशिधर जगदीशन के खिलाफ धोखाधड़ी की FIR, बैंक ने बताया दुर्भावनापूर्ण आरोपS

hdfc-bank-ceo-fraud-fir-liilavati-trust

नई दिल्ली।
देश के सबसे बड़े निजी बैंकों में से एक एचडीएफसी बैंक विवादों के घेरे में आ गया है। मुंबई स्थित लीलावती कीर्तिलाल मेहता मेडिकल ट्रस्ट ने बैंक के प्रबंध निदेशक और सीईओ शशिधर जगदीशन के खिलाफ वित्तीय धोखाधड़ी के आरोपों को लेकर एफआईआर दर्ज कराई है। यह एफआईआर बॉम्बे मजिस्ट्रेट कोर्ट के निर्देश पर दर्ज की गई।

ट्रस्ट की ओर से लगाए गए आरोपों के मुताबिक, शशिधर जगदीशन ने 2.05 करोड़ रुपये ट्रस्ट के एक पूर्व सदस्य से लिए थे, जिससे ट्रस्ट के ही एक मौजूदा सदस्य के पिता को मानसिक रूप से परेशान किया जा सके। ट्रस्ट का कहना है कि इस रकम का प्रयोग ट्रस्ट के आंतरिक मामलों में हस्तक्षेप करने और निजी लाभ उठाने के लिए किया गया।


बैंक का जवाब: CEO के साथ खड़ा है एचडीएफसी

इन आरोपों के जवाब में एचडीएफसी बैंक ने सोमवार को एक आधिकारिक बयान जारी कर सभी आरोपों को बेबुनियाद और दुर्भावनापूर्ण बताया है। बैंक ने स्पष्ट किया कि वह अपने सीईओ शशिधर जगदीशन के साथ खड़ा है और विधिक लड़ाई लड़ने के लिए हर आवश्यक कदम उठाएगा।

बैंक के प्रवक्ता ने कहा, “यह शिकायत दुर्भावनापूर्ण इरादे से की गई प्रतीत होती है और इसका कोई कानूनी या तथ्यात्मक आधार नहीं है। बैंक नियामकीय संस्थाओं के साथ पूरा सहयोग करेगा।”


आरबीआई और सेबी से की गई कार्रवाई की मांग

लीलावती ट्रस्ट के मेहता परिवार ने भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) और भारतीय प्रतिभूति एवं विनिमय बोर्ड (SEBI) से शशिधर जगदीशन को बैंक की सभी जिम्मेदारियों से निलंबित करने की मांग की है। ट्रस्ट का कहना है कि जब तक इस मामले की जांच पूरी नहीं हो जाती, तब तक बैंक की शीर्ष जिम्मेदारियों से उन्हें हटाया जाना जरूरी है।


ट्रस्ट का दावा: कई वरिष्ठ अधिकारी संलिप्त

एफआईआर में सिर्फ शशिधर जगदीशन ही नहीं, बल्कि एचडीएफसी बैंक के कई वरिष्ठ अधिकारियों और पूर्व कर्मचारियों को भी नामजद किया गया है। ट्रस्ट का आरोप है कि इन लोगों ने लीलावती ट्रस्ट से जुड़े फंड का दुरुपयोग किया, और संस्थागत फैसलों को प्रभावित करने की कोशिश की।


बढ़ सकती है नियामकीय जाँच

इस एफआईआर और सार्वजनिक विवाद के बाद आरबीआई और सेबी द्वारा स्वतंत्र जांच की संभावना बढ़ गई है। अगर बैंक पर लगे आरोपों की पुष्टि होती है, तो इससे एचडीएफसी बैंक की साख और बाजार में उसकी स्थिति को गंभीर नुकसान हो सकता है। हालांकि, बैंक फिलहाल स्पष्ट रूप से इन आरोपों को साजिश करार दे रहा है।


कौन हैं शशिधर जगदीशन?

शशिधर जगदीशन ने 2020 में आदित्य पुरी के उत्तराधिकारी के रूप में HDFC बैंक के CEO का पदभार संभाला था। उन्हें बैंकिंग क्षेत्र में मजबूत रणनीति, पारदर्शिता और नेतृत्व के लिए जाना जाता है। ऐसे में उनके खिलाफ लगाए गए आरोप न केवल व्यक्तिगत छवि बल्कि बैंक की साख पर भी प्रभाव डाल सकते हैं।


आरोप गंभीर हैं, और मामला अब कानूनी प्रक्रिया के अधीन है। आने वाले समय में जांच और नियामकीय एजेंसियों की कार्रवाई पर सभी की निगाहें टिकी रहेंगी।

Share on facebook
Share on twitter
Share on linkedin
Share on whatsapp
Share on telegram