चंडीगढ़: हरियाणा के 10 नगर निगमों के मेयर चुनाव के नतीजे आना शुरू हो गए हैं। अब तक आए नतीजों में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने करनाल, अंबाला, सोनीपत और फरीदाबाद नगर निगम में मेयर पद जीत लिया है। वहीं, मानेसर नगर निगम में निर्दलीय उम्मीदवार डॉ. इंद्रजीत यादव ने भाजपा उम्मीदवार सुंदर लाल को हराकर जीत दर्ज की।
मानेसर में निर्दलीय प्रत्याशी की जीत
मानेसर में निर्दलीय उम्मीदवार डॉ. इंद्रजीत यादव ने जीत दर्ज कर भाजपा को झटका दिया। उन्होंने चुनाव प्रचार के दौरान खुद को केंद्रीय राज्यमंत्री और गुरुग्राम से भाजपा सांसद राव इंद्रजीत सिंह का करीबी बताया था।
कांग्रेस को बड़ा झटका, सभी नगर निगमों में पीछे
हरियाणा के इस निकाय चुनाव में कांग्रेस को करारा झटका लगा है।
- कांग्रेस विधायक विनेश फोगाट के विधानसभा क्षेत्र जुलाना नगर पालिका में भाजपा उम्मीदवार डॉ. संजय जांगड़ा ने जीत दर्ज की।
- फतेहाबाद जिले की जाखल मंडी नगर पालिका में निर्दलीय उम्मीदवार विकास कुमार ने जीत हासिल की। यहां भाजपा उम्मीदवार सुरेंद्र मित्तल को हार का सामना करना पड़ा।
हिसार में कांग्रेस उम्मीदवार की गड़बड़ी का आरोप
हिसार के वार्ड नंबर 1 से कांग्रेस की पार्षद उम्मीदवार रेखा बंसल के एजेंट आशीष लावट ने मतगणना प्रक्रिया पर सवाल उठाए। उन्होंने EVMS (श्वङ्करू) की चार्जिंग को लेकर आपत्ति जताई और कहा कि मतगणना के दिन भी मशीन पूरी तरह चार्ज थी, जिससे गड़बड़ी की आशंका है। अधिकारियों ने इस पर कोई स्पष्ट जवाब नहीं दिया।
8 नगर निगमों में मतगणना जारी, 2 में उपचुनाव
हरियाणा के 8 नगर निगमों में मेयर और वार्ड पार्षदों के चुनाव की मतगणना चल रही है। वहीं, सोनीपत और अंबाला नगर निगम में सिर्फ मेयर पद के लिए उपचुनाव की मतगणना हो रही है।
32 नगर पालिका और नगर परिषदों के लिए भी चुनाव
निकाय चुनाव के तहत 32 नगर पालिका और नगर परिषदों के लिए भी चुनाव और उपचुनाव की मतगणना जारी है। इनमें से कई सीटों पर भाजपा और निर्दलीय उम्मीदवारों के बीच कड़ा मुकाबला देखने को मिल रहा है।
भाजपा का दबदबा जारी
हरियाणा निकाय चुनाव में भाजपा ने एक बार फिर से अपनी पकड़ मजबूत बनाए रखी है। अब तक के रुझानों में 10 में से 4 नगर निगमों में भाजपा ने जीत दर्ज कर ली है और 5 अन्य नगर निगमों में भाजपा आगे चल रही है। कांग्रेस का अब तक प्रदर्शन कमजोर नजर आ रहा है। निर्दलीय उम्मीदवार भी कई सीटों पर भाजपा को कड़ी टक्कर दे रहे हैं।
हरियाणा निकाय चुनाव के नतीजों से साफ है कि भाजपा का दबदबा बरकरार है, लेकिन निर्दलीय प्रत्याशी भी चुनौती पेश कर रहे हैं। कांग्रेस इस चुनाव में अब तक कहीं भी मजबूत स्थिति में नजर नहीं आई है। आने वाले समय में यह देखना दिलचस्प होगा कि क्या निर्दलीय उम्मीदवार सरकार की नीतियों को चुनौती देंगे या भाजपा का समर्थन करेंगे।
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