हनुमान जयंती सिर्फ एक पर्व नहीं, आस्था और विश्वास का ऐसा उत्सव है, जिसमें हर श्रद्धालु यह चाहता है कि बजरंगबली उसकी हर पीड़ा हर लें। लेकिन क्या वास्तव में हनुमान जी को प्रसन्न करना आसान है? जवाब है – हाँ, लेकिन सही विधि और सच्चे मन से।
इस वर्ष हनुमान जयंती 12 अप्रैल 2025, को मनाई जाएगी। संयोग से यह दिन मंगल को पड़ रहा है, जो स्वयं हनुमान जी का दिन माना जाता है, ऐसे में इसका महत्व और भी बढ़ गया है।
🌄 सुबह ऐसे करें शुभारंभ
हनुमान जयंती के दिन सुबह ब्रह्म मुहूर्त में उठकर स्नान कर लें। फिर स्वच्छ लाल या केसरिया वस्त्र पहनें। घर के पूजा स्थल को साफ कर एक चौकी पर लाल कपड़ा बिछाएं और उस पर हनुमान जी की मूर्ति या चित्र स्थापित करें।
🔥 हनुमान जी को कैसे करें प्रसन्न?
हनुमान जी को प्रसन्न करने के लिए जरूरी है श्रद्धा, नियम, और सच्चा मन। इस दिन आप निम्न विधियों से उनकी कृपा पा सकते हैं:
📿 ज़रूरी पाठ (Paath)
- हनुमान चालीसा – कम से कम 7 बार
- सुंदरकांड – अगर संभव हो तो पूरा पाठ करें
- बजरंग बाण – विशेष रूप से संकटों से मुक्ति के लिए
- हनुमानाष्टक – हनुमान जी की महिमा का बखान
विशेष मंत्र:
|| ॐ हं हनुमते नमः ||
(इस मंत्र का 108 बार जाप करें)
🪔 पूजन विधि (Puja Vidhi)
- हनुमान जी को चोला चढ़ाएं (सिंदूर और चमेली का तेल)
- भोग में गुड़-चना, लड्डू, और केले अर्पित करें
- दीप जलाएं और धूप दिखाएं
- आरती करें: “आरती कीजै हनुमान लला की…”
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🕒 शुभ मुहूर्त
- प्रातः 6:00 बजे से दोपहर 12:00 बजे तक
- या संध्या काल (शाम 5 बजे के बाद)
🧘♂️ व्रत और आचरण
- ब्रह्मचर्य का पालन करें
- मांस-मदिरा से दूर रहें
- सात्विक भोजन या फलाहार लें
- मन और वाणी को संयमित रखें
🛑 क्या न करें?
- तुलसी, सफेद फूल या खीर का भोग न लगाएं
- पूजा में अपवित्र वस्त्रों या मन से शामिल न हों
- पूजा के बाद निंदात्मक चर्चा न करें
हनुमान जयंती पर यदि श्रद्धा, सच्चे मन और भक्ति से पूजा की जाए तो जीवन के सबसे कठिन संकट भी छूमंतर हो सकते हैं। हनुमान जी अपने भक्तों से अधिक कुछ नहीं मांगते – केवल श्रद्धा और समर्पण।
जय बजरंगबली!