गुजरात में दो नए राष्ट्रीय राजमार्ग परियोजनाओं का शिलान्यास, पर्यटन और रोजगार को मिलेगा बढ़ावा

नई दिल्ली, 20 सितंबर (हि.स.)।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने शनिवार को गुजरात के भावनगर में 34,200 करोड़ रुपये की विकास परियोजनाओं का उद्घाटन और शिलान्यास किया। इन परियोजनाओं का उद्देश्य राज्य के बुनियादी ढांचे को मजबूत करना, पर्यटन को नई दिशा देना और आर्थिक विकास को गति प्रदान करना है।

दो राष्ट्रीय राजमार्ग परियोजनाओं की आधारशिला

केंद्रीय सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने जानकारी दी कि प्रधानमंत्री ने इस दौरान राष्ट्रीय राजमार्ग-56 (NH-56) के दो प्रमुख खंडों की आधारशिला रखी।

  1. जाबुगाम–धमासिया खंड (छोटा उदयपुर) : यह 38.3 किलोमीटर लंबा चार लेन का मार्ग होगा।
  2. बिटाडा/मोवी–नसरपुर खंड (भरुच) : यह 29.1 किलोमीटर लंबा चार लेन का मार्ग बनेगा।

इन दोनों परियोजनाओं से छोटा उदयपुर, नर्मदा, भरुच, सूरत और तापी जिलों की सड़क कनेक्टिविटी में अभूतपूर्व सुधार होगा।

पर्यटन को मिलेगा बढ़ावा

गडकरी ने कहा कि ये सड़क परियोजनाएं न केवल यातायात को सुगम बनाएंगी बल्कि स्टैच्यू ऑफ यूनिटी, सरदार सरोवर बांध, जंबुघोडा वन्यजीव अभयारण्य, रतनमहल स्लॉथ बेयर अभयारण्य, शूलपनेश्वर और पूर्णा वन्यजीव अभयारण्य जैसे प्रमुख पर्यटन स्थलों तक पहुंच आसान करेंगी।

इसके अलावा उनाई माता मंदिर जैसे धार्मिक स्थलों तक भी यात्रा सरल होगी। इससे धार्मिक और पर्यावरण-पर्यटन दोनों को बढ़ावा मिलेगा। बेहतर कनेक्टिविटी से राज्य में आने वाले पर्यटकों की संख्या में वृद्धि की संभावना है।

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रोजगार और आर्थिक अवसर

गडकरी ने कहा कि इन परियोजनाओं से विशेष रूप से दक्षिण गुजरात के आदिवासी बहुल क्षेत्रों में रोजगार सृजन होगा। सड़क निर्माण से प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रूप से हजारों लोगों को रोजगार मिलेगा। साथ ही, कनेक्टिविटी बेहतर होने से छोटे व्यवसाय, स्थानीय उद्योग और पर्यटन आधारित सेवाओं को नई गति मिलेगी।

उन्होंने बताया कि नर्मदा जैसे आकांक्षी जिले में इन परियोजनाओं से स्थानीय समुदायों के लिए नए अवसर पैदा होंगे और सतत आर्थिक विकास को बढ़ावा मिलेगा।

विकास और विश्वास का प्रतीक

विशेषज्ञों का मानना है कि इन परियोजनाओं से गुजरात के ग्रामीण और पिछड़े क्षेत्रों को शहरी विकास से जोड़ा जा सकेगा। यह केवल सड़क निर्माण का कार्य नहीं, बल्कि क्षेत्रीय असमानता को कम करने और सामाजिक-आर्थिक न्याय को स्थापित करने का प्रयास है।