October 27, 2025 1:38 PM

गुजरात के महुवा में 24 घंटे में 8 इंच बारिश; साइक्लोन ‘मोन्था’ का असर, आंध्र प्रदेश में स्कूल बंद

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– देशभर में तीन मौसमीय सिस्टम सक्रिय, मध्यप्रदेश समेत 15 राज्यों में अगले चार दिन तक बारिश की संभावना

नई दिल्ली। देश में आधिकारिक रूप से मानसून को विदा हुए 15 दिन से ज्यादा समय बीत चुका है, लेकिन फिर भी आसमान में घने बादल और बरसात का सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा। रविवार को देश के लगभग 90 प्रतिशत हिस्सों में बादल छाए रहे और कई राज्यों में हल्की से लेकर तेज बारिश दर्ज की गई।

मौसम विभाग के अनुसार, इस समय देश में तीन अलग-अलग मौसमीय सिस्टम एकसाथ सक्रिय हैं, जिनका असर मध्यप्रदेश, गुजरात, महाराष्ट्र, आंध्र प्रदेश, तमिलनाडु, कर्नाटक, केरल, ओडिशा और पश्चिम बंगाल समेत करीब 15 राज्यों में अगले चार दिन तक दिखाई देगा।


अरब सागर से लेकर बंगाल की खाड़ी तक सक्रिय सिस्टम

मौसम विशेषज्ञों के अनुसार, अरब सागर में बना एक कम दबाव का क्षेत्र (Low Pressure Area) गुजरात और दक्षिण-पश्चिम राजस्थान तक सक्रिय है। इसके कारण गुजरात के कई जिलों में भारी बारिश दर्ज की जा रही है। सबसे अधिक वर्षा भावनगर जिले के महुवा में हुई, जहाँ 24 घंटे में 8 इंच (करीब 203 मिमी) बारिश दर्ज की गई।

वहीं, दक्षिण-पूर्व बंगाल की खाड़ी में बना एक अन्य कम दबाव का क्षेत्र (Deep Depression) तेजी से मजबूत हो रहा है। मौसम विभाग ने बताया कि यह सिस्टम सोमवार तक समुद्री तूफान ‘साइक्लोन मोन्था’ (Cyclone Montha) में तब्दील हो सकता है।


आंध्र प्रदेश में रेड अलर्ट, स्कूल बंद

चक्रवात मोन्था का केंद्र फिलहाल विशाखापट्टनम से 830 किलोमीटर पूर्व दिशा में स्थित है। इसके प्रभाव से आंध्र प्रदेश के तटीय जिलों — विशाखापट्टनम, श्रीकाकुलम, विजय नगरम और पूर्वी गोदावरी में तेज हवाओं के साथ भारी वर्षा की संभावना जताई गई है।
राज्य सरकार ने सोमवार को सभी स्कूलों को बंद रखने के आदेश जारी कर दिए हैं और प्रशासन को सतर्क रहने के निर्देश दिए गए हैं। मौसम विभाग ने यहां के लिए रेड अलर्ट घोषित किया है।


उत्तर भारत में भी बदलेगा मौसम

वहीं, पश्चिमी विक्षोभ (Western Disturbance) के सक्रिय होने से जम्मू-कश्मीर, लद्दाख, हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड में भी मौसम करवट लेने लगा है। अगले दो दिनों में इन इलाकों में बारिश और तेज बर्फबारी की संभावना जताई गई है। मौसम वैज्ञानिकों के मुताबिक 6 नवंबर के बाद पहाड़ी इलाकों में पहली भारी बर्फबारी दर्ज की जा सकती है।


मध्यप्रदेश और महाराष्ट्र में भी असर

अरब सागर और बंगाल की खाड़ी से आए नमी वाले बादलों के कारण मध्यप्रदेश, महाराष्ट्र और छत्तीसगढ़ के कई जिलों में भी गरज-चमक के साथ वर्षा हो रही है। भोपाल, इंदौर, जबलपुर और होशंगाबाद में रविवार को दिनभर बादल छाए रहे और हल्की बूंदाबांदी होती रही।


मौसम विभाग की चेतावनी

भारतीय मौसम विभाग (IMD) ने चेतावनी दी है कि अगले चार दिनों तक दक्षिण और पश्चिम भारत के तटीय इलाकों में तेज हवाओं, बिजली गिरने और भारी वर्षा की संभावना है।
मछुआरों को समुद्र में न जाने की सलाह दी गई है। साथ ही प्रशासन को राहत दल तैयार रखने और निचले इलाकों से लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुँचाने के निर्देश दिए गए हैं।

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