July 12, 2025 3:17 PM

गुजरात: गंभीरा पुल हादसे में मृतकों की संख्या 15 हुई, रेस्क्यू ऑपरेशन जारी

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वडोदरा-आणंद को जोड़ने वाला पुल ढहने से बड़ा हादसा, राज्य सरकार ने 212 करोड़ मंजूर किए नए पुल के लिए

गुजरात के गंभीरा पुल हादसे में अब तक 15 की मौत, बचाव कार्य जारी

वडोदरा। गुजरात के वडोदरा और आणंद शहर को जोड़ने वाला गंभीरा नदी पुल हादसा लगातार बड़ा रूप लेता जा रहा है। बुधवार सुबह हुए इस हादसे में अब तक 15 लोगों की मौत की पुष्टि हो चुकी है, जबकि तीन लोग अभी भी लापता हैं। प्रशासन और एनडीआरएफ की टीमें लगातार दूसरे दिन गुरुवार को भी राहत और बचाव कार्य में जुटी रहीं।

हादसे का कारण: पुल का स्लैब गिरा

पुलिस अधीक्षक रोहन आनंद ने बताया कि गंभीरा ब्रिज का करीब 10 से 15 मीटर लंबा स्लैब अचानक टूटकर भरभराकर गिर गया, जिससे पुल से गुजर रहे कई वाहन नदी में जा गिरे। इस दौरान दो अन्य वाहन जो गिरने ही वाले थे, उन्हें समय रहते सुरक्षित बाहर निकाल लिया गया।

नदी में फंसे हैं और वाहन

प्रशासन को आशंका है कि नदी में अब भी दो और वाहन फंसे हो सकते हैं। घटनास्थल पर ट्रक, कार और अन्य वाहनों के मलबे को कीचड़ और सिरेमिक टाइल्स के बीच से निकालने का प्रयास किया जा रहा है। बुधवार देर रात तक फ्लड लाइट की मदद से रेस्क्यू ऑपरेशन चलता रहा।

घटनास्थल पर प्रशासनिक निगरानी

वडोदरा के कलेक्टर सहित अन्य वरिष्ठ अधिकारी घटनास्थल पर लगातार मौजूद रहे। गुरुवार सुबह से फंसे ट्रकों को निकालने के लिए वायर और क्रेनों की मदद ली गई। अब तक तीन और शवों को बरामद कर पादरा सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र भेजा गया है, जहां पोस्टमार्टम के बाद शव परिजनों को सौंपे जा रहे हैं।


नया पुल बनाने को सरकार की मंजूरी

राज्य सरकार के प्रवक्ता एवं कैबिनेट मंत्री ऋषिकेश पटेल ने जानकारी दी कि इस हादसे को गंभीरता से लेते हुए नए पुल के निर्माण के लिए 212 करोड़ रुपये मंजूर कर दिए गए हैं। उन्होंने बताया कि हादसे की उच्चस्तरीय जांच के आदेश भी दे दिए गए हैं।


पुल की हालत पहले भी सवालों में

  • गंभीरा पुल 900 मीटर लंबा है, जिसका उद्घाटन साल 1985 में हुआ था।
  • तीन साल पहले कराई गई जांच रिपोर्ट में कोई बड़ी खामी नहीं पाई गई थी, जिसके बाद भी पुल पर आवागमन जारी था।
  • नौ दिन पहले ही पुल का निरीक्षण किया गया था, लेकिन कोई चेतावनी नहीं दी गई।

प्रशासन का मानना है कि यदि नदी में पानी अधिक होता, तो यह हादसा और भी भीषण हो सकता था।


लापता लोगों की तलाश जारी

रेस्क्यू ऑपरेशन में जुटी टीमें अभी भी तीन लापता लोगों की तलाश में लगी हैं। नदी की गहराई और कीचड़ भरा इलाका कार्य में बाधा बना हुआ है, फिर भी प्रशासन लगातार प्रयास कर रहा है कि जल्द से जल्द लापता व्यक्तियों का पता लगाया जा सके।



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