आग पर काबू पाने की कोशिश जारी, प्रशासन ने शुरू की जांच
अहमदाबाद। गुजरात के बनासकांठा जिले के डीसा क्षेत्र में आज सुबह एक पटाखा फैक्ट्री में बड़ा हादसा हो गया। धुनवा रोड स्थित दीपक ट्रेडर्स नाम की इस फैक्ट्री में बॉयलर फटने से भीषण आग लग गई, जिससे अब तक 7 मजदूरों की मौत हो चुकी है और 5 मजदूर गंभीर रूप से घायल हैं। दमकल विभाग की कई गाड़ियां आग पर काबू पाने की कोशिश कर रही हैं, जबकि स्थानीय प्रशासन ने बचाव अभियान तेज कर दिया है।
कैसे हुआ हादसा?
प्रारंभिक जानकारी के अनुसार, फैक्ट्री में चल रहे पटाखा निर्माण के दौरान बॉयलर में तेज धमाका हुआ, जिससे पूरी इमारत में आग फैल गई। फैक्ट्री में काम कर रहे मजदूरों को संभलने का मौका नहीं मिला और वे आग की चपेट में आ गए। धमाके की आवाज कई किलोमीटर दूर तक सुनी गई, जिससे आसपास के इलाके में हड़कंप मच गया।
अब तक 7 शव बरामद, बचाव कार्य जारी
दमकल अधिकारियों के अनुसार, अब तक सात शव निकाले जा चुके हैं, लेकिन मरने वालों की संख्या और बढ़ सकती है। कई मजदूरों के अभी भी मलबे में दबे होने की आशंका जताई जा रही है। स्थानीय प्रशासन, दमकलकर्मी और पुलिस की टीमें राहत कार्य में जुटी हुई हैं। डीसा के विधायक प्रवीण माली ने बताया कि कुछ मजदूरों को सुरक्षित निकालकर अस्पताल भेजा गया है, लेकिन घायलों की हालत गंभीर बनी हुई है।
घायलों की स्थिति और अस्पताल में इलाज
डीसा एसडीएम नेहा पांचाल ने बताया कि सभी घायलों को सिविल अस्पताल में भर्ती कराया गया है, जिनमें से छह लोगों का इलाज चल रहा है। इनमें से तीन मजदूर 40 प्रतिशत से ज्यादा जल चुके हैं और उनकी हालत चिंताजनक बनी हुई है। डॉक्टरों की टीम घायलों को बचाने का हरसंभव प्रयास कर रही है।
फैक्ट्री का लाइसेंस जांच के दायरे में
इस हादसे के बाद फैक्ट्री की कानूनी स्थिति को लेकर सवाल उठ रहे हैं। दीपक ट्रेडर्स नाम की इस पटाखा फैक्ट्री के मालिक खूबचंद सिंधी हैं, जो विस्फोटक सामग्री मंगवाकर पटाखे बनवाते थे। हालांकि, अभी यह स्पष्ट नहीं है कि इस फैक्ट्री के पास पटाखा निर्माण का लाइसेंस था या नहीं। प्रशासन ने इस मामले में जांच शुरू कर दी है और जल्द ही पूरी जानकारी सामने आने की उम्मीद है।
प्रशासन ने दिए उच्चस्तरीय जांच के आदेश
इस घटना को लेकर स्थानीय प्रशासन और पुलिस सतर्क हो गई है। डीसा एसडीएम ने कहा कि प्रारंभिक जांच जारी है और जल्द ही हादसे के असली कारण का पता लगाया जाएगा। इस बीच, फैक्ट्री के मालिक से भी पूछताछ की जा रही है और यह देखा जा रहा है कि क्या सुरक्षा मानकों का पालन किया गया था या नहीं।
स्थानीय लोगों में आक्रोश, मुआवजे की मांग
इस भयावह घटना के बाद स्थानीय लोगों में गुस्सा है। उनका कहना है कि प्रशासन को पहले ही ऐसी अवैध फैक्ट्रियों पर सख्ती करनी चाहिए थी। मजदूरों के परिवारों ने सरकार से मुआवजे और जिम्मेदारों पर सख्त कार्रवाई की मांग की है। इस बीच, राज्य सरकार ने मृतकों के परिजनों को सहायता राशि देने की घोषणा कर सकती है।
स्वदेश ज्योति के द्वारा।
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