गूगल ने क्लाउड यूनिट से 100 से ज्यादा कर्मचारियों को हटाया, एआई और इंफ्रास्ट्रक्चर पर बढ़ा फोकस

एआई और इंफ्रास्ट्रक्चर पर बढ़ा फोकस, प्रभावित ज्यादातर अमेरिकी यूनिट्स के लोग

नई दिल्ली, 3 अक्टूबर। दुनिया की अग्रणी टेक कंपनी गूगल ने अपनी क्लाउड यूनिट से 100 से अधिक डिजाइन से जुड़े कर्मचारियों की छंटनी कर दी है। यह कदम कंपनी के एआई और इंफ्रास्ट्रक्चर पर ध्यान केंद्रित करने की रणनीति का हिस्सा माना जा रहा है। सीएनबीसी की रिपोर्ट के मुताबिक, जिन टीमों को प्रभावित किया गया है उनमें “क्वांटिटेटिव यूजर एक्सपीरियंस रिसर्च” और “प्लेटफार्म एंड सर्विस एक्सपीरियंस” जैसी इकाइयाँ शामिल हैं। इन टीमों का मुख्य काम डेटा और सर्वे का उपयोग करके उपयोगकर्ताओं के व्यवहार को समझना और प्रोडक्ट डिजाइन को बेहतर बनाना था।

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किन कर्मचारियों पर पड़ा असर?

  • गूगल ने क्लाउड डिजाइन टीम का लगभग आधा हिस्सा ही बरकरार रखा है।
  • प्रभावित कर्मचारियों में अधिकांश अमेरिकी यूनिट्स के लोग शामिल हैं।
  • कुछ कर्मचारियों को दिसंबर की शुरुआत तक कंपनी के अंदर किसी अन्य भूमिका की तलाश करने का समय दिया गया है।
  • गूगल की ओर से अभी तक इस छंटनी पर कोई आधिकारिक प्रतिक्रिया सामने नहीं आई है।

एआई इंफ्रास्ट्रक्चर पर फोकस

गूगल का यह कदम इस बात की ओर इशारा करता है कि कंपनी अब अपने संसाधनों को एआई इंफ्रास्ट्रक्चर और आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस आधारित प्रोडक्ट्स पर केंद्रित कर रही है।

  • इस साल की शुरुआत से ही कंपनी ने कई अमेरिकी इकाइयों में कर्मचारियों को एग्जिट पैकेज ऑफर किए हैं।
  • छोटे टीमों के कई मैनेजरों को भी हटाया गया है।
  • गूगल अब कर्मचारियों को उनके रोज़मर्रा के कामों में एआई का अधिक उपयोग करने के लिए प्रेरित कर रहा है।

कंपनी की आगे की रणनीति

सीईओ सुंदर पिचाई पहले ही स्पष्ट कर चुके हैं कि कंपनी को अब अधिक कुशल बनना होगा ताकि हर समस्या का समाधान केवल “हेडकाउंट” (ज्यादा कर्मचारियों की नियुक्ति) से न किया जाए।

  • इसी नीति के तहत गूगल ने हाल के महीनों में एचआर, हार्डवेयर, सर्च, एडवरटाइजिंग, मार्केटिंग, फाइनेंस और कॉमर्स डिवीज़न जैसे विभागों में भी बायआउट ऑफर दिए हैं।
  • इसका सीधा संकेत है कि गूगल आने वाले समय में अपने वर्कफोर्स को छोटा और कुशल बनाकर एआई और क्लाउड सेवाओं में आक्रामक निवेश करेगा।

टेक कंपनियों में छंटनी का सिलसिला

गूगल ही नहीं, अन्य बड़ी टेक कंपनियां भी हाल के महीनों में कर्मचारियों की संख्या घटा रही हैं।

  • माइक्रोसॉफ्ट ने जुलाई 2025 में लगभग 9,000 कर्मचारियों की छंटनी की थी।
  • मेटा (फेसबुक की पैरेंट कंपनी) ने भी अपनी टीमों को छोटा करते हुए कई कर्मचारियों को बाहर किया था।

बदलता टेक इंडस्ट्री परिदृश्य

विशेषज्ञ मानते हैं कि आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के तेजी से उभार और क्लाउड सेवाओं की बढ़ती प्रतिस्पर्धा ने टेक दिग्गजों की रणनीति को बदल दिया है। कंपनियाँ अब पारंपरिक डिजाइन और यूजर रिसर्च टीमों की जगह एआई-समर्थित डेटा मॉडल्स और ऑटोमेशन टूल्स पर भरोसा कर रही हैं।

गूगल का यह कदम न केवल कंपनी की भविष्य की दिशा दिखाता है, बल्कि यह भी संकेत देता है कि आने वाले वर्षों में टेक सेक्टर में नौकरी के अवसर और चुनौतियाँ किस तरह बदलेंगी।