- कंपनी ने लगभग 200 कर्मचारियों को बाहर का रास्ता दिखा दिया
नई दिल्ली। दुनिया की दिग्गज टेक कंपनियों में शामिल गूगल ने एक बार फिर नौकरियों में कटौती का बड़ा फैसला लिया है। इस बार गाज गिरी है ग्लोबल बिजनेस यूनिट पर, जहां से कंपनी ने लगभग 200 कर्मचारियों को बाहर का रास्ता दिखा दिया है। यह यूनिट गूगल की बिक्री और साझेदारी जैसे महत्वपूर्ण कार्यों को संभालती थी। गूगल ने यह कदम ऐसे समय उठाया है जब वह अपने संसाधनों को AI (आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस) और डेटा सेंटर जैसे भविष्य-निर्माण क्षेत्रों में झोंकने में जुटा है। कंपनी का तर्क है कि वह परिचालन को अधिक संगठित और प्रभावी बनाने के लिए ये बदलाव कर रही है, जिससे ग्राहकों को बेहतर सेवाएं दी जा सकें। गूगल ने एक आधिकारिक बयान में कहा, “हम अपनी टीमों में छोटे-छोटे बदलाव कर रहे हैं जिससे सहयोग को बढ़ावा मिले और हम ग्राहकों को और अधिक प्रभावी तरीके से सेवाएं दे सकें।”
Android, पिक्सल और क्रोम से भी गई नौकरियां
ये पहली छंटनी नहीं है। पिछले महीने गूगल ने अपने प्लेटफॉर्म और डिवाइस यूनिट से भी सैकड़ों लोगों को नौकरी से निकाला था। इसमें Android, Pixel और Chrome ब्राउज़र जैसे प्रमुख प्रोडक्ट से जुड़े कर्मचारी शामिल थे। गूगल की पैरेंट कंपनी Alphabet पहले ही जनवरी 2023 में 12,000 नौकरियों की कटौती की घोषणा कर चुकी है, जो उसके वैश्विक कार्यबल का लगभग 6% था। फरवरी 2024 तक कंपनी के पास कुल 1,83,323 कर्मचारी थे, जिनमें से अब लगातार कटौती हो रही है।
क्या AI के लिए इंसानों की कुर्बानी जायज़?
गूगल की यह रणनीति तकनीकी प्रगति को प्राथमिकता देती जरूर है, लेकिन इससे हजारों कर्मचारियों के जीवन पर सीधा असर पड़ रहा है। सवाल उठता है कि AI के युग में क्या मानव संसाधन को हाशिए पर डाला जा रहा है? टेक्नोलॉजी का विकास स्वागत योग्य है, लेकिन मानवता की कीमत पर नहीं।