दिवाली के बाद सोना-चांदी के दामों में भारी गिरावट, रिकॉर्ड स्तर से हजारों रुपए सस्ता हुआ सोना
नई दिल्ली, 22 अक्टूबर।
दिवाली के बाद देशभर में सोना और चांदी के दामों में भारी गिरावट देखने को मिल रही है। त्योहारों के मौसम में जहां इनकी कीमतों में लगातार तेजी देखी जा रही थी, वहीं अब अचानक मंदी ने निवेशकों और ज्वेलर्स दोनों को चौंका दिया है।
इंडिया बुलियन एंड ज्वेलर्स एसोसिएशन (IBJA) के अनुसार सोमवार को 24 कैरेट सोने की कीमत 10 ग्राम पर 3,726 रुपए की गिरावट के साथ 1,23,907 रुपए के स्तर पर आ गई है। यह गिरावट पिछले दो दिनों में दर्ज की गई है। वहीं चांदी के भावों में भी जोरदार कमी आई है — एक ही दिन में कीमत 10,549 रुपए घटकर 1,52,501 रुपए प्रति किलो हो गई है।

ऑल टाइम हाई से हजारों रुपए सस्ता हुआ सोना
पिछले हफ्ते तक सोना रिकॉर्ड स्तर पर था। 17 अक्टूबर को सोना 1,29,584 रुपए प्रति 10 ग्राम के ऑल टाइम हाई पर पहुंच गया था। इसके बाद से लगातार गिरावट का सिलसिला जारी है। 20 अक्टूबर को यह 1,27,633 रुपए पर था, जबकि अब यह 1,23,907 रुपए पर आ गया है — यानी अपने उच्चतम स्तर से 5,677 रुपए सस्ता हो चुका है।
इसी तरह चांदी भी 14 अक्टूबर को 1,78,100 रुपए प्रति किलो के रिकॉर्ड स्तर पर थी, जो अब 25,599 रुपए सस्ती होकर 1,52,501 रुपए प्रति किलो पर पहुंच गई है।

गिरावट के प्रमुख कारण
सोना-चांदी की कीमतों में यह गिरावट केवल एक आर्थिक उतार-चढ़ाव नहीं, बल्कि कई वैश्विक और घरेलू कारणों का परिणाम है।
1. त्योहारी खरीदारी का अंत
भारत में दीपावली के बाद परंपरागत रूप से सोना-चांदी की खरीदारी रुक जाती है। त्योहारों के दौरान बड़ी मात्रा में हुई खरीदारी के बाद अब मांग में स्वाभाविक गिरावट आई है। यही कारण है कि ज्वेलर्स के पास स्टॉक बढ़ गया है और कीमतों में गिरावट आई है।
2. अंतरराष्ट्रीय बाजार में स्थिरता
अमेरिका और चीन के बीच चल रहे व्यापारिक तनाव (ट्रेड वॉर) में नरमी आने के संकेत मिले हैं। दोनों देशों के बीच अगले सप्ताह बातचीत की संभावना जताई जा रही है। ऐसे में वैश्विक स्तर पर निवेशक ‘सेफ-हेवन’ यानी सोना-चांदी से पैसा निकालकर इक्विटी और डॉलर जैसी परिसंपत्तियों में निवेश कर रहे हैं। इससे अंतरराष्ट्रीय बाजार में भी सोने-चांदी की मांग घटी है।
3. प्रॉफिट बुकिंग और तकनीकी संकेत
लगातार तेजी के बाद बाजार में निवेशकों ने मुनाफा वसूली (प्रॉफिट बुकिंग) शुरू कर दी है। तकनीकी चार्ट के अनुसार रिलेटिव स्ट्रेंथ इंडेक्स (RSI) जैसे संकेतक यह दिखा रहे थे कि सोने-चांदी के भाव ‘ओवरबॉट जोन’ में पहुंच चुके थे। ऐसे में ट्रेंड फॉलोअर्स और बड़े डीलर्स ने बिकवाली शुरू की, जिससे कीमतों में तेज गिरावट आई।
सालभर में कीमतों में बड़ी बढ़ोतरी
हालांकि हालिया गिरावट के बावजूद, पूरे वर्ष के प्रदर्शन पर नजर डालें तो सोना और चांदी दोनों की कीमतें अब भी ऊंचे स्तर पर हैं।
- सोना: 31 दिसंबर 2024 को 10 ग्राम 24 कैरेट सोने की कीमत ₹76,162 थी, जो अब बढ़कर ₹1,23,907 हो गई है — यानी इस साल सोना ₹47,745 महंगा हुआ है।
- चांदी: 31 दिसंबर 2024 को एक किलो चांदी ₹86,017 में मिल रही थी, जो अब ₹1,52,501 पर है — यानी सालभर में ₹66,484 की बढ़ोतरी हुई है।
इससे स्पष्ट है कि मौजूदा गिरावट के बावजूद, सोना और चांदी दीर्घकालिक निवेश के लिए अब भी लाभकारी साबित हो रहे हैं।
सोना खरीदते समय ध्यान रखने योग्य बातें
विशेषज्ञों का मानना है कि सोने में निवेश करने से पहले कुछ महत्वपूर्ण बातों का ध्यान रखना आवश्यक है —
1. सर्टिफाइड गोल्ड ही खरीदें
हमेशा ब्यूरो ऑफ इंडियन स्टैंडर्ड (BIS) द्वारा प्रमाणित हॉलमार्क गोल्ड ही खरीदें। हॉलमार्किंग नंबर अल्फान्यूमेरिक होता है, जैसे — AZ4524, जिससे यह सुनिश्चित होता है कि सोना वास्तविक और शुद्ध है।
2. कीमत की जांच करें
खरीदारी से पहले सोने का भाव इंडिया बुलियन एंड ज्वेलर्स एसोसिएशन (IBJA) की वेबसाइट या अन्य विश्वसनीय स्रोतों से क्रॉस-चेक करें। साथ ही ध्यान रखें कि 24 कैरेट, 22 कैरेट और 18 कैरेट सोने की कीमतें अलग-अलग होती हैं।

विशेषज्ञों की राय
बाजार विश्लेषकों के अनुसार, सोना-चांदी की यह गिरावट अस्थायी है। आने वाले महीनों में यदि वैश्विक अर्थव्यवस्था या डॉलर इंडेक्स में अस्थिरता आती है, तो सोने की कीमतें फिर से बढ़ सकती हैं। वहीं, घरेलू मांग में सुधार और शादी के सीजन की शुरुआत के साथ कीमतों में आंशिक उछाल देखने को मिल सकता है।
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