September 17, 2025 3:14 AM

सोना-चांदी की कीमतों में इस हफ्ते भारी उछाल, सोना 3,369 रुपए और चांदी 4,838 रुपए प्रति यूनिट महंगा

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सोना और चांदी की कीमतों में उछाल: इस हफ्ते सोना 3,369 रुपए और चांदी 4,838 रुपए महंगी


सोना और चांदी की कीमतों में लगातार बढ़त

नई दिल्ली। इस हफ्ते सोना और चांदी की कीमतों में लगातार बढ़त देखी गई है। इंडिया बुलियन एंड ज्वेलर्स एसोसिएशन (IBJA) के आंकड़ों के अनुसार, पिछले शनिवार यानी 6 सितंबर को सोने की कीमत 1,06,338 रुपए प्रति 10 ग्राम थी। वहीं आज, 13 सितंबर को सोना 1,09,707 रुपए प्रति 10 ग्राम पर पहुंच गया है। इसका मतलब है कि केवल एक हफ्ते में सोने की कीमत में 3,369 रुपए की बढ़त दर्ज की गई है।

चांदी की कीमतों में भी इस हफ्ते तेजी देखी गई। पिछले शनिवार को चांदी का भाव 1,23,170 रुपए प्रति किलोग्राम था, जो अब 1,28,008 रुपए प्रति किलोग्राम पर पहुंच गया है। इस प्रकार, केवल सात दिनों में चांदी की कीमत में 4,838 रुपए की वृद्धि हुई है।


क्या वजह है कीमतों में बढ़त की?

विशेषज्ञों का कहना है कि सोने और चांदी की कीमतों में बढ़त के पीछे वैश्विक और घरेलू कारक दोनों हैं। अंतरराष्ट्रीय बाजार में डॉलर के मुकाबले रुपये की कमजोरी, अमेरिका और यूरोप में बढ़ती महंगाई और केंद्रीय बैंकों की नीतियां सोने की मांग बढ़ाने वाली कारक रही हैं।

विशेषज्ञ बताते हैं कि जब वैश्विक आर्थिक अनिश्चितता बढ़ती है, निवेशक सुरक्षित संपत्ति की ओर रुख करते हैं। ऐसे में सोना और चांदी की मांग बढ़ती है, जिससे उनकी कीमतें ऊपर जाती हैं। इसके अलावा, भारत में त्योहारों और शादी के मौसम में ज्वेलरी की मांग भी इस तेजी का एक प्रमुख कारण है।


आम निवेशक और ज्वेलर्स की प्रतिक्रिया

सोने और चांदी की कीमतों में लगातार वृद्धि को देखते हुए निवेशक सतर्क हैं। कुछ निवेशक इस समय सोना खरीदने की बजाय कीमतों के स्थिर होने का इंतजार कर रहे हैं, जबकि कुछ ज्वेलर्स और व्यापारी तेजी को देखते हुए स्टॉक बढ़ा रहे हैं।

दिल्ली के एक ज्वेलर ने बताया, “इस हफ्ते कीमतों में तेजी ने ग्राहकों में उत्सुकता और बेचैनी दोनों पैदा की है। कुछ लोग सोने की खरीद कर रहे हैं ताकि त्योहारों में गिफ्ट या निवेश के लिए इस्तेमाल कर सकें। वहीं, कुछ निवेशक दामों के गिरने का इंतजार कर रहे हैं।”


एक्सप्लेनेटर: सोना और चांदी में निवेश क्यों लाभदायक है

विशेषज्ञों के अनुसार, सोना और चांदी को हमेशा सुरक्षित निवेश माना गया है। जब शेयर बाजार में उतार-चढ़ाव होता है या मुद्रास्फीति बढ़ती है, तो सोने में निवेश करना जोखिम कम करने का तरीका होता है।

सोना केवल एक निवेश का माध्यम नहीं है बल्कि भारत में सांस्कृतिक और धार्मिक दृष्टि से भी इसकी अहमियत है। शादी, त्योहार और धार्मिक अनुष्ठानों में सोने और चांदी की मांग बढ़ जाती है, जिससे कीमतों में स्वाभाविक वृद्धि होती है।


भविष्य की संभावनाएँ

विश्लेषकों का मानना है कि आने वाले हफ्तों में सोने और चांदी की कीमतों में और उतार-चढ़ाव देखने को मिल सकता है। वैश्विक आर्थिक परिस्थितियों, डॉलर के मुकाबले रुपये की स्थिति और केंद्रीय बैंकों की नीतियों का असर सोने और चांदी के दामों पर सीधे पड़ेगा।

कुछ विशेषज्ञ यह भी अनुमान लगा रहे हैं कि अगर डॉलर मजबूत रहता है और वैश्विक आर्थिक अनिश्चितता बनी रहती है, तो सोने की कीमतें 1,12,000 रुपए प्रति 10 ग्राम तक भी पहुंच सकती हैं।


निष्कर्ष: निवेशकों और ग्राहकों के लिए सतर्कता

इस हफ्ते सोने और चांदी की कीमतों में तेज उछाल ने निवेशकों और आम ग्राहकों के लिए सतर्कता जरूरी कर दी है। खरीदारी और निवेश करते समय बाजार की दिशा, वैश्विक घटनाओं और घरेलू मांग का ध्यान रखना अहम है।


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