नई दिल्ली: भारत में 2 जून 2025 को सोने की कीमतों में मजबूत बढ़ोतरी देखी गई है। इंडिया बुलियन एंड ज्वेलर्स एसोसिएशन (IBJA) के ताजा आंकड़ों के अनुसार, 24 कैरेट के 10 ग्राम सोने की कीमत ₹837 की बढ़त के साथ ₹96,192 प्रति 10 ग्राम पर पहुंच गई है। इससे पहले सोने का दाम ₹95,355 था।
इस उछाल ने सोने के बाजार में निवेशकों के बीच फिर से उत्साह पैदा कर दिया है, जो इस बार सोने को बेहतर निवेश विकल्प के रूप में देख रहे हैं। इस वृद्धि के पीछे वैश्विक आर्थिक अस्थिरता, मुद्रास्फीति की आशंका और विदेशी मुद्रा बाजार की चाल को माना जा रहा है।
चांदी के दाम में गिरावट
वहीं, चांदी की कीमतों में इस दिन मामूली गिरावट देखी गई है। IBJA के अनुसार, चांदी का भाव ₹66 घटकर ₹97,392 प्रति किलो रह गया है। इससे पहले चांदी का भाव ₹97,458 प्रति किलो था। चांदी के दामों में यह गिरावट मांग और सप्लाई के बीच असंतुलन तथा वैश्विक बाजार में चांदी की कीमतों में उतार-चढ़ाव का नतीजा माना जा रहा है।

पिछले रिकॉर्ड पर नजर
सोने और चांदी के दामों ने इस साल कुछ बार नए रिकॉर्ड बनाए हैं। सोने ने 21 अप्रैल 2025 को ₹99,100 प्रति 10 ग्राम का ऑल टाइम हाई छुआ था। वहीं चांदी ने 28 मार्च 2025 को ₹1,00,934 प्रति किलो का उच्चतम स्तर हासिल किया था।
हालांकि, मार्च और अप्रैल के बाद सोने और चांदी दोनों के दामों में उतार-चढ़ाव जारी रहा है, जो बाजार में मांग और वैश्विक आर्थिक परिस्थितियों के अनुकूल चल रहा है।
निवेशकों के लिए क्या है संकेत?
सोने के दामों में आज की बढ़त से यह संकेत मिलता है कि निवेशक अभी भी सोने को सुरक्षित निवेश विकल्प मान रहे हैं। वैश्विक मुद्रास्फीति, आर्थिक अनिश्चितताएं, और विदेशी बाजार में सोने की मजबूत मांग इसके मुख्य कारण हैं। वहीं, चांदी की गिरावट से पता चलता है कि चांदी बाजार फिलहाल कुछ दबाव में है, लेकिन इसके दाम भी लंबी अवधि में स्थिर हो सकते हैं।
विशेषज्ञों की सलाह है कि निवेशक बाजार के रुझानों पर नजर रखें और अपनी निवेश योजना के अनुसार ही आगे कदम बढ़ाएं।
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