ग्लोबल मार्केट से मिले-जुले संकेत, एशियाई बाजारों में उतार-चढ़ाव जारी
नई दिल्ली, 30 अक्टूबर।
वैश्विक बाजारों से आज फिर मिले-जुले संकेत देखने को मिल रहे हैं। अमेरिकी, यूरोपीय और एशियाई बाजारों में निवेशकों की सतर्कता बनी हुई है। जहां अमेरिकी बाजार पिछले सत्र में मिश्रित रुझान के साथ बंद हुए, वहीं एशिया के अधिकांश बाजारों में आज सुबह हल्की बढ़त और मामूली गिरावट के बीच कारोबार जारी है।
अमेरिकी फेडरल रिजर्व के अध्यक्ष जेरोम पॉवेल द्वारा आर्थिक परिदृश्य को लेकर जताई गई चिंता और दिसंबर में ब्याज दरों में कटौती को लेकर अनिश्चितता के संकेतों का असर बाजारों में स्पष्ट रूप से देखा जा रहा है।

अमेरिकी बाजारों में उतार-चढ़ाव
पिछले सत्र में अमेरिकी शेयर बाजार दबाव में नजर आया। डाउ जॉन्स इंडेक्स ऊपरी स्तर से 400 अंक तक गिर गया, जबकि एस एंड पी 500 इंडेक्स ने मामूली कमजोरी के साथ सत्र का अंत किया।
- डाउ जॉन्स इंडेक्स: ऊपरी स्तर से फिसलकर बंद
- एस एंड पी 500 इंडेक्स: 0.30 अंक की गिरावट के साथ 6,890.59 अंकों पर बंद
- नैस्डेक: 130.98 अंक यानी 0.55% की बढ़त के साथ 23,958.47 अंकों पर बंद
हालांकि आज डाउ जॉन्स फ्यूचर्स में थोड़ी मजबूती देखने को मिली है, जो 0.15 प्रतिशत की बढ़त के साथ 47,709.96 अंक के स्तर पर कारोबार कर रहा है।
विश्लेषकों का कहना है कि फेडरल रिजर्व की नीतियों को लेकर निवेशकों में असमंजस बना हुआ है। ब्याज दरों में संभावित कटौती की अटकलों के बीच बाजारों में अस्थिरता बनी हुई है।
यूरोपीय बाजारों में भी मिश्रित रुझान
यूरोपीय बाजारों में भी पिछला सत्र मिला-जुला रहा।
- एफटीएसई इंडेक्स: 0.61% की मजबूती के साथ 9,756.14 अंक पर बंद
- सीएसी इंडेक्स: 0.19% की गिरावट के साथ 8,200.88 अंक पर बंद
- डीएएक्स इंडेक्स: 154.42 अंक यानी 0.64% की कमजोरी के साथ 24,124.21 अंक पर बंद
यूरोपीय बाजारों में ऊर्जा कीमतों में अस्थिरता, यूक्रेन संघर्ष के चलते आपूर्ति शृंखला पर दबाव और वैश्विक महंगाई की चिंताओं के कारण निवेशक अभी सतर्क हैं।
एशियाई बाजारों में मिला-जुला कारोबार
आज सुबह एशियाई बाजारों में भी मिश्रित रुख देखने को मिला। नौ प्रमुख बाजारों में से पांच हरे निशान में और चार लाल निशान में कारोबार कर रहे हैं।
- गिफ्ट निफ्टी: 193.50 अंक यानी 0.74% की गिरावट के साथ 26,061.50 अंक पर
- सेट कंपोजिट इंडेक्स: 0.69% फिसलकर 1,306.53 अंक पर
- स्ट्रेट्स टाइम्स इंडेक्स: 0.24% की कमजोरी के साथ 4,429.64 अंक पर
- निक्केई इंडेक्स (जापान): 0.13% गिरकर 51,240 अंक पर
वहीं, कुछ बाजारों में मजबूती भी देखने को मिली —
- हैंग सेंग इंडेक्स (हांगकांग): 171.86 अंक यानी 0.65% की बढ़त के साथ 26,518 अंक पर
- कोस्पी इंडेक्स (दक्षिण कोरिया): 0.27% की वृद्धि के साथ 4,092.18 अंक पर
- जकार्ता कंपोजिट इंडेक्स (इंडोनेशिया): 0.26% उछलकर 8,187.4 अंक पर
- ताइवान वेटेड इंडेक्स: 0.21% की बढ़त के साथ 28,354.32 अंक पर
- शंघाई कंपोजिट इंडेक्स (चीन): 0.06% की मामूली बढ़त के साथ 4,018.86 अंक पर कारोबार कर रहा है।
बाजारों में सतर्क निवेशक
विश्लेषकों का कहना है कि फिलहाल निवेशक केंद्रीय बैंकों की नीतियों, तेल कीमतों और भू-राजनीतिक तनावों को ध्यान में रखते हुए सतर्कता के साथ निवेश कर रहे हैं। अमेरिकी फेड की अगली नीति बैठक तक बाजारों में अस्थिरता का दौर जारी रहने की संभावना है।
भारत समेत उभरते एशियाई बाजारों पर भी वैश्विक दबाव का असर दिखाई दे रहा है। हालांकि भारतीय बाजारों में मजबूत घरेलू अर्थव्यवस्था और निवेश प्रवाह के चलते मध्यम स्तर की स्थिरता बनी रहने की उम्मीद जताई जा रही है।
विशेषज्ञों के अनुसार, आने वाले कुछ दिनों में वैश्विक बाजारों की दिशा अमेरिकी ट्रेजरी बॉन्ड यील्ड, डॉलर इंडेक्स और कच्चे तेल की कीमतों के उतार-चढ़ाव से तय होगी।
✨ स्वदेश ज्योति के द्वारा | और भी दिलचस्प खबरें आपके लिए… सिर्फ़ स्वदेश ज्योति पर!
- वर्ल्ड कप सेमीफाइनल में भारत बनाम ऑस्ट्रेलिया: 8 साल बाद दोबारा आमने-सामने, क्या दोहराएगी हरमनप्रीत की 171 वाली कहानी?

- ग्लोबल मार्केट से मिले-जुले संकेत, एशियाई बाजारों में भी उतार-चढ़ाव जारी

- प्रदेश में बदला मौसम: उज्जैन में दिन-रात का तापमान सिर्फ 2 डिग्री, 12 जिलों में भारी बारिश का अलर्ट

- बच्चों को सुविधाएं देना हमारी पहली प्राथमिकता, उनकी खुशी से मुझे ऊर्जा मिलती है : मुख्यमंत्री मोहन यादव

- संघ के देशभर में चल रहे अभियानों और योजनाओं पर जबलपुर में मंथन शुरू











