भोपाल। ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट (GIS) के अंतिम दिन मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा कि रीजनल इंडस्ट्री कॉन्क्लेव के माध्यम से छोटे शहरों को विकास का मौका मिला है। उन्होंने कहा कि अब लोगों के मन में यह विश्वास जागा है कि वे भी उद्योगपति बन सकते हैं। मुख्यमंत्री ने यह भी स्पष्ट किया कि ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट को भोपाल में आयोजित करने का निर्णय जानबूझकर लिया गया, ताकि भोपाल और अन्य शहरों को भी इंदौर की तरह विकसित किया जा सके। उन्होंने घोषणा की कि भविष्य में शहरी विकास के लिए अलग से एक समिट आयोजित की जाएगी।

समापन समारोह में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह होंगे शामिल
इस समिट के समापन समारोह में आज शाम केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह भोपाल पहुंचेंगे। इससे पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोमवार को इस समिट का उद्घाटन किया था। समिट में अडाणी ग्रुप के चेयरमैन गौतम अडाणी समेत देश-विदेश के कई प्रमुख उद्योगपति शामिल हुए थे। आज शाम को होने वाले समापन कार्यक्रम में मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव के साथ-साथ मध्यप्रदेश सरकार के विभिन्न विभागों के अधिकारी और निवेशक भी मौजूद रहेंगे।
मध्यप्रदेश में यूरोपियन टूरिज्म को मिलेगा बढ़ावा, ओजोन ग्रुप का बड़ा निवेश
दुबई की ओजोन ग्रुप की संस्थापक ओविलिया फर्नांडिस ने घोषणा की कि उनकी कंपनी एविएशन सेक्टर में निवेश करने जा रही है। उन्होंने कहा कि मध्यप्रदेश में पर्यटन की अपार संभावनाएं हैं और उनका समूह यहाँ तीन हवाई जहाज उतारने की योजना बना रहा है, जिससे यूरोपियन टूरिज्म को बढ़ावा मिलेगा। इसके अलावा, उन्होंने महाकालेश्वर और ओंकारेश्वर को यूरोपियन टूरिस्ट हब के रूप में विकसित करने की संभावनाओं पर चर्चा की।

बॉलीवुड अभिनेता पंकज त्रिपाठी और केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत हुए शामिल
ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट के पर्यटन सत्र में प्रसिद्ध अभिनेता पंकज त्रिपाठी और केंद्रीय पर्यटन मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने भी भाग लिया। इस सत्र में मध्यप्रदेश को एक प्रमुख पर्यटन केंद्र के रूप में विकसित करने की रणनीतियों पर चर्चा हुई। विशेषज्ञों और निवेशकों ने राज्य में पर्यटन उद्योग को बढ़ावा देने के लिए विभिन्न योजनाओं पर विचार किया।

शहरीकरण आज की आवश्यकता: कैलाश विजयवर्गीय
नगरीय विकास मंत्री कैलाश विजयवर्गीय ने कहा कि शहरीकरण वर्तमान समय की जरूरत बन चुका है। उन्होंने बताया कि 2047 तक प्रदेश की जनसंख्या 7 प्रतिशत तक बढ़ जाएगी, जिससे सुनियोजित शहरी विकास की आवश्यकता और अधिक बढ़ जाएगी। उन्होंने यह भी कहा कि मध्यप्रदेश सरकार ने पिछले दो महीनों में 18 नई नीतियां बनाई हैं, जो निवेश को आकर्षित करने में सहायक होंगी। विजयवर्गीय ने आश्वासन दिया कि इन्वेस्टर्स के लिए उनके दरवाजे 24 घंटे खुले रहेंगे।
एकीकृत टाउनशिप नीति में शामिल होंगे ग्रामीण क्षेत्र
नगरीय विकास विभाग के प्रमुख सचिव संजय शुक्ला ने अनलॉकिंग लैंड वैल्यू इन सिटीज विषय पर प्रेजेंटेशन दिया। उन्होंने बताया कि मध्यप्रदेश सरकार ने अफॉर्डेबल हाउसिंग सेक्टर में सराहनीय कार्य किया है और आगे शहरों के विकास के लिए बॉन्ड जारी करने की योजना बनाई जा रही है।
सरकार की एकीकृत टाउनशिप नीति के तहत ग्रामीण-शहरी ट्रांजिशन क्षेत्र को भी शामिल किया जाएगा। इसमें ऐसे गांवों को भी जोड़ा जाएगा, जो भविष्य में शहर बनने की क्षमता रखते हैं। यह नीति शहरीकरण को बढ़ावा देने के साथ-साथ ग्रामीण क्षेत्रों के विकास को भी सुनिश्चित करेगी।
ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट के अंतिम दिन शहरी विकास, पर्यटन और औद्योगिक निवेश को लेकर कई बड़े फैसले लिए गए। मध्यप्रदेश को एक आर्थिक और औद्योगिक केंद्र के रूप में स्थापित करने के लिए राज्य सरकार ने कई महत्वपूर्ण समझौते किए हैं। अब देखना होगा कि इन घोषणाओं का प्रभाव जमीनी स्तर पर कितना सफल होता है।