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March 14, 2025 10:39 AM

प्रधानमंत्री जीआईएस में करेंगे मध्यप्रदेश की औद्योगिक नीतियों का शुभारंभ: मुख्यमंत्री

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भोपाल। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने मंगलवार को समत्व भवन में आयोजित बैठक में 24 एवं 25 फरवरी को भोपाल के इंदिरा गांधी राष्ट्रीय मानव संग्रहालय परिसर में होने वाली ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट-2025 (जीआईएस) की तैयारियों की समीक्षा की। बैठक में उन्होंने शीर्ष समिति के सदस्यों के साथ चर्चा कर आयोजन को भव्य, सुव्यवस्थित और ऐतिहासिक बनाने के निर्देश दिए। मुख्यमंत्री ने बताया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 24 फरवरी को सुबह 10:00 बजे इस दो दिवसीय समिट का शुभारंभ करेंगे और मध्यप्रदेश की नवीनतम औद्योगिक नीतियों को लॉन्च करेंगे।

जीआईएस में होगा एमपी एक्सपीरियंस जोन का प्रदर्शन

प्रधानमंत्री मोदी जीआईएस परिसर में स्थापित किए जाने वाले “एमपी एक्सपीरियंस जोन” का अवलोकन करेंगे। यह जोन इमर्सिव डिजिटल वॉक-थ्रू तकनीक का उपयोग कर मध्यप्रदेश की ऐतिहासिक विरासत, औद्योगिक विकास, आर्थिक प्रगति और भावी योजनाओं का प्रभावी रूप से प्रदर्शन करेगा। मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को निर्देशित किया कि सभी विभाग समन्वय स्थापित कर इस आयोजन को पूर्णतः व्यवस्थित करें, जिससे यह समिट राज्य के औद्योगिक विकास में मील का पत्थर साबित हो।

आयोजन को बनाएं ऐतिहासिक

मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा कि यह समिट मध्यप्रदेश की अर्थव्यवस्था को सुदृढ़ करने और वैश्विक निवेशकों को आकर्षित करने के उद्देश्य से आयोजित की जा रही है। उन्होंने निर्देश दिया कि जीआईएस की तैयारियों में कोई भी प्रबंधन संबंधी कमी न रहे और निवेशकों को प्रदेश में निवेश के अनुकूल वातावरण प्रदान किया जाए।
उन्होंने जोर दिया कि राज्य की निवेशक हितैषी औद्योगिक नीतियों, उपलब्ध अधोसंरचनाओं और व्यापारिक संभावनाओं को प्रभावी ढंग से प्रस्तुत किया जाए। साथ ही निवेशकों को सभी आवश्यक सुविधाएं एवं सहायता उपलब्ध कराने के विशेष प्रयास किए जाएं।

निवेशकों के लिए विशेष स्वागत व्यवस्था

मुख्यमंत्री ने निर्देश दिए कि समिट में भाग लेने वाले निवेशक राज्य के विशेष अतिथि हैं, अतः उनका स्वागत पारंपरिक भारतीय आतिथ्य परंपरा के अनुरूप किया जाए। उन्होंने कहा कि इन दो दिनों को निवेशकों के लिए यादगार बनाने हेतु मध्यप्रदेश की समृद्ध संस्कृति, लोक कला, खान-पान और पर्यटन स्थलों का विशेष रूप से प्रदर्शन किया जाए। साथ ही भोपाल के तालाबों का सौंदर्यीकरण किया जाए, जिससे निवेशक भोपाल के अद्वितीय प्राकृतिक सौंदर्य का अनुभव कर सकें। उन्होंने निर्देश दिए कि बड़ी झील में पाल-नौकायन और ई-बैटरी से संचालित नौकाओं का संचालन किया जाए।

जीआईएस में 60 से अधिक देशों के प्रतिनिधियों की सहभागिता

बैठक में जानकारी दी गई कि इस समिट में 60 से अधिक देशों के प्रतिभागी भाग लेंगे। इनमें जिम्बाब्वे के उप मंत्री सहित 10 देशों के राजदूत, 8 देशों के उच्चायुक्त, 7 देशों के काउंसलेट जनरल सहित कुल 133 विदेशी प्रतिनिधि शामिल होंगे। इसके अलावा भारत की अग्रणी कंपनियों के 300 से अधिक अध्यक्ष, एमडी और सीईओ भी इसमें भाग लेंगे। समिट के दौरान 6 विभागीय सम्मेलन, 6 कंट्री सेशन और 10 सेक्टोरल सत्र आयोजित किए जाएंगे।
अब तक विभिन्न श्रेणियों में 31,659 से अधिक पंजीयन प्राप्त हो चुके हैं, जिनमें से 18,736 प्रतिभागियों ने भोपाल में उपस्थित रहने की सहमति जताई है।

ओडीओपी उत्पादों के प्रदर्शन के लिए विशेष गांव

जीआईएस आयोजन परिसर में ‘एक जिला-एक उत्पाद’ (ओडीओपी) श्रेणी के सभी उत्पादों का प्रदर्शन किया जाएगा। इसके लिए एक विशेष गांव तैयार किया जा रहा है, जहां पारंपरिक मिट्टी के बर्तनों, टेराकोटा हस्तनिर्मित कलाकृतियों और मध्यप्रदेश की प्रसिद्ध मूर्तिकला के शिल्पों का विशेष प्रदर्शन किया जाएगा।

भोपाल को विश्वस्तरीय निवेश गंतव्य बनाने का संकल्प

मुख्यमंत्री ने बैठक के दौरान समिट की तैयारियों पर संतोष व्यक्त किया और कहा कि इस आयोजन के माध्यम से भोपाल को वैश्विक निवेश मानचित्र पर एक प्रमुख गंतव्य के रूप में स्थापित किया जाएगा। उन्होंने सभी अधिकारियों और जनप्रतिनिधियों से मिलकर कार्य करने का आग्रह किया, जिससे जीआईएस भोपाल के लिए एक ऐतिहासिक सौगात बन सके।

जनप्रतिनिधियों ने जताया मुख्यमंत्री का आभार

बैठक में उपस्थित भोपाल जिले के सभी जनप्रतिनिधियों ने मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव का आभार प्रकट किया। जनप्रतिनिधियों ने कहा कि इस समिट के माध्यम से भोपाल और प्रदेश के युवाओं को रोजगार के नए अवसर प्राप्त होंगे। मुख्यमंत्री ने खेल एवं युवक कल्याण मंत्री विश्वास सारंग को निर्देश दिए कि वे जीआईएस के दौरान भोपाल की बड़ी और छोटी झील में जल क्रीड़ाओं का आयोजन करें, जिससे देश-विदेश के निवेशकों को मध्यप्रदेश से आत्मीयता से जोड़ने का अवसर मिले।

बैठक में ये रहे उपस्थित

इस बैठक में उप मुख्यमंत्री जगदीश देवड़ा, उप मुख्यमंत्री राजेंद्र शुक्ल, सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्यम मंत्री एवं भोपाल जिले के प्रभारी मंत्री चेतन्य कुमार काश्यप, पिछड़ा वर्ग एवं अल्पसंख्यक कल्याण राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) कृष्णा गौर, खजुराहो सांसद वी.डी. शर्मा, भोपाल सांसद आलोक शर्मा, हुजूर विधायक रामेश्वर शर्मा, महापौर मालती राय, जिला पंचायत अध्यक्ष भोपाल रामकुंवर गुर्जर सहित मुख्य सचिव अनुराग जैन, मुख्यमंत्री कार्यालय में अपर मुख्य सचिव डॉ. राजेश राजौरा, प्रमुख सचिव वित्त मनीष रस्तोगी, प्रमुख सचिव औद्योगिक निवेश एवं प्रोत्साहन राघवेंद्र कुमार सिंह, सचिव एवं आयुक्त जनसम्पर्क डॉ. सुदाम खाड़े, प्रबंध संचालक मध्यप्रदेश औद्योगिक विकास निगम लिमिटेड चंद्रमौली शुक्ला एवं अन्य वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।

यह समिट मध्यप्रदेश को एक प्रमुख औद्योगिक और निवेश गंतव्य के रूप में स्थापित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा और इससे प्रदेश के आर्थिक विकास को नई दिशा मिलेगी।

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