अदाणी, अंबानी और कुमार मंगलम सहित कई बड़े औद्योगिक घरानों ने समिट में शामिल होने की दी सहमति
40 देशों से आएंगे विदेशी मेहमान

भोपाल। भारत के औद्योगिक विकास को नई दिशा देने के उद्देश्य से भोपाल में 24-25 फरवरी को वैश्विक औद्योगिक सम्मेलन (जीआईएस) का आयोजन किया जाएगा। इस समिट का उद्घाटन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी करेंगे। प्रधानमंत्री कार्यक्रम स्थल मानव संग्रहालय में सुबह 10 से 11.30 बजे तक उपस्थित रहेंगे।

जानकारी के अनुसार, मोदी 23 फरवरी की रात भोपाल पहुंच सकते हैं और राजभवन में रात्रि विश्राम करेंगे। इस दौरान प्रधानमंत्री मोदी और मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव देश-विदेश के शीर्ष उद्योगपतियों के साथ राजभवन में रात्रिभोज भी करेंगे। समापन समारोह में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह की उपस्थिति रहेगी।

देश के शीर्ष उद्योगपतियों की भागीदारी

इस समिट के लिए देश के दो बड़े उद्योगपति गौतम अदाणी और कुमार मंगलम बिड़ला की सहमति मिल चुकी है, जबकि मुकेश अंबानी की मौखिक सहमति मिली है। समिट में अब तक 20 हजार से अधिक पंजीकरण हो चुके हैं, और यह संख्या 22 हजार से अधिक होने का अनुमान लगाया जा रहा है।

सम्मेलन स्थल की विशेष तैयारियां

अब तक के आयोजन योजना के अनुसार, प्रधानमंत्री मोदी मुख्य डोम में रहेंगे, जिसकी क्षमता 3,000 लोगों की है। मंच पर केवल एक पोडियम रहेगा, जहां विशिष्ट अतिथि अपनी स्पीच देंगे और फिर लौट जाएंगे। मंच के सामने 60 वीवीआईपी कुर्सियां लगाई जाएंगी, जिन पर प्रधानमंत्री, मुख्यमंत्री, राज्यपाल, अदाणी, अंबानी, बिड़ला समेत शीर्ष उद्योगपति, केंद्रीय मंत्री, उपमुख्यमंत्री, सांसद और विधायक उपस्थित रहेंगे।

डोम में 40 से अधिक बड़ी स्क्रीन लगाई जाएंगी ताकि प्रधानमंत्री और अन्य विशिष्ट अतिथियों के भाषण को अंतिम पंक्ति तक बैठे उद्योगपति भी सुन सकें।

उद्योगपतियों की सूची और आमंत्रण

इस समिट में जिन प्रमुख उद्योगपतियों को आमंत्रित किया गया है, उनमें शामिल हैं:

  • मुकेश अंबानी (रिलायंस इंडस्ट्रीज)
  • एन. चंद्रशेखरन (टाटा समूह)
  • नोएल एन. टाटा
  • आनंद महिंद्रा (महिंद्रा समूह)
  • जमशेद एन. गोदरेज
  • संजीव पुरी (आईटीसी लिमिटेड)
  • संजीव बजाज (बजाज ग्रुप)
  • सतीश रेड्डी
  • नादिर गोदरेज (गोदरेज इंडस्ट्रीज)
  • पवन मुंजाल (हीरो मोटोकॉर्प)
  • एसएन सुब्रह्मण्यम
  • रिशद प्रेमजी (विप्रो)
  • अजीम प्रेमजी
  • सलिल एस. पारेख (इन्फोसिस)
  • दिलीप संघवी (सन फार्मा)
  • वेणु श्रीनिवासन
  • सुनील भारत मित्तल (एयरटेल)
  • बाबा एन. कल्याणी
  • उदय कोटक (कोटक महिंद्रा बैंक)

ज्यादातर उद्योगपतियों ने समिट में भागीदारी के लिए अपने पंजीकरण करवा लिए हैं।

विदेशी निवेशकों की भागीदारी

इस सम्मेलन में 40 से अधिक देशों के प्रतिनिधिमंडल भी भाग लेंगे। इनमें यूनाइटेड किंगडम, जर्मनी, जापान जैसे विकसित देशों के साथ-साथ श्रीलंका, मलेशिया, मंगोलिया, म्यांमार, ताइवान, सिंगापुर, बुल्गारिया, कनाडा, पोलैंड, स्विट्जरलैंड, हांगकांग, थाईलैंड, फिजी और रोमानिया जैसे देश भी शामिल हैं। विदेशी मेहमानों के लिए अलग से कंट्री सेशन आयोजित किए जाएंगे, और उनकी बैठक व्यवस्था भी विशेष रूप से की गई है।

रजिस्ट्रेशन संख्या में वृद्धि की संभावना

जीआईएस समिट के लिए 20 हजार पंजीकरण का लक्ष्य निर्धारित किया गया था, जो कि बुधवार तक पूरा हो गया है। एमपीआईडीसी के अधिकारियों के अनुसार, अभी तक 20 हजार से अधिक पंजीकरण हो चुके हैं और अगले तीन दिनों में यह आंकड़ा 22 हजार तक पहुंच सकता है।

उद्योग जगत के लिए महत्वपूर्ण आयोजन

भोपाल में आयोजित हो रही यह समिट देश और राज्य के औद्योगिक विकास के लिए एक महत्वपूर्ण मंच साबित होगी। इसमें विभिन्न क्षेत्रों के निवेशक, व्यापारिक संगठन, स्टार्टअप संस्थाएं और नीति निर्धारक एक साथ आकर औद्योगिक प्रगति पर चर्चा करेंगे। इससे प्रदेश में रोजगार के अवसर बढ़ेंगे और औद्योगिक निवेश को नई दिशा मिलेगी।


भोपाल में आयोजित होने वाली जीआईएस समिट न केवल भारतीय उद्योग जगत के लिए बल्कि वैश्विक निवेशकों के लिए भी एक महत्वपूर्ण अवसर होगा। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह की उपस्थिति से इस कार्यक्रम की भव्यता और औद्योगिक महत्व को बल मिलेगा।