- तुलसी निकेतन में दर्दनाक हादसा, दुआ फैलने से बेहोश हुई मां-बेटी; दमकल ने कड़ी मशक्कत के बाद पाया आग पर काबू
गाजियाबाद। जिले के साहिबाबाद थाना क्षेत्र में शनिवार को एक दर्दनाक हादसे ने पूरे इलाके को दहला दिया। टीला मोड़ क्षेत्र के तुलसी निकेतन चौकी के पीछे स्थित एक फ्लैट में फ्रिज में शॉर्ट सर्किट से अचानक भीषण आग लग गई। कुछ ही मिनटों में आग ने पूरे घर को अपनी चपेट में ले लिया और वहां दुआ (धुआं) भर गया, जिससे घर में मौजूद मां और उसकी 6 वर्षीय बच्ची बेहोश हो गईं।
सूचना मिलते ही दमकल विभाग की टीम मौके पर पहुंची और कड़ी मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया। लेकिन तब तक बच्ची की हालत गंभीर हो चुकी थी। दोनों को तुरंत दिल्ली के जीटीबी अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां बच्ची की मौत हो गई जबकि मां वेंटिलेटर पर जीवन के लिए संघर्ष कर रही है।
हादसे में बच्ची की दर्दनाक मौत
पुलिस के अनुसार, हादसे में मृत बच्ची की पहचान साइना परवीन (उम्र 6 वर्ष) के रूप में हुई है। जबकि उसकी मां सब्बी परवीन उर्फ पिंकी (उम्र 30 वर्ष) गंभीर रूप से झुलस गई हैं। डॉक्टरों ने बताया कि महिला के शरीर का एक बड़ा हिस्सा जल चुका है और उन्हें वेंटिलेटर पर रखा गया है।
परिजनों और पड़ोसियों के अनुसार, आग इतनी तेज थी कि कुछ ही मिनटों में पूरा कमरा धुएं से भर गया। जब तक फायर ब्रिगेड की टीम पहुंची, तब तक मां-बेटी बेहोश हो चुकी थीं। आसपास के लोगों ने दरवाजा तोड़कर दोनों को बाहर निकाला और अस्पताल पहुंचाया।
दो दिन पहले ही शिफ्ट हुए थे नए मकान में
पूछताछ में महिला ने बताया कि उनका परिवार सिर्फ दो दिन पहले ही इस फ्लैट में किराए पर शिफ्ट हुआ था। उनका परिवार मूल रूप से बुलंदशहर का रहने वाला है।
महिला के पति मोहम्मद जाकिर पेशे से ऑटो चालक हैं और घटना के समय घर पर नहीं थे। उन्होंने बताया कि जिस फ्रिज से शॉर्ट सर्किट हुआ, वह पुराना था और पिछले कुछ दिनों से उसमें तकनीकी खराबी आ रही थी।
दमकल कर्मियों की तत्परता से टला बड़ा हादसा
दमकल विभाग के अधिकारियों के अनुसार, सूचना मिलते ही फायर टेंडर मौके पर पहुंचा और लगभग 30 मिनट की मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया गया। हालांकि, घर में रखे अधिकांश सामान जलकर राख हो गए।
यदि आग आसपास के फ्लैटों में फैल जाती, तो स्थिति और भयावह हो सकती थी।
पुलिस जांच जारी
पुलिस ने पूरे घटनाक्रम की जांच शुरू कर दी है। प्रारंभिक जांच में फ्रिज में शॉर्ट सर्किट को आग लगने का कारण माना जा रहा है। फोरेंसिक टीम को भी मौके पर बुलाया गया है ताकि आग लगने के तकनीकी कारणों की पुष्टि हो सके। स्थानीय लोगों ने बताया कि यह क्षेत्र घनी आबादी वाला है और बिजली के तारों में अक्सर ओवरलोडिंग रहती है। ऐसी स्थिति में थोड़ी सी चूक भी बड़े हादसे का कारण बन जाती है।
पड़ोसियों में शोक और आक्रोश
हादसे के बाद पूरे इलाके में शोक की लहर है। पड़ोसी परिवारों ने कहा कि बिजली आपूर्ति और वायरिंग की लापरवाही के कारण इस तरह के हादसे बार-बार होते हैं, लेकिन कोई ठोस कदम नहीं उठाए जाते। उन्होंने प्रशासन से मांग की है कि इस घटना की गहन जांच कर दोषियों पर कार्रवाई की जाए और क्षेत्र में सुरक्षा मानकों की समीक्षा की जाए।









