October 18, 2025 11:43 PM

सरहिंद रेलवे स्टेशन के पास गरीब रथ ट्रेन में भीषण आग, महिला यात्री झुलसी

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तीन एसी डिब्बे आग की चपेट में आए, हादसे से यात्रियों में मची अफरा-तफरी

: सरहिंद रेलवे स्टेशन के पास गरीब रथ ट्रेन में भीषण आग, तीन एसी डिब्बे जलकर खाक

फतेहगढ़ साहिब। अमृतसर से बिहार के सहरसा जा रही गरीब रथ एक्सप्रेस (12204) में शनिवार को बड़ा हादसा हो गया। फतेहगढ़ साहिब जिले के सरहिंद रेलवे स्टेशन के पास ट्रेन के तीन एसी डिब्बों में अचानक आग लग गई। आग लगने के बाद यात्रियों में अफरा-तफरी मच गई और सभी डिब्बों में भगदड़ जैसी स्थिति बन गई। इस हादसे में एक महिला यात्री झुलस गई, जिसे तुरंत सिविल अस्पताल फतेहगढ़ साहिब में भर्ती कराया गया है।

चलती ट्रेन में लगी आग, तीन एसी कोच प्रभावित

जानकारी के अनुसार घटना दोपहर करीब 3 बजे के आसपास सरहिंद स्टेशन से कुछ दूरी पर ब्राह्मणमाजरा के पास हुई। चलती ट्रेन में अचानक धुआं उठने लगा और देखते ही देखते आग की लपटें जी-19 कोच तक पहुंच गईं। इस डिब्बे में सवार यात्रियों ने तुरंत चेन खींचकर ट्रेन को रोकने की कोशिश की। आग इतनी तेजी से फैली कि जी-19 के साथ लगे दो अन्य एसी डिब्बे भी इसकी चपेट में आ गए।

दमकल विभाग को सूचना मिलते ही नगर कौंसिल सरहिंद की दो फायर ब्रिगेड गाड़ियां मौके पर पहुंचीं। लगभग आधे घंटे की मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया गया। रेलवे अधिकारियों ने बताया कि ट्रेन के प्रभावित हिस्से को बाकी डिब्बों से काट दिया गया है ताकि आग फैलने का खतरा खत्म किया जा सके।

शॉर्ट सर्किट से लगी आग की आशंका

रेलवे के प्रारंभिक जांच के अनुसार, आग लगने का कारण शॉर्ट सर्किट बताया जा रहा है। जी-19 कोच के पास स्थित इलेक्ट्रिक पैनल वाले हिस्से में पहले धुआं उठने लगा था, जिसके बाद वहां विस्फोट जैसी आवाज आई और आग फैल गई।

रेलवे सूत्रों के मुताबिक, “प्रभावित डिब्बों को पूरी तरह खाली करा लिया गया है और यात्रियों को सुरक्षित स्थानों पर भेजा गया। कोई बड़ा नुकसान नहीं हुआ है, लेकिन एक महिला यात्री ट्रेन से सामान निकालते समय झुलस गई थी।”

यात्रियों में मची भगदड़, रेल यातायात प्रभावित

आग लगने के बाद यात्रियों में दहशत फैल गई। कई यात्री खिड़कियों और दरवाजों से बाहर निकलने लगे। आसपास के ग्रामीण भी मौके पर पहुंच गए और राहत कार्य में मदद करने लगे। रेलवे अधिकारियों और पुलिस ने मिलकर यात्रियों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया।

घटना के कारण अमृतसर-दिल्ली मुख्य रेलमार्ग पर करीब एक घंटे तक ट्रेनों का संचालन प्रभावित रहा। कई ट्रेनें अलग-अलग स्टेशनों पर रोक दी गईं। बाद में जब आग पूरी तरह बुझा दी गई और ट्रैक सुरक्षित घोषित किया गया, तब रेल यातायात को फिर से शुरू किया गया।

रेलवे ने जांच के आदेश दिए

उत्तरी रेलवे के वरिष्ठ अधिकारी मौके पर पहुंचे और स्थिति का जायजा लिया। उन्होंने कहा कि आग लगने की घटना गंभीर है और इसकी विस्तृत जांच के आदेश दे दिए गए हैं। प्रारंभिक जांच में विद्युत शॉर्ट सर्किट को कारण माना जा रहा है, लेकिन अंतिम रिपोर्ट तकनीकी जांच के बाद ही सामने आएगी।

रेलवे प्रशासन ने बताया कि प्रभावित कोचों की मरम्मत और पुनः उपयोग से पहले विस्तृत निरीक्षण किया जाएगा। साथ ही यात्रियों की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए सभी एसी डिब्बों के विद्युत कनेक्शन की जांच करने के निर्देश जारी किए गए हैं।

महिला यात्री का इलाज जारी

इस हादसे में झुलसी महिला की पहचान अभी तक सार्वजनिक नहीं की गई है। डॉक्टरों के अनुसार, उसे मामूली जलन हुई है और उसकी हालत स्थिर है। अन्य यात्रियों को किसी प्रकार की गंभीर चोट नहीं आई है।

स्थानीय पुलिस और रेलवे सुरक्षा बल (आरपीएफ) के जवान घटनास्थल पर तैनात हैं और राहत कार्य पूरी तरह समाप्त होने तक निगरानी बनाए हुए हैं।

सुरक्षा मानकों पर उठे सवाल

लगातार बढ़ती ट्रेन दुर्घटनाओं और आग की घटनाओं के बीच यह हादसा रेलवे की सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल खड़ा करता है। यात्रियों ने बताया कि ट्रेन के कोचों में अग्निशमन उपकरण तो मौजूद थे, लेकिन उनका उपयोग करने की स्थिति में कोई प्रशिक्षित कर्मचारी नहीं था। यात्रियों ने मांग की है कि भविष्य में ऐसी घटनाओं से बचने के लिए एसी कोचों में नियमित तकनीकी जांच और सुरक्षा अभ्यास किए जाएं।

रेलवे विभाग ने कहा है कि घटना के बाद सभी गरीब रथ ट्रेनों की विद्युत प्रणाली की जांच की जाएगी और जहां भी जरूरी होगा, पुराने तार और उपकरण बदले जाएंगे।


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