October 16, 2025 5:38 AM

गांधीसागर फॉरेस्ट रिट्रीट का आगाज: रोमांच, संस्कृति और प्रकृति का संगम

gandhisagar-forest-retreat-2025

गांधीसागर फॉरेस्ट रिट्रीट 2025: पर्यटन, रोमांच और संस्कृति का संगम

मंदसौर। मध्यप्रदेश पर्यटन बोर्ड द्वारा आयोजित बहुप्रतीक्षित गांधीसागर फॉरेस्ट रिट्रीट का चौथा संस्करण शुक्रवार से शुरू हो गया है। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने यहां पहुंचकर फेस्टिवल का विधिवत शुभारंभ किया। तीन दिनों तक चलने वाला यह आयोजन केवल पर्यटन को बढ़ावा देने का माध्यम नहीं है, बल्कि प्रदेश की प्राकृतिक धरोहर, सांस्कृतिक समृद्धि और पर्यावरण संरक्षण को एक साथ जोड़ने का प्रयास भी है।


मुख्यमंत्री ने किया शुभारंभ, बताया क्षेत्र का धार्मिक महत्व

मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने उद्घाटन समारोह में कहा कि गांधीसागर का यह क्षेत्र केवल प्राकृतिक दृष्टि से ही नहीं, बल्कि आध्यात्मिक रूप से भी महत्वपूर्ण है। उन्होंने भगवान पशुपतिनाथ और गंगा-क्षिप्रा-चंबल की पवित्र धारा का उल्लेख करते हुए कहा कि यह भूमि आस्था और विश्वास का संगम है। उन्होंने विश्वास जताया कि इस आयोजन से पर्यटन की नई राहें खुलेंगी और प्रदेश की पहचान देश-विदेश में और मजबूत होगी।


सांसद सुधीर गुप्ता बोले: पर्यटकों के लिए बनेगा आकर्षण का केंद्र

मंदसौर सांसद सुधीर गुप्ता ने कहा कि यह क्षेत्र अब स्वदेश दर्शन और बौद्ध सर्किट से जुड़ चुका है। इससे यहां पर्यटन का विस्तार और तेज होगा। उन्होंने कहा कि जब हर क्षेत्र विकास की दौड़ में आगे बढ़ रहा है तो उनका संसदीय क्षेत्र कैसे पीछे रह सकता है। अब देशभर से पर्यटक गांधीसागर की ओर आकर्षित होकर आएंगे और यहां की प्राकृतिक सुंदरता का आनंद लेंगे।


पर्यटन, संस्कृति और पर्यावरण का संगम

पर्यटन मंत्री धर्मेंद्र सिंह लोधी ने कहा कि गांधीसागर फॉरेस्ट रिट्रीट केवल एक उत्सव नहीं, बल्कि मध्यप्रदेश की प्राकृतिक धरोहर, संस्कृति और पर्यावरण संरक्षण का उत्सव है। उन्होंने बताया कि यह आयोजन प्रदेश को एडवेंचर टूरिज्म के मानचित्र पर विशेष पहचान दिलाने में मदद करेगा। साथ ही कूनो फॉरेस्ट रिट्रीट को वेलनेस और वन्यजीव पर्यटन का हब बताया।


ग्लेम्पिंग और रोमांचक गतिविधियों से भरा आयोजन

अपर मुख्य सचिव शिवशेखर शुक्ला ने कहा कि यह आयोजन अनुभव-आधारित पर्यटन का बेहतरीन उदाहरण है। यहां आने वाले मेहमानों के लिए सर्वसुविधा संपन्न टेंट सिटी तैयार की गई है, जहां वे विलासिता और प्राकृतिक सौंदर्य का अनूठा संगम देखेंगे।
यहां जल, थल और वायु आधारित साहसिक गतिविधियों की भरमार है —

  • पैरासेलिंग, पैरामोटरिंग, जेट स्की और हॉट एयर बैलूनिंग
  • जंगल सफारी, नाइट वॉक और स्टार गेज़िंग
  • बोट सफारी और बोट स्पा
  • योग और वेलनेस सत्र
  • स्थानीय व्यंजन, हस्तशिल्प प्रदर्शनी और सांस्कृतिक प्रस्तुतियां

ऑल सीजन टेंट सिटी और पर्यावरण संरक्षण का संदेश

गांधीसागर फॉरेस्ट रिट्रीट में 50 लग्जरी टेंट्स वाली ऑल सीजन टेंट सिटी तैयार की गई है। यहां पर्यटकों को न सिर्फ़ एडवेंचर टूरिज्म का अनुभव मिलेगा बल्कि प्रदेश की संस्कृति और जीवनशैली को करीब से जानने का अवसर भी मिलेगा। आयोजकों ने इसे इस तरह से डिज़ाइन किया है कि पर्यटन के साथ-साथ पर्यावरण संरक्षण, स्थानीय समुदायों की भागीदारी और सतत विकास को भी प्राथमिकता दी जा सके।


बटरफ्लाई गार्डन से लेकर रॉक गार्डन तक आकर्षण

यहां आने वाले सैलानी प्राकृतिक खूबसूरती के साथ बटरफ्लाई गार्डन, रॉक गार्डन और इनडोर स्पोर्ट्स का आनंद भी ले सकेंगे। स्थानीय व्यंजन और पारंपरिक हस्तशिल्प की झलक पर्यटकों को सीधे मध्यप्रदेश की सांस्कृतिक जड़ों से जोड़ती है।


कैसे पहुंचे गांधीसागर?

गांधीसागर फॉरेस्ट रिट्रीट तक पहुंचने के लिए पर्यटक अलग-अलग रास्तों का इस्तेमाल कर सकते हैं।

  • भोपाल से राजगढ़ और मंदसौर होकर लगभग 350 किलोमीटर की दूरी तय करनी होगी।
  • इंदौर से उज्जैन और मंदसौर होते हुए यहां पहुंचा जा सकता है।
  • राजस्थान से आने वाले पर्यटक कोटा और झालावाड़ के रास्ते सीधे यहां पहुंच सकते हैं।

स्थानीय समुदायों को मिलेगा रोज़गार

इस आयोजन से न सिर्फ़ देश-विदेश से पर्यटक आकर्षित होंगे बल्कि स्थानीय समुदायों को भी रोज़गार के नए अवसर मिलेंगे। होटल, टेंट, हस्तशिल्प, सांस्कृतिक प्रस्तुतियां और स्थानीय भोजन से जुड़ी सेवाओं में बड़ी संख्या में ग्रामीणों को काम मिलेगा।


गांधीसागर फॉरेस्ट रिट्रीट का यह चौथा संस्करण पर्यटन, रोमांच, संस्कृति और पर्यावरण संरक्षण का संगम है। यह आयोजन न केवल मध्यप्रदेश की खूबसूरती को दुनिया के सामने लाने का प्रयास है, बल्कि यह स्थानीय लोगों के जीवन में भी नई ऊर्जा और संभावनाएं भरता है। आने वाले समय में यह रिट्रीट प्रदेश को एडवेंचर टूरिज्म की राजधानी के रूप में स्थापित करने में बड़ी भूमिका निभा सकता है।



Share on facebook
Share on twitter
Share on linkedin
Share on whatsapp
Share on telegram