नई दिल्ली। दिल्ली के बुराड़ी इलाके के कौशिक एंक्लेव में सोमवार शाम को एक चार मंजिला इमारत जमींदोज हो गई, जिससे इलाके में हड़कंप मच गया। इस हादसे के बाद से राहत और बचाव कार्य जारी था, और मंगलवार की रात को एक राहत की खबर आई। दो दिन बाद मलबे से एक परिवार के चार लोगों को सुरक्षित निकाल लिया गया, जिनमें एक दंपति और उनके दो बच्चे शामिल थे। राहत कार्य में लगे बचाव दल ने मंगलवार रात तीन बजे इन्हें पूरी तरह सुरक्षित बाहर निकाला।
इमारत गिरने के कारण हुआ भारी नुकसान
सोमवार शाम के हादसे में बुराड़ी स्थित कौशिक एंक्लेव में एक चार मंजिला इमारत अचानक गिर गई। इमारत गिरने से एक परिवार के चार लोग मलबे में दब गए थे, जबकि कुछ अन्य लोग भी इस हादसे के शिकार हुए। इस हादसे में पांच लोगों की मौत हो गई, जिनमें दो नाबालिग बहनें भी शामिल थीं। राहत कार्य में लगे अधिकारियों ने मंगलवार को मलबे से इन शवों को निकाला और तुरंत अस्पताल भेजा। मृतकों की पहचान मध्य प्रदेश के बुंदेलखंड से राधिका (7) और उसकी बहन साधना (17), बिहार के भागलपुर से अनिल कुमार गुप्ता (42), और दिल्ली के सरफराज (20) और कादिर (40) के रूप में की गई।
हादसे में घायल 12 लोगों को अस्पताल में भर्ती कराया गया
मलबे में दबने से पहले, कुछ और लोग भी घायल हुए थे। इस हादसे में घायल 12 लोगों को अस्पतालों में भर्ती कराया गया है। इनमें से चार लोगों की हालत गंभीर बताई जा रही है। उन्हें एलएनजेपी, ट्रामा सेंटर और बुराड़ी के सरकारी अस्पताल में इलाज के लिए भर्ती कराया गया। इस दौरान राहत और बचाव कार्य के दौरान पूरी रात रेस्क्यू ऑपरेशन जारी रहा, और मलबे से और किसी के दबे होने की संभावना से इंकार नहीं किया गया।
हादसे के बाद पुलिस ने कार्रवाई शुरू की
बुराड़ी की इस इमारत के गिरने के बाद, जिला पुलिस उपायुक्त राजा बंठिया ने बताया कि इस हादसे को लेकर बिल्डर योगेंद्र भाटी और अन्य के खिलाफ गैर इरातन हत्या और गैर इरातन हत्या के प्रयास का मामला दर्ज किया गया है। पुलिस ने मंगलवार शाम को बिल्डर योगेंद्र भाटी को गिरफ्तार कर लिया है। इस मामले में और भी जांच की जा रही है और पुलिस यह पता करने की कोशिश कर रही है कि इमारत गिरने की मुख्य वजह क्या थी और इसमें किसकी लापरवाही थी।
प्राथमिक जांच में पता चला है कि निर्माण में अनियमितताएं थीं
प्रारंभिक जांच में यह सामने आया है कि इमारत के निर्माण में कुछ अनियमितताएं थीं, जिसके कारण यह दुर्घटना घटी। पुलिस ने निर्माण से जुड़े दस्तावेजों को खंगालना शुरू कर दिया है और यह पता लगाने का प्रयास किया जा रहा है कि क्या निर्माण में कोई नियमों का उल्लंघन हुआ था। इस हादसे ने एक बार फिर दिल्ली में अवैध और अनियमित निर्माण को लेकर सवाल उठाए हैं।
यह हादसा न केवल बुराड़ी बल्कि पूरे दिल्ली में एक गंभीर सवाल उठाता है कि शहर में अवैध निर्माण और अनियमित भवन निर्माण को लेकर क्या कदम उठाए जा रहे हैं। जबकि इस हादसे में चार लोग मलबे से सुरक्षित निकाले गए, दुखद है कि पांच लोगों की जान चली गई और कई अन्य गंभीर रूप से घायल हुए हैं। पुलिस इस मामले की पूरी जांच कर रही है और जिम्मेदार लोगों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने का आश्वासन दे रही है।