- लश्कर ने गैर-कश्मीरियों पर हमले के लिए भेजा, जम्मू-कश्मीर में 48 टूरिस्ट स्पॉट बंद किए गए
पहलगाम/नई दिल्ली । 22 अप्रैल को हुए पहलगाम आतंकी हमले की जांच में बड़ा खुलासा हुआ है। भारतीय खुफिया एजेंसियों के अनुसार इस हमले के पीछे पाकिस्तान की स्पेशल सर्विस ग्रुप (SSG) का भूतपूर्व कमांडो हाशिम मूसा मास्टरमाइंड है, जो अब लश्कर-ए-तैयबा जैसे खूंखार आतंकी संगठन के लिए काम कर रहा है। सूत्रों के अनुसार मूसा को जम्मू-कश्मीर में गैर-कश्मीरी नागरिकों और सुरक्षा बलों को निशाना बनाने के मकसद से भेजा गया था। इससे पहले भी वह गांदरबल के गगनगीर में अक्टूबर 2024 में हुए हमले में शामिल रहा है, जिसमें कई मजदूरों और एक स्थानीय डॉक्टर की मौत हुई थी। बारामूला अटैक में भी उसकी भूमिका रही, जिसमें सेना के दो जवानों और दो पोर्टरों की जान गई थी। पहलगाम में हुए हमले के बाद से पाकिस्तान लगातार संघर्षविराम का उल्लंघन कर रहा है। एलओसी पर पांच दिनों से लगातार फायरिंग की जा रही है, जिससे सीमा पर तनाव बना हुआ है। सुरक्षा बलों को अलर्ट पर रखा गया है।
पर्यटन पर पड़ा गहरा असर, 48 टूरिस्ट स्पॉट किए गए बंद
राज्य सरकार ने आतंकी खतरे के चलते ऐहतियातन कदम उठाते हुए कश्मीर के 80 में से 48 पर्यटक स्थलों को अस्थायी रूप से बंद कर दिया है। खासतौर पर दक्षिण कश्मीर और एलओसी के नजदीकी इलाकों में सुरक्षा व्यवस्था कड़ी कर दी गई है। हालांकि इस सबके बीच घाटी में जज़्बा कायम है। डोडा के भदरवाह में पर्यटकों की भारी भीड़ देखी गई। कई लोगों ने तिरंगा लहराकर यह संदेश दिया कि कश्मीर सुरक्षित है और आतंकवाद के खिलाफ देश एकजुट है। एक पर्यटक ने कहा, “कश्मीर हमारा है, आर्मी यहां है, डरने की कोई जरूरत नहीं।” इस पूरी स्थिति पर केंद्र सरकार की कड़ी निगरानी बनी हुई है और सुरक्षा एजेंसियां आतंकियों के नेटवर्क को ध्वस्त करने की दिशा में तेजी से काम कर रही हैं।