अहमदाबाद/राजकोट। गुजरात के पूर्व मुख्यमंत्री विजयभाई रूपाणी को सोमवार शाम पूरे राजकीय सम्मान के साथ अंतिम विदाई दी गई। एअर इंडिया की फ्लाइट AI-171 की भयावह दुर्घटना में जान गंवाने वाले रूपाणी का पार्थिव शरीर डीएनए मिलान के बाद उनके परिजनों को सौंपा गया। इसके बाद उनका शव चार्टर्ड विमान से राजकोट लाया गया और रामनाथ पारा स्थित श्मशान घाट में 21 तोपों की सलामी (गार्ड ऑफ ऑनर) के साथ उनका अंतिम संस्कार हुआ।
अंतिम दर्शन और श्रद्धांजलि
रूपाणी का पार्थिव शरीर प्रकाश सोसाइटी (निर्मला रोड) स्थित उनके निवास पर अंतिम दर्शन के लिए रखा गया, जहां हजारों लोगों ने उन्हें श्रद्धांजलि दी।
इससे पहले सुबह अहमदाबाद में पार्थिव शरीर उनके परिवार को सौंपा गया। मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल की उपस्थिति में राज्य सरकार के प्रोटोकॉल के तहत गार्ड ऑफ ऑनर दिया गया।
शाम को केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह, केंद्रीय मंत्री सीआर पाटिल, राज्यपाल और कई पूर्व व वर्तमान नेताओं ने राजकोट पहुंचकर रूपाणी को श्रद्धांजलि अर्पित की।

गुजरात ने खोया एक अनुभवी नेता
विजय रूपाणी गुजरात के मुख्यमंत्री पद पर 2016 से 2021 तक रहे। वे राजकोट पश्चिम से विधायक थे और लंबे समय तक भाजपा संगठन के मजबूत स्तंभ रहे। उन्होंने अपने कार्यकाल में औद्योगिक विकास, ई-गवर्नेंस और शिक्षा के क्षेत्र में कई महत्वपूर्ण पहल की थीं। उनका अचानक जाना गुजरात के राजनीतिक और सामाजिक क्षेत्र के लिए एक गहरा आघात है।

एयर इंडिया हादसे की भयावहता
गौरतलब है कि 12 जून को एअर इंडिया की फ्लाइट AI-171, जो अहमदाबाद से लंदन जा रही थी, उड़ान भरने के कुछ देर बाद ही बीजे मेडिकल कॉलेज एंड सिविल हॉस्पिटल के हॉस्टल की इमारत से टकरा गई थी। इस हादसे में:
- विमान में सवार 241 लोगों में से 240 की मौत हुई (229 यात्री, 10 क्रू, 1 जीवित बचा),
- हॉस्टल और आसपास की इमारतों में रहने वाले 34 लोगों की भी मौत हो गई,
- कुल मृतकों की संख्या 275 पहुंच गई है।
डीएनए से हो रही पहचान
इस हादसे में शवों की हालत बेहद खराब होने के कारण डीएनए जांच से पहचान की जा रही है।
अब तक 119 शवों की पहचान की जा चुकी है, जिनमें से 76 शव परिजनों को सौंपे गए हैं। विजय रूपाणी का भी डीएनए परीक्षण से मिलान होने के बाद अंतिम संस्कार संभव हो सका।
संस्मरण और शोक
राजनीतिक और सामाजिक हलकों में रूपाणी के निधन को लेकर गहरा शोक व्याप्त है। प्रधानमंत्री मोदी से लेकर राज्य के वरिष्ठ नेताओं तक ने उनकी सेवाओं को याद करते हुए श्रद्धांजलि दी है। भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष ने कहा,
“रूपाणी जी का जीवन सादगी, संगठन और सेवा का प्रतीक था। वे हमेशा कार्यकर्ताओं के नेता रहे।”
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