July 31, 2025 1:20 PM

पहली बार प्राइवेट कंपनी ने बनाया तेजस का मुख्य हिस्सा, आत्मनिर्भर भारत की उड़ान को मिला नया पंख

  • तेजस एमके1ए के सेंटर फ्यूजलेज असेंबली का निर्माण कर हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड (HAL) को सौंपा

नई दिल्ली। भारत की रक्षा तैयारियों को आत्मनिर्भर बनाने की दिशा में एक ऐतिहासिक उपलब्धि दर्ज हुई है। पहली बार एक निजी भारतीय कंपनी ने स्वदेशी लड़ाकू विमान एलसीए तेजस एमके1ए के सेंटर फ्यूजलेज असेंबली का निर्माण कर हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड (HAL) को सौंपा है। यह रक्षा उत्पादन के क्षेत्र में निजी और सार्वजनिक भागीदारी की एक मिसाल है।

हैदराबाद की VEM टेक्नोलॉजीज ने तैयार किया सेंटर फ्यूजलेज

30 मई को हैदराबाद स्थित VEM टेक्नोलॉजीज ने यह महत्वपूर्ण हिस्सा HAL को सौंपा। यह फ्यूजलेज, तेजस विमान का केंद्र हिस्सा होता है जो एयरफ्रेम की संरचना का मुख्य आधार है। रक्षा मंत्रालय के अनुसार, यह पहली बार है जब HAL के लिए इतनी अहम सब-असेंबली का निर्माण निजी क्षेत्र ने किया है।

तेजस के चौथे प्रोडक्शन लाइन को मिलेगा बड़ा फायदा

इस डिलीवरी के साथ ही तेजस की चौथी प्रोडक्शन लाइन की शुरुआत की दिशा में बड़ा कदम उठाया गया है। HAL के पास वर्तमान में बेंगलुरु में दो और नासिक में एक प्रोडक्शन लाइन है। VEM टेक्नोलॉजीज के इस योगदान से प्रोडक्शन गति और आपूर्ति क्षमता में महत्वपूर्ण सुधार की उम्मीद है।

रक्षा उत्पादन और निर्यात में तेजी

सचिव (रक्षा उत्पादन) संजीव कुमार ने HAL और VEM टेक्नोलॉजीज की साझेदारी की सराहना करते हुए कहा कि रक्षा उत्पादन में भारत लगभग 10 प्रतिशत वार्षिक दर से आगे बढ़ रहा है। उन्होंने यह भी बताया कि रक्षा निर्यात में भी उल्लेखनीय वृद्धि हो रही है।

HAL का निजी कंपनियों के साथ विस्तृत नेटवर्क

HAL ने L&T, टाटा एडवांस्ड सिस्टम्स लिमिटेड (TASL), अल्फा टोकोल इंजीनियरिंग, लक्ष्मी मशीन वर्क्स (LMW) समेत कई प्राइवेट कंपनियों को तेजस विमान के अन्य अहम मॉड्यूल जैसे ईंधन ड्रॉप टैंक, पाइलन, विंग, रियर फ्यूजलेज, फिन आदि के निर्माण का काम सौंपा है। यह कदम रक्षा उत्पादन में मेक इन इंडिया और आत्मनिर्भर भारत अभियान को मजबूती देता है।

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