October 28, 2025 5:00 PM

भोपाल में सुबह तक छाया घना कोहरा, ग्वालियर-रतलाम में झमाझम बारिश से बदला मौसम का मिजाज

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भोपाल में सुबह तक छाया कोहरा, ग्वालियर-रतलाम में झमाझम बारिश, छह जिलों में भारी वर्षा का अलर्ट

प्रदेश में पांच मौसम प्रणालियां सक्रिय, छह जिलों में भारी बारिश का ऑरेंज अलर्ट जारी

भोपाल । मध्यप्रदेश में मौसम ने एक बार फिर करवट ली है। प्रदेश के कई हिस्सों में बारिश, कोहरा और ठंडी हवाओं ने मौसम का स्वरूप पूरी तरह बदल दिया है। राजधानी भोपाल में मंगलवार की सुबह घने कोहरे की चादर में ढकी रही, वहीं ग्वालियर, दतिया, रतलाम और शिवपुरी में झमाझम बारिश से लोगों को ठंड का अहसास होने लगा। इस बीच, मौसम विभाग ने चेतावनी जारी करते हुए कहा है कि आने वाले दो दिनों में कई जिलों में भारी वर्षा की संभावना है।

मौसम विज्ञानियों के अनुसार, आंध्र प्रदेश और ओडिशा के तटीय इलाकों में बने चक्रवात ‘मोंथा’ का प्रभाव अब मध्यप्रदेश तक पहुंच गया है। इस चक्रवात के कारण प्रदेश के ऊपर नमी बढ़ गई है, जिससे ठंडी हवाओं और बादलों का मिश्रित प्रभाव देखने को मिल रहा है।

भोपाल में कोहरा और नमी से भरा वातावरण
राजधानी भोपाल में सोमवार की रात से ही आसमान पर बादल छाए रहे। सुबह होते-होते घना कोहरा छा गया, जिससे दृश्यता बेहद कम हो गई। सुबह के समय वाहन चालकों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ा। कोहरे की परत इतनी घनी थी कि सूरज निकलने के बाद भी दृश्यता पूरी तरह स्पष्ट नहीं हो पाई। मौसम विभाग के अनुसार, भोपाल का न्यूनतम तापमान 0.4 डिग्री बढ़कर 20.8 डिग्री सेल्सियस पर पहुंच गया, जबकि अधिकतम तापमान 6.2 डिग्री की बढ़ोतरी के साथ 30.4 डिग्री पर दर्ज किया गया।

रतलाम और ग्वालियर में झमाझम बारिश, खेतों में पानी भर गया
रतलाम जिले में सर्वाधिक 76 मिमी वर्षा रिकॉर्ड की गई, जिससे शहर के निचले इलाकों में पानी भर गया। वहीं ग्वालियर में 69 मिमी, शिवपुरी में 41 मिमी, दतिया में 35 मिमी, श्योपुर में 12 मिमी, धार और रीवा में 10-10 मिमी, सीधी में 17 मिमी तथा टीकमगढ़ में 11 मिमी बारिश दर्ज की गई। बारिश के कारण खेतों में नमी बढ़ी है, जिससे रबी फसलों की बोवनी के लिए यह मौसम अनुकूल माना जा रहा है।

मौसम विभाग ने दी चेतावनी: छह जिलों में भारी बारिश की संभावना
मौसम विभाग ने बताया कि आने वाले 29 और 30 अक्टूबर को प्रदेश के छह जिलों — सिवनी, बालाघाट, मंडला, डिंडौरी, अनूपपुर और सिंगरौली — में भारी वर्षा होने की संभावना है। इन जिलों के लिए ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है। वहीं भोपाल, इंदौर, उज्जैन और जबलपुर संभाग के कुछ हिस्सों में हल्की से मध्यम बारिश के आसार हैं। विभाग ने किसानों को सलाह दी है कि वे अपने खेतों में तैयार फसलों को सुरक्षित रखें और खुले स्थानों पर अनाज न सुखाएं।

प्रदेश में पांच मौसम प्रणालियां सक्रिय
मौसम विज्ञान केंद्र के विशेषज्ञों के अनुसार, फिलहाल प्रदेश में पांच प्रमुख मौसम प्रणालियां एक साथ सक्रिय हैं। इनमें से तीन बेहद प्रभावी हैं —

  1. बंगाल की खाड़ी में बना चक्रवातीय सिस्टम,
  2. अरब सागर में कम दबाव का क्षेत्र, और
  3. उत्तर भारत में सक्रिय पश्चिमी विक्षोभ।

इन तीनों प्रणालियों के संयुक्त प्रभाव से मध्यप्रदेश के अधिकांश हिस्सों में हवाओं के साथ नमी बनी हुई है। यही कारण है कि लगातार बादल छाए हुए हैं और बारिश का सिलसिला रुक-रुक कर जारी है।

बारिश के बीच तापमान में उतार-चढ़ाव जारी
बारिश और बादलों के कारण प्रदेश में तापमान में उतार-चढ़ाव देखने को मिल रहा है। बारिश के चलते दिन के तापमान में कमी आई है, लेकिन रात के तापमान में नमी के कारण हल्की बढ़ोतरी दर्ज की गई है। प्रमुख शहरों में तापमान इस प्रकार रहा —

  • भोपाल: अधिकतम 30.4°C, न्यूनतम 20.4°C
  • इंदौर: अधिकतम 29.8°C, न्यूनतम 20.2°C
  • ग्वालियर: अधिकतम 23.4°C, न्यूनतम 21.6°C
  • जबलपुर: अधिकतम 31.8°C, न्यूनतम 20.5°C

विशेषज्ञों का कहना है कि जैसे ही पश्चिमी विक्षोभ आगे बढ़ेगा और बादलों का असर कम होगा, वैसे ही ठंडक में तेजी से बढ़ोतरी देखने को मिलेगी। नवंबर के पहले सप्ताह से न्यूनतम तापमान में भारी गिरावट की संभावना जताई जा रही है।

फिलहाल बारिश से राहत नहीं
मौसम विभाग का अनुमान है कि नवंबर के पहले सप्ताह तक यह बारिश और कोहरे का सिलसिला जारी रहेगा। अरब सागर और बंगाल की खाड़ी दोनों से लगातार नमी प्रदेश के वातावरण में पहुंच रही है, जिससे मौसम का मिजाज बदलता रहेगा। आने वाले दिनों में मध्य और दक्षिणी मध्यप्रदेश के कुछ हिस्सों में भी बादल छाए रहने और रुक-रुक कर बारिश की संभावना बनी रहेगी।

इस बदलते मौसम ने जहां किसानों को राहत दी है, वहीं ठंड और नमी से जनजीवन कुछ प्रभावित भी हुआ है। सुबह और शाम के समय सड़कों पर कोहरे के कारण वाहन चालकों को विशेष सतर्कता बरतने की सलाह दी गई है।


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