30 अक्टूबर से 27 नवंबर तक चलेगा टूर्नामेंट, शीर्ष तीन खिलाड़ी पहुंचेंगे कैंडिडेट्स टूर्नामेंट में
भारत को मिली FIDE वर्ल्ड कप 2025 की मेजबानी, 206 खिलाड़ी होंगे शामिल
नई दिल्ली। भारत को एक बार फिर अंतरराष्ट्रीय शतरंज के क्षेत्र में बड़ी उपलब्धि मिली है। इंटरनेशनल चेस फेडरेशन (FIDE) ने वर्ल्ड कप 2025 की मेजबानी भारत को सौंपी है। यह प्रतिष्ठित टूर्नामेंट 30 अक्टूबर से 27 नवंबर 2025 तक आयोजित किया जाएगा। इस आयोजन से न केवल भारत के शतरंज खिलाड़ियों को विश्व मंच पर खुद को साबित करने का अवसर मिलेगा, बल्कि यह भारत की बढ़ती हुई शतरंज ताकत का भी प्रमाण होगा।

नॉकआउट फॉर्मेट में होगा टूर्नामेंट
FIDE वर्ल्ड कप 2025 पूरी तरह से नॉकआउट फॉर्मेट में खेला जाएगा, जिसमें हर राउंड में हारने वाला खिलाड़ी प्रतियोगिता से बाहर हो जाएगा। इस बार प्रतियोगिता में कुल 206 खिलाड़ी भाग लेंगे, जिनमें दुनिया भर के शीर्ष ग्रैंडमास्टर्स और उभरते सितारे शामिल होंगे।
टूर्नामेंट के अंत में शीर्ष तीन खिलाड़ी सीधे 2026 FIDE कैंडिडेट्स टूर्नामेंट के लिए क्वालिफाई करेंगे। यह कैंडिडेट्स टूर्नामेंट ही तय करेगा कि कौन खिलाड़ी अगली विश्व शतरंज चैंपियनशिप में मौजूदा चैंपियन को चुनौती देगा।

भारत की शतरंज में नई पहचान
भारत ने पिछले कुछ वर्षों में अंतरराष्ट्रीय शतरंज मंच पर तेजी से उभार दर्ज किया है। इस सफलता का श्रेय पांच बार के विश्व चैंपियन और वर्तमान में FIDE उपाध्यक्ष विश्वनाथन आनंद को जाता है, जिन्होंने देश में शतरंज को एक नई दिशा और पहचान दी।
भारत के युवा खिलाड़ी अब विश्व शतरंज में बड़ा नाम बना रहे हैं:
- डी गुकेश: 18 साल की उम्र में सबसे कम उम्र के FIDE विश्व शतरंज चैंपियन बनने का रिकॉर्ड बनाया।
- प्रग्गनानंधा आर: 2023 वर्ल्ड कप के उपविजेता रहे।
- अर्जुन एरिगैसी: वर्तमान में विश्व रैंकिंग में पांचवें स्थान पर हैं।
2024 में भारत की ऐतिहासिक उपलब्धियां
वर्ष 2024 शतरंज के लिए भारत के लिए ऐतिहासिक रहा:
- शतरंज ओलंपियाड 2024 में पहली बार भारत की पुरुष और महिला दोनों टीमों ने गोल्ड मेडल जीते।
- डी गुकेश, अर्जुन एरिगैसी, देशमुख और अग्रवाल ने व्यक्तिगत श्रेणी में गोल्ड मेडल जीते।
- कोनेरु हम्पी ने FIDE महिला रैपिड चैंपियनशिप 2024 में गोल्ड मेडल जीता।
- वैशाली रमेशबाबू ने FIDE महिला ब्लिट्ज चैंपियनशिप 2024 में ब्रॉन्ज मेडल जीता।
भारत में चेस टूर्नामेंटों का आयोजन बढ़ा
भारत अब शतरंज टूर्नामेंटों की मेजबानी में भी अग्रणी बनता जा रहा है। 2022 में FIDE शतरंज ओलंपियाड से इसकी शुरुआत हुई, जिसके बाद भारत ने कई बड़े आयोजन किए:
- टाटा स्टील चेस टूर्नामेंट
- FIDE वर्ल्ड जूनियर अंडर-20 चैंपियनशिप 2024
- FIDE विमेंस ग्रां प्री 2025 की पांचवीं लेग (अप्रैल 2025)
कोनेरु हम्पी का ऐतिहासिक प्रदर्शन
जॉर्जिया के बटुमी में चल रहे FIDE विमेन वर्ल्ड कप 2025 में भारत की ग्रैंडमास्टर कोनेरु हम्पी ने एक और इतिहास रच दिया है। वे इस प्रतियोगिता के सेमीफाइनल में पहुंचने वाली भारत की पहली महिला खिलाड़ी बन गई हैं। क्वार्टरफाइनल के दूसरे गेम में चीन की सांग युशिन के खिलाफ मुकाबला ड्रॉ रहा, जिससे हम्पी ने सेमीफाइनल में अपनी जगह पक्की कर ली।
शतरंज के बढ़ते कदम
FIDE वर्ल्ड कप 2025 की मेजबानी भारत को मिलना, कोनेरु हम्पी जैसे खिलाड़ियों की ऐतिहासिक उपलब्धियां और युवा प्रतिभाओं का उभार, यह सभी संकेत हैं कि भारत शतरंज में अब केवल उभरता नहीं बल्कि अग्रणी बनता देश है।
यह टूर्नामेंट भारत को न केवल वैश्विक मंच पर प्रतिष्ठा देगा, बल्कि देश में शतरंज की संस्कृति को और गहराई से जन-जन तक पहुंचाने का माध्यम भी बनेगा।
स्वदेश ज्योति के द्वारा | और भी दिलचस्प खबरें आपके लिए… सिर्फ़ स्वदेश ज्योति पर!