- भारतीय नौसेना के जवानों के साथ INS विक्रांत पर दिखे रक्षा मंत्री
- रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने INS विक्रांत पर सवार होकर खिंचाई फोटो
नई दिल्ली। पहलगाम आतंकी हमले के महज़ 96 घंटे के भीतर भारतीय नौसेना युद्ध के लिए पूरी तरह तैयार खड़ी थी। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने INS विक्रांत से दिए बयान में इस बात का खुलासा किया कि भारत ने समुद्री मोर्चे पर भी पाकिस्तान को मुंहतोड़ जवाब देने की तैयारी कर ली थी। यह खुलासा ऐसे वक्त में आया है जब भारत-पाकिस्तान के बीच 10 मई को सीज़फायर की घोषणा हो चुकी है, लेकिन भारत ने स्पष्ट कर दिया है कि ‘ऑपरेशन सिंदूर’ अभी खत्म नहीं हुआ है।
समुद्र से सटी रणनीति: INS विक्रांत से शक्ति प्रदर्शन
रक्षा मंत्री की मौजूदगी में नौसेना के ‘वेस्टर्न फ्लीट’ के युद्धपोतों ने समुद्र में दुश्मन को चेतावनी देने वाली तैयारी कर ली थी। राजनाथ सिंह ने बताया, “हमारे वेस्टर्न फ्लीट ने महज 96 घंटों में वेस्टर्न और ईस्टर्न कोस्ट से सरफेस-टू-सरफेस और सरफेस-टू-एयर मिसाइलों के साथ टॉरपीडो से सफल फायरिंग की।” यह सिर्फ तैयारी नहीं, बल्कि लॉन्ग रेंज प्रिसिजन स्ट्राइक की रणनीति थी जो दुश्मन को यह जताने के लिए काफी थी कि भारत सिर्फ जवाब नहीं देता, बल्कि पहले से तैयार रहता है।
Goa | Defence Minister Rajnath Singh onboard at INS Vikrant.
— ANI (@ANI) May 30, 2025
(Source: RM Office) pic.twitter.com/k2OqUvOXG9
INS विक्रांत: सिर्फ युद्धपोत नहीं, आत्मविश्वास का प्रतीक
INS विक्रांत पर रक्षा मंत्री की मौजूदगी केवल निरीक्षण भर नहीं थी, यह एक स्पष्ट संदेश था — भारत अब किसी भी मोर्चे पर पीछे नहीं हटेगा। राजनाथ सिंह ने कहा कि नौसेना की यह तैनाती और सफल परीक्षण दर्शाते हैं कि भारत समुद्री सुरक्षा के हर आयाम पर तैयार है, और यही मजबूती दुश्मन को रक्षात्मक मुद्रा में ले आई।
संदेश साफ है: ऑपरेशन सिंदूर अब भी जारी है
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और रक्षा मंत्री लगातार यह कह चुके हैं कि ऑपरेशन सिंदूर की कार्यवाही पूरी नहीं हुई है। भले ही राजनीतिक स्तर पर युद्धविराम का एलान हुआ हो, पर सैन्य स्तर पर भारत ने अपनी तैयारियों को न केवल बनाए रखा है बल्कि और धार दी है।
समुद्र में तैनात हमारे Western Fleet ships ने आतंकवादी हमले के 96 घंटों के भीतर, western और eastern coast पर surface to surface, और surface to air missiles और torpedoes से कई सफल फायरिंग की, जो हमारे प्लेटफॉर्म, सिस्टम और चालक दल की combat readiness को दिखाता है। इन long range…
— रक्षा मंत्री कार्यालय/ RMO India (@DefenceMinIndia) May 30, 2025