भारी मेकअप, लगातार शूटिंग और बदलते मौसम के बीच इन कलाकारों ने बताया—कैसे रखें सर्दियों में भी त्वचा का नैचुरल ग्लो बरकरार

जैसे ही सर्दियों का मौसम दस्तक देता है, ठंडी हवाओं और गर्म कपड़ों के साथ एक सामान्य समस्या भी सामने आती है—सूखी, खुरदरी और पपड़ीदार त्वचा। टीवी कलाकारों के लिए यह चुनौती और भी बड़ी हो जाती है क्योंकि लंबे शूट, मेकअप की परतें और इनडोर-आउटडोर तापमान के उतार–चढ़ाव का असर सबसे ज्यादा चेहरे की त्वचा पर दिखाई देता है। इस मौसम में सोनी सब के लोकप्रिय कलाकार—दीक्षा जोशी, अक्षया हिंदालकर और श्रेनु पारिख—ने साझा किए अपने संजोए हुए विंटर स्किनकेयर टिप्स, जो उन्हें ठंड के मौसम में भी कैमरा-रेडी बनाए रखते हैं।

दीक्षा जोशी: “सर्दियों में स्किनकेयर मेरे लिए रिचुअल है, रूटीन नहीं”

‘पुष्पा इम्पॉसिबल’ में दीप्ति की भूमिका निभा रहीं दीक्षा जोशी कहती हैं कि सर्दियों में उनकी स्किन स्ट्रेस और मौसम दोनों से जल्दी प्रभावित होती है। उनका स्किनकेयर मंत्र है—हाइड्रेशन और सुरक्षा।

दीक्षा बताती हैं:
“लंबे शूट और मेकअप की वजह से त्वचा थक जाती है। इसलिए मैं स्किनकेयर को एक छोटी-सी सेल्फ-केयर रिचुअल की तरह करती हूँ। सबसे पहले जेंटल क्लेंज़र, फिर हाइड्रेटिंग सीरम, और उसके बाद रिच मॉइस्चराइज़र से सब कुछ सील कर देती हूँ। मेरी वैनिटी में हमेशा फेशियल मिस्ट और लिप बाम रहते हैं, क्योंकि स्टूडियो की लाइट्स और एसी सर्दियों में त्वचा को बहुत ड्राई कर देते हैं। छुट्टी वाले दिन मैं शहद और दही का घर का बना मास्क लगाती हूँ—ये मेरे लिए स्किन के लिए सबसे सुकून देने वाली थेरेपी है।” श्रेनु पारिख: “भारी मेकअप और कॉस्ट्यूम के नीचे त्वचा को शांत और सुरक्षित रखना बेहद ज़रूरी” ‘गाथा शिव परिवार की गणेश कार्तिकेय’ में देवी पार्वती का किरदार निभा रहीं श्रेनु पारिख का स्किनकेयर रूटीन बेहद संतुलित और अनुशासित है।

श्रेनु कहती हैं:

“एक दिव्य किरदार निभाते हुए घंटों भारी ज्वैलरी, मेकअप और कॉस्ट्यूम में रहना पड़ता है। इसलिए सर्दियों में स्किनकेयर मेरे लिए नॉन-नेगोशिएबल है।  शूट से पहले मैं हाइड्रेटिंग टोनर, और बैरियर-स्ट्रेंथनिंग मॉइस्चराइज़र से त्वचा को प्रेप करती हूँ ताकि मेकअप के नीचे त्वचा पैची न दिखे। शूट के बाद मैं हमेशा डबल-क्लेंजिंग करती हूँ ताकि मेकअप और प्रदूषण पूरी तरह हट जाए। मुझे पारंपरिक रख-रखाव भी पसंद है—वीकेंड पर मैं बेसन और प्राकृतिक सामग्रियों से बना उबटन लगाती हूँ, जो चेहरे को हल्का एक्सफोलिएशन देता है और नैचुरल ग्लो वापस लाता है। मेरे लिए सर्दियां मतलब—धीरे चलो, अपनी त्वचा की सुनो, और छोटे लेकिन नियमित प्रयास करो।”

अक्षया हिंदालकर: “स्किनकेयर बड़े प्रोडक्ट्स से नहीं, अनुशासन से शुरू होता है”

‘पुष्पा इम्पॉसिबल’ में राशि का किरदार निभा रहीं अक्षया हिंदालकर का फोकस है—बेसिक लेकिन निरंतर देखभाल। अक्षया कहती हैं: “लोग समझते हैं कि स्किनकेयर मतलब महंगे प्रोडक्ट्स, लेकिन मेरे लिए ये डिसिप्लिन है। मैं दिनभर गुनगुना पानी पीती हूँ, मौसमी फल खाती हूँ और चाहे कितनी भी देर हो जाए—शूट खत्म होते ही मेकअप उतार देती हूँ। सर्दियों में मैं   क्रीमी क्लेंज़र, और थोड़ा मोटा मॉइस्चराइज़र इस्तेमाल करती हूँ, वरना त्वचा खिंचने लगती है। और सबसे ज़रूरी—सनस्क्रीन हर दिन, चाहे शूट अधिकतर इनडोर ही क्यों न हों। स्टूडियो लाइट्स का असर भी धूप जैसा ही होता है। मेरा पसंदीदा रात्रि रिचुअल है—कुछ बूंदें फेशियल ऑयल लेकर हल्की मसाज करना, जिससे चेहरे पर सारी थकान उतर जाती है और सुबह त्वचा मुलायम और शांत दिखती है।” इन कलाकारों के इन टिप्स से साफ है कि कैमरा-रेडी स्किन का राज किसी जादुई प्रोडक्ट में नहीं, बल्कि नियमितता, हाइड्रेशन और अपनी त्वचा की ज़रूरतों को समझने में है। सर्दियों में त्वचा को ग्लोइंग बनाए रखना चुनौती ज़रूर है, लेकिन इन आसान और विशेषज्ञ आदतों को अपनाकर इसे एक सुखद अनुभव बनाया जा सकता है।