जयेश प्रधान करेंगे निर्देशन, कहानी में अपूर्णता, प्यार और खूबसूरत पागलपन का ताज़ा मेल
रेमो डिसूज़ा अपनी आगामी फिल्म ‘टेढ़ी हैं पर मेरी हैं’ के साथ रोमांटिक-कॉमेडी शैली में एक नई और ताज़गीभरी दृष्टि लेकर आ रहे हैं। यह फिल्म एक ऐसी विचित्र, हल्की-फुल्की और दिल को छू लेने वाली कहानी पर आधारित है, जहाँ प्रेम परफेक्शन से नहीं बल्कि अपूर्णता और पागलपन से रास्ता तलाशता है। फिल्म में मुख्य किरदार निभा रहे हैं जितेंद्र कुमार, जो अपनी सहज, वास्तविक और भावनात्मक अभिनय शैली के लिए जाने जाते हैं। उनके साथ फीमेल लीड में नजर आएँगी महवश, जो अपनी विशिष्ट अदाकारी से इस रोमांटिक-कॉमेडी में नई जान डालेंगी।
दिल छूने वाली विचित्र प्रेम कहानी
‘टेढ़ी हैं पर मेरी हैं’ की कहानी प्रदीप सिंह ने लिखी है, जबकि निर्देशन का जिम्मा जयेश प्रधान संभाल रहे हैं। फिल्म को इशान शिल्पी वर्मा, विशाल त्यागी और अनवर अली खान द्वारा क्यूरी स्टूडियो और शाइशा मोशन पिक्चर्स के सहयोग से निर्मित किया जा रहा है। फिल्म का संगीत राष्ट्रीय पुरस्कार विजेता इस्माइल दरबार देंगे, जिनकी धुनें कहानी की भावनात्मक गहराई को और समृद्ध बनाएंगी।
रेमो डिसूज़ा बोले—“अपूर्णता ही प्रेम की सुंदरता है”
फिल्म की अवधारणा पर रेमो डिसूज़ा ने कहा “मुझे हमेशा ऐसी कहानियाँ पसंद आई हैं जो वास्तविकता से जुड़ी हों लेकिन उनमें एक चमक हो। ‘टेढ़ी हैं पर मेरी हैं’ अपूर्णता के सौंदर्य का जश्न मनाती है। यह फिल्म किसी ऐसे साथी को खोजने की कहानी है, जिसका पागलपन आपकी तरह हो। जितेंद्र कुमार जैसे संवेदनशील और हास्य-प्रवीण अभिनेता के साथ यह कहानी दर्शकों के दिलों को जरूर छुएगी।”
जितेंद्र कुमार बोले—“ये प्यार का सच्चा और अनफिल्टर्ड एहसास है”
पंचायत, कोटा फैक्ट्री, शुभ मंगल ज़्यादा सावधान और भगवत: चैप्टर वन – राक्षस जैसी सफल फिल्मों और সিরीज़ के अभिनेता जितेंद्र कुमार ने कहा “फिल्म का शीर्षक ही अपने आप में बहुत खूबसूरत है। ‘टेढ़ी हैं पर मेरी हैं’ सच्चे और अनफिल्टर्ड प्यार की भावना को पूरी तरह दर्शाता है। एक खामियों से भरे लेकिन बेहद सच्चे किरदार को निभाना मेरे लिए नई चुनौती है।”
महवश बोलीं—“यह खूबसूरत, अराजक और असली प्रेम कहानी है”
महवश ने फिल्म से जुड़ने पर खुशी जताते हुए कहा “यह सिर्फ एक प्रेम कहानी नहीं बल्कि खूबसूरत तरीके से अराजक कहानी है। किरदार इतने असली हैं कि वे आपके आसपास के लोग ही लगते हैं। मैं चाहती हूँ कि दर्शक इस कहानी के खूबसूरत पागलपन में उतरें और इसका हिस्सा बनें।”
फिल्म का वादा—हास्य, संवेदनशीलता और अपूर्णताओं का जश्न
रेमो डिसूज़ा के प्रेज़ेंटर रूप में शामिल होने, जयेश प्रधान के भावनात्मक निर्देशन और जितेंद्र–महवश की केमिस्ट्री के साथ यह फिल्म एक ऐसी दुनिया रचती है जहाँ प्रेम की खूबसूरती उसकी अपूर्णताओं में है। फिल्म का उद्देश्य दर्शकों को एक ऐसी कहानी से जोड़ना है, जो परिचित भी लगे और नई भी।
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